Ganesh Chaturthi ke Upay | सनातन धर्म में गणेश चतुर्थी पर्व का विशेष महत्व होता है.पुराणों के अनुसार इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र गणेशजी का प्राकट्य हुआ था. पंचाग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पावन पर्व जिसे गणेश उत्सव के रूप में भी मनाया जाता हैं और इन दिनों में श्रीगणेश की पूजा और व्रत करने से इनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर कुछ आसान लेकिन चमत्कारी उपाय को करने से जीवन के सभी विध्न दूर होने के साथ भाग्योदय भी होता हैं.
गणेश चतुर्थी पर किए जाने वाले चमत्कारी उपाय :
1) कारोबारी में धन वृद्धि के उपाय :
कारोबार में धन की बढ़ोतरी के लिए गणेश चतुर्थी के दिन हल्दी की एक गांठ और दूर्वा को साथ लेकर इसको पीले कपड़े में बांधकर अंनत चतुदर्शी तक तिजोरी में रख दें. अंनत चतुर्दशी के बाद इसे किसी पवित्र नदी, सरोवर या फिर जल धारा में प्रवाहित करें मान्यता है कि इस चमत्कारी उपाय से कारोबार में दिनों दिन धन में वृद्धि होने लगती हैं.
2) मनोकामनाएं पूर्ण करने के उपाय :
गणेश चतुर्थी के दिन विध्नहर्ता गणेशजी की पूजा के दौरान इनको दूर्वा और शमी के पत्ते को अर्पित करें मान्यता है कि इस उपाय से भगवान गणेश प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी कर दिया करते हैं.
3) घर से कलह – क्लेश दूर करने के उपाय :
गणेश चतुर्थी के दिन से हर बुधवार से लगातार ग्यारह (11) बुधवार तक गाय को हरी घास खिलाएं माना जाता है कि इस उपाय से घर के कलह – क्लेश दूर होने के साथ ही परिवार के सभी सदस्यों के बीच प्रेम – स्नेह बढ़ता है.
4) घर में सकारात्मकता के उपाय :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गणेश यंत्र बहुत ही चमत्कारी यंत्र होता है जिसको गणेश चतुर्थी के दिन घर पर स्थापित करना चाहिए मान्यता है कि इसकी स्थापना से घर में किसी भी तरह की कोई भी नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती हैं जिससे कि घर में सकारात्मकता बनी रहती हैं.
5) भाग्योदय करने के उपाय :
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेशजी की पूजा में गुड़ और घी का भोग लगाकर गणेश अर्थवशीर्ष का पाठ करें और फिर इसे किसी गाय को खिला दें या फिर अपनी इच्छानुसार किसी जरूरतमंद को दान मान्यता है कि यह चमत्कारी उपाय किस्मत बदलने के साथ यह कर्ज की समस्याएं भी दूर करता है.
6) पुत्री के विवाह के उपाय :
विवाह उम्र होने के बाद अगर बेटी का विवाह तय नही हो रहा है तो गणेश चतुर्थी के दिन व्रत रखें और विध्नहर्ता श्री गणेश को मालपुए का भोग लगाएं माना जाता है कि इस उपाय से बेटी के विवाह में आ रही बाधा दूर होती हैं और विवाह के योग बनने लगते हैं.
7) नौकरी और व्यवसाय में उन्नति के उपाय :
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पीले रंग की मूर्ति को स्थापित करके पूजन करें और गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक भगवान गणेश के पूजन में हल्दी की पांच गांठ को अर्पित करें और “श्री गणाधिपतये नमः” मंत्र का जाप करने के पश्चात 108 दूर्वा पर गीला हल्दी लगाएं और हर दूर्वा को गणेश को चढ़ाते समय “श्री गजवक्त्रं नमो नमः” मंत्र का मन ही मन जाप करते रहें मान्यता है कि इस चमत्कारी उपाय से नौकरी एवं व्यवसाय में उन्नति के द्वार खुलने के साथ ही सफलता के राह में आने वाली रुकावट भी दूर होती हैं.
8) बेटे के विवाह के उपाय :
अगर बेटे के विवाह में अड़चन आ रही हो जिससे कि विवाह तय हो पा रही हैं तो गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाकर प्रार्थना करें माना जाता है कि इस उपाय से भगवान गणेश की कृपा से विवाह में आ रही अड़चन दूर होने के साथ ही शीघ्र ही विवाह के योग बनते हैं.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) पंचाग के अनुसार गणेश चतुर्थी कब मनाई जाती हैं ?
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को.
2) दूर्वा किस भगवान को बहुत प्रिय हैं ?
भगवान गणेश.
3) ज्योतिष शास्त्र में किस यंत्र को चमत्कारी यंत्र कहा जाता हैं ?
गणेश यंत्र.
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