Pandit Pradeep Mishra | रेवाड़ी हरियाणा में आज 19 मार्च से 23 मार्च दोपहर 01 बजे से 04 बजे के बीच पांच दिवसीय श्री वेलकेश्वर शिव महापुराण कथा अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्राजी के श्रीमुख से कही जा रही हैं. इस श्री वेलकेश्वर शिव महापुराण (Shiv Mahapuran Katha) के मुख्य आयोजक भाजपा नेता श्री सुनील यादव मूसेपुर है जिन्होंने रेवाड़ी के सेक्टर 18 स्थित हुडा ग्राउंड में लगभग 35 एकड़ जमीन पर भव्य वाटर प्रूफ पंडाल लगाया गया है. कथा में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन की पार्किंग के लिए भी लगभग 70 एकड़ में बनाई गई हैं इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए 250 से ज्यादा टॉयलेट का निर्माण भी किया गया है.
आपको बता दें कि हर कथा की तरह इस कथा को शुरू होने से पहले एक दिन पहले कलश यात्रा निकाली गई जिसमें लगभग 51 हज़ार से भी अधिक महिलाओं की विशाल कलश यात्रा बाईपास स्थित टोयोटा शोरूम के पास से शुरू होकर कथा स्थल पंडाल तक गई. इस कलश यात्रा में शामिल होने के लिए किसी प्रकार की कोई पर्ची नहीं काटी गई थी इच्छुक श्रद्धालु को अपने घर से कलश लाने को कहा गया था.
यहां पर बनाये गए पांच डोंग पंडाल में ही सोने की व्यवस्था की गई है क्योंकि इस कथा में 2 दिन पहले से ही शिव भक्त दिल्ली पंजाब के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी पहुंच चुके थे इन सभी श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए पूरी व्यवस्था पहले से ही की गई थी इन सभी के लिए भंडारे की व्यवस्था भी की गई जिससे कि किसी को खाने की भी कोई परेशानी नहीं हो.
आज कथा के पहले दिन में ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु पंडाल में भरे हुए थे जिनको जगह नहीं मिली वह पंडाल से बाहर अपने सुविधा अनुसार कथा को श्रवण कर रहे थे ऐसा लग रहा था कि रेवाड़ी में भक्तों सुनामी आ गई है. हर श्रद्धालुओं के चेहरे में एक अलग ही उत्साह उमंग देखने को मिल रही थी. पंडित प्रदीप मिश्रा जी श्री वेलकेश्वर महादेव शिव महापुराण कथा को वाजते हुए पहले दिन की कथा में बोले शिव कथा कहती हैं भगवान शंकर का संवाद कह रहा है महादेव का चरित्र कह रहा है अपने नगर में, अपने शहर में, अपने क्षेत्र में यदि देवों के देव महादेव की कथा को श्रवण करते हो या करने का सौभाग्य मिल जाए तो यह मानकर चलना की भगवान शंकर स्वंय कैलाश छोड़ कर, काशी छोड़ कर आपके रेवाड़ी में आकर निवास कर रहे हैं भगवान शिव की जब तक कृपा नही होती दया नहीं होती तब तक जीवन भगवान की अविरल भक्ति की ओर जा ही नही सकता.
अपनी कथा को आगे बढ़ते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने बहुत ही सहज तरीके से शिवलिंग और भगवान शिव के बीच अंतर को समझाया इसके अलावा उन्होंने प्रदोष काल में किए गए उपायों को भी बताए जिससे कि रुके हुए काम या फिर नौकरी में किसी भी प्रकार की अगर बाधा हो तो वह दूर हो जाती है. इसके साथ ही पंडित जी ने बहुत सारे पत्रों को पढ़ा जिनमें एक पत्र बहुत ही खास था जो कि एक महिला का था वो रामपुर की रहने वाली थी जिसको थर्ड स्टेज का कैंसर था जिसका इलाज उसने बड़े-बड़े अस्पताल में कराया लेकिन वहां से भी निराशा मिली अंत में भगवान शिव पर विश्वास करते हुए उनके बच्चों ने भगवान शिव को एक लोटा जल और बेलपत्र चढ़ाया और जल को वो पीती और बेलपत्र को खाती इस विश्वास से की शायद इस रोग से मुक्ति मिल सके भगवान शिव की महिमा का क्या बखान किया जाए जब जब उन्होंने कुछ समय बाद डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर भी आश्चर्य में थे कि उनका कैंसर समाप्त हो चुका था यही शिव तत्व है जिसने शिव को पहचान लिया तो शिव ने उसको कभी नहीं छोड़ा. इसलिए भगवान शिव की भक्ति में चुंबक की तरह चिपक जाइए देखिए भगवान शिव भी आपको कभी नहीं छोड़ेगा अपनी हर कथा की तरह इस कथा में भी पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने भगवान शिव की प्रति आस्था और विश्वास को बनाए रखने के साथ मधुर भजन को भी सुनाया लेकिन आज वह खुद भी बहुत आश्चर्य में थे कि पहले दिन की कथा में इतनी लाखों संख्या की भीड़ को देखकर अपनी मोहक अंदाज में उन्होंने कहा कि आप लोग व्यवस्था करने वाले की व्यवस्था को फेल कर देते हैं इतने बड़े पंडाल को भी पहले दिन ही फुल कर दिए तो पता नहीं पांचवें दिन क्या होगा.
अगर आप रेवाड़ी हरियाणा के आसपास रहने वाले हैं या फिर दूसरे राज्य में भी रहने वाले हैं तो पंडाल तक जरूर पहुंचे क्योंकि पंडाल में सुनी हुई कथा कभी व्यर्थ नहीं जाती आप कथा स्थल तक कैसे पहुंचे इन सभी की जानकारी मैंने पहले ही दे रखी है उसे जरुर पढ़िएगा जिससे कि आपको कथा स्थान रेवाड़ी पहुंचने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.
इस कथा की सबसे खास बात यह है कि इस पंडाल में कोई भी वीआईपी कल्चर नहीं है सभी के लिए पंडाल में जमीन पर गद्दे लगवाकर बैठने की व्यवस्था की गई है.
पढ़े >> 19 मार्च 2024 से पंडित प्रदीप मिश्राजी के श्रीमुख से श्री शिव महापुराण कथा रेवाड़ी, हरियाणा में
FAQ – सामान्य प्रश्न
रेवाड़ी, हरियाणा में कथा स्थल कहां है
सेक्टर 18 हुडा ग्राउंड रेवाड़ी, हरियाणा
कथा की तिथि कब से कब तक है
19 मार्च 2024 से 23 मार्च 2024
रेवाड़ी, हरियाणा में होने वाली श्री शिव महापुराण के कथावाचक कौन है
सीहोर के पंडित प्रदीप मिश्रा
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.