Navratri | नवरात्रि में मनोवांछित फलों की प्राप्ति और देवी भगवती दुर्गा का आह्वान करने एवं उनका आशीर्वाद को पाने के लिए अखंड ज्योति को जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है. यह ज्योति जीवन में सदैव प्रकाश, ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक होने के साथ यह देवी दुर्गा माता के प्रति समर्पण, विश्वास और भक्ति का भी प्रतीक माना जाता हैं. अखंड ज्योति का मतलब है “निरंतर जलने वाला दीपक” मान्यता है कि अखंड ज्योति (Akhand Jyoti) जलाने से तन मन में मौजूद अंधकार दूर होने के साथ यह भी माना जाता है कि जहां अखंड ज्योति जलती है वहां देवी दुर्गा की विशेष कृपा बनी रहती है तो वहीं इसे माँ भगवती दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद का स्त्रोत भी माना जाता है तो चलिए जानते हैं नवरात्रि पर अखंड ज्योति को जलाने के महत्व, लाभ और नियम के बारे में.
अखंड ज्योति के महत्व :
नवरात्रि में अखंड ज्योति को जलाना माँ भगवती दुर्गा को घर बुलाने का प्रतीक माना जाता है जिससे कि घर में माँ की उपस्थिति बनी रहती हैं. धार्मिक मान्यता है कि अखंड ज्योति (Akhand Jyoti) को जलाने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ उनके कार्य भी सिद्ध होती हैं इसके अलावा यह अखंड ज्योति आस्था, श्रद्धा और विश्वास की मजबूती का प्रतीक होने के साथ ही भक्तों को अपने मुश्किल समय में इससे शक्ति और संबल मिलता है. कहा जाता हैं कि अखंड ज्योति घर में उपस्थित हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा, वास्तु दोष और अन्य बाधाओं को भी दूर करने के साथ यह घर में सुख – शांति और आर्थिक संपन्नता को भी लाने में सहायक होता है.
अखंड ज्योति को जलाने के लाभ :
1) मनोकामनाएं पूर्ण होना :
नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ ही माँ भगवती दुर्गा के आशीर्वाद और कृपा से व्यक्ति की जीवन से जुड़ी परेशानियां दूर होकर उसे अपने कार्यों में सफलता मिलती हैं.
2) नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षित करना :
मान्यता है कि घर में अखंड ज्योति जलाने से घर में रहने वाले सदस्यों पर बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं पड़ता तो वहीं अखंड ज्योति घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है जिससे कि घर में सुख – शांति का आगमन होता हैं!
3) परिवारिक सुख – शांति में बढ़ोतरी होना :
अखंड ज्योति माँ भगवती दुर्गा का आशीर्वाद और कृपा को प्राप्त करने का माध्यम होता है और इसको जलाने से घर में पारिवारिक सुख – शांति और समृद्धि का वास होने के साथ यह घर में रहने वाले सदस्यों के बीच स्नेह और एकता को भी बढ़ाता है.
4) धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति को प्राप्त करना :
अखंड ज्योति धार्मिकता और आध्यात्मिकता का प्रतीक होता है और इसको जलाने से भक्तों का ध्यान एकाग्रचित होता है और इससे साधना के प्रति समर्पण बढ़ता है जिससे कि आध्यात्मिक उन्नति और मन को शांति प्राप्त होती हैं.
5) सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना :
अखंड ज्योति की लगातार जलती हुई लौ घर में सकारात्मक ऊर्जा को बनाएं रखने में सहायक होता है और यह जलती लौ जीवन में आने वाली चुनौतियों से सामना करने की प्रेरणा देने के साथ यह मन में उत्साह और विश्वास का संचार भी करती हैं.
अखंड ज्योति को जलाने के नियम :
नवरात्रि के दिन जलाएं जाने अखंड ज्योति को जलाने के कुछ विशेष नियम होते है जिनका पालन करना चाहिए जिससे कि मनवांछित फल की प्राप्ति हो सकें :
1) अखंड ज्योति को जलाने के लिए पीतल के दीप पात्र का इस्तेमाल करना चाहिए लेकिन अगर पीतल पात्र नहीं हो तो मिट्टी के दीप पात्र में अखंड ज्योति को जला सकते हैं.
2) अखंड ज्योति को जलाने से पूर्व हाथ जोड़कर भगवान श्रीगणेश, दुर्गा माता और भगवान शिव की आराधना करें और फिर ज्योति को जलाते समय मन में अपनी मनोकामनाएं सोच कर माँ दुर्गा से प्रार्थना करें कि पूजा की समाप्ति के साथ मनोकामनाएं भी पूर्ण हो जाएं.
3) अखंड ज्योति को देवी माँ के दाई ओर रखना चाहिए लेकिन अगर अखंड ज्योति तेल का हो तो उसे बाई ओर रखना चाहिए.
4) अखंड ज्योति की बाती का विशेष महत्व होता है. अखंड ज्योति की बाती को रक्षासूत्र यानि कि कलावा से बनाया जाता हैं. माना जाता है कि सवा हाथ का रक्षासूत्र का इस्तेमाल बाती बनाने के लिए करना चाहिए.
5) अखंड ज्योति को नौ दिनों तक बिना बुझाए जलाए रखना चाहिए, ज्योति की लौ को जलाए रखने के लिए नियमित रूप से घी या फिर तेल डालते रहें.
6) अखंड ज्योति को चौकी या फिर पटरे पर रखकर ही जलाएं लेकिन अगर अखंड ज्योति को दुर्गा माता के सामने जमीन पर रख रहें हैं तो जमीन पर अष्टदल बनाकर उस पर रखें.
7) अखंड ज्योति को संकल्प समय खत्म होने के बाद भी फूंक मार कर या फिर गलत तरीके से बुझाना नहीं चाहिए बल्कि ज्योति को अपने आप बुझने देना चाहिए.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) नवरात्रि में अखंड ज्योति को जलाना किसका प्रतीक होता हैं ?
भगवती दुर्गा माँ का आह्वान.
2) अखंड ज्योति को देवी माँ के किस ओर रखना चाहिए ?
दाई ओर.
3) अखंड ज्योति का मतलब क्या होता हैं ?
निरंतर जलने वाला दीपक.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.