Geeta Updesh | हिंदू धर्म में श्रीमद्भगवद्गीता एक ऐसा दिव्य ग्रँथ हैं जो जीवन जीने के तरीके को सिखाने के साथ ही मनुष्य को आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा भी दिया करती हैं. कहा जाता हैं कि जो कोई व्यक्ति गीता के उपदेशों को अपने जीवन में अनुसरण करता है उसे निश्चित ही एक दिन मंजिल अवश्य मिलती हैं. मनुष्य के धार्मिक, नैतिक और दार्शनिक दृष्टिकोण को मजबूत करने में गीता का उपदेश विशेष भूमिका निभा का कार्य करती हैं. गीता के उपदेशों का उद्देश्य इतना है कि मनुष्य को जीवन के हर क्षेत्र में उद्देश्यपूर्ण कार्य, भक्ति, ज्ञान और योग की आवश्यकता होती हैं और गीता का उपदेश मनुष्यों को मानसिक शांति और आत्म विश्वास की ओर मार्गदर्शन का कार्य किया करती हैं. गीता के अनुसार मनुष्य को इन चीजों पर कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि इन चीजों पर घमंड करना यानि कि अपने जीवन को बर्बादी की राह पर ले जाना इसलिए जितनी जल्दी हो सकें तो इन आदतों से खुदको बचाकर रखें.
मनुष्य को किन चीजों पर घमंड नहीं करना चाहिए :
1) श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार मनुष्य कदापि कुल से बड़ा नहीं होता है लेकिन अगर कोई मनुष्य तथाकथित तौर पर उच्च कुल में जन्म लिया है तो उसे कभी भी अपने उच्च कुल पर घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि उच्च कुल में पैदा लेने वाला मनुष्य दूसरों के प्रति अहंकार की भावना रखता है तो उसको गलत रास्ते पर जाने की संभावना अधिक तौर पर बढ़ जाती हैं.
2) भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेशों में बताया कि मनुष्य को कभी भी अपनी सुंदरता पर घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि शरीर समय के साथ वृद्ध, विकृत और नष्ट हो जाता हैं, ऐसे में श्रीकृष्ण कहते हैं कि मनुष्य को कभी भी भूलकर भी शरीर और बाहरी रूप के प्रति घमंड नहीं करना चाहिए बल्कि मनुष्य को सदैव अपनी आत्मा को पवित्र और शुद्ध करने का प्रयास करते रहना चाहिए.
3) श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण उपदेश देते हुए कहते हैं कि मनुष्य को कभी भी अपने ज्ञान पर घमंड नहीं करना चाहिए. अहंकार और घमंड में सीखा गया ज्ञान एक न एक दिन मनुष्य का साथ अवश्य छोड़ दिया करती हैं किंतु विनम्रता के साथ ज्ञान को अर्जित करने वाला मनुष्य जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ता ही चला जाता हैं.
4) भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश को देते हुए कहते हैं कि मनुष्य को धन पर कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि धन आज है, कल भी रहेगा यह जरूरी नहीं इसलिए ऐसे में धन को लेकर मन में भूलकर भी घमंड की भावना को नहीं आने देना चाहिए क्योंकि धन का अहंकार और उस पर घमंड रखने वाला मनुष्य जीवन में कभी भी सुखी नहीं रहता है.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) हिंदू धर्म का दिव्य ग्रँथ किसे कहा जाता हैं ?
श्रीमद्भगवद्गीता को.
2) श्रीमद्भगवद्गीता में किसने उपदेश दिया है ?
भगवान श्रीकृष्ण ने.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.