Vastu Tips | हिंदू धर्म में हर दिन की पूजा पाठ को आत्मिक पवित्रा और भगवान से जुड़ने का सर्वश्रेष्ठ मार्ग माना गया है क्योंकि रोजाना की पूजा पाठ से न केवल मानसिक शांति मिलती हैं बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य को भी बढ़ाता है मान्यता है कि जहां श्रद्धा से और नियमानुसार पूजा अर्चना किया जाता हैं वहां देवी – देवताओं की कृपा और आशीर्वाद बनी रहती हैं लेकिन कभी – कभी वास्तु से जुड़े कुछ नियमों और छोटी – छोटी बातों को अनदेखा करने से पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता है इसलिए वास्तु के कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है जिससे कि पूजा का प्रभाव और आध्यात्मिक ऊर्जा पूर्ण रूप से मिल सकें और जीवन में सुख समृद्धि आ सकें.
वास्तु टिप्स जिसका पालन करके अपनी दैनिक प्रार्थना व पूजा को प्रभावी और कुशल बनाएं :
Vastu tips to follow to make your daily prayers effective and efficient.
1) घर के मंदिर की सही दिशा :
पूजा को असरदार बनाने के लिए घर के मंदिर को सही दिशा में स्थापित करना आवश्यक होता हैं वास्तु के अनुसार घर के मंदिर की सबसे सही दिशा ईशान कोण यानि कि उत्तर – पूर्व की दिशा मानी जाती हैं लेकिन अगर मंदिर की दिशा गलत रहे तो पूजा का फल अधूरा होने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होने लगता है इसलिए घर में मंदिर की दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए जिससे कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बनी रहे और सुख – समृद्धि का भी वास होता रहें.
2) पूजा करने की सही दिशा :
वास्तु शास्त्र के अनुसार खड़े होकर पूजा करने की तुलना में बैठकर पूजा करना शुभ फलदायक होता है. पूजा करते समय मुख हमेशा पूर्व दिशा या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए क्योंकि यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होने के साथ उत्तर दिशा धन प्राप्ति के लिए तो वही पूर्व दिशा ज्ञान प्राप्ति के लिए माना जाता है लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि घर के मंदिर में स्थापित भगवान की मूर्ति का मुख दक्षिण दिशा में नही होना चाहिए क्योंकि माना जाता है कि इससे वास्तु दोष उत्पन्न हो सकती हैं जिससे कि पूजा असरदार नहीं हो पाता है.
3) घर के मंदिर में इन कार्य को करना :
घर के मंदिर को सदैव साफ – स्वच्छ और व्यवस्थित रखने के साथ सुबह – शाम रोजाना नियमित रूप से दीपक जलाने के अलावा घर के मंदिर में शंख को अवश्य रखें मान्यता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होने के साथ घर परिवार में सुख सौहार्द का वातावरण बना रहता है.
4) घर के मंदिर को यहां पर नहीं बनाएं :
घर के मंदिर को कभी भी भूलकर भी शौचालय, बाथरूम के आसपास नहीं बनाना चाहिए और न ही इसको सीढ़ियों के नीचे या फिर स्टोररूम में ही होना चाहिए.
5) घर के मंदिर में ऐसी मूर्तियां को नहीं रखें :
वास्तु के अनुसार घर के मंदिर में कभी भी किसी भगवान की खंडित मूर्ति को ना ही रखना चाहिए और ना ही एक ही भगवान की कई मूर्तियां को रखना चाहिए माना जाता है कि ऐसा करने से वास्तु दोष उत्पन्न होता है जिससे कि पूजा का पूर्ण फल नहीं मिल पाता है.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) घर के मंदिर को किस दिशा में स्थापित करना चाहिए ?
ईशान कोण.
2) वास्तु के अनुसार कौन सी दिशा धन प्राप्ति के लिए माना जाता है ?
उत्तर दिशा.
3) घर के मंदिर में पूजा किस दिशा में मुख करके करना चाहिए ?
पूर्व दिशा या उत्तर दिशा.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.