Vishnu Purana | हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ है विष्णु पुराण जिसमें जीवन के आदर्श और सावधानियों को लेकर कुछ विशेष नियमों को बताया गया है और इन्हीं नियमों के साथ विष्णु पुराण में यह भी चेतावनी दे गई है कि रात्रि में कुछ स्थानों पर जाना शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक हानिकारक सिद्ध हो सकता है. मान्यता है कि रात्रि के समय कुछ विशेष स्थानों पर नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है जिसके कारण से कोई बड़ा नुकसान या हानि हो सकता है.
विष्णु पुराण के अनुसार रात्रि में किन स्थानों पर भूलकर भी नहीं जाना चाहिए :
1) चौक – चौराहा :
हर किसी मनुष्य को रात्रि के समय चौक – चौराहा से दूर ही रहना चाहिए भूलकर भी रात्रि के समय नहीं जाना चाहिए. चौराहा को संधि स्थल माना जाता है इसके साथ ही चौक – चौराहा को रात्रि में ऊर्जा का अस्थिर स्थान भी माना गया है यही कारण है कि रात्रि में यहां नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाने से नकारात्मक शक्तियों का डेरा लगा रहने से यह राहगीरों को भ्रमित भी कर सकती है. पौराणिक कथानुसार भी चौक चौराहे पर रात्रि बिताने को अशुभ माना गया है.
2) श्मशाम घाट :
विष्णु पुराण के अनुसार रात्रि में भूलकर भी श्मशान के आस पास भी नहीं जाना चाहिए क्योंकि श्मशान घाट को तामसिक और नकारात्मक ऊर्जा का स्थान कहा जाता है. मान्यता है कि रात्रि में श्मशान में नकारात्मक ऊर्जा और शक्तियों का असर सक्रिय हो जाने से मनुष्य को तामसिक तनाव, भय और आत्मिक अशांति जैसे परेशानियों से सामना करना पड़ सकता है इसलिए रात्रि में श्मशान घाट या फिर इसके आसपास भी नहीं जाना चाहिए.
3) अज्ञात स्थान :
अज्ञात या फिर सुनसान स्थानों पर जाने से व्यक्ति अपने आप को अकेलापन और भय से ग्रसित पाता है क्योंकि इन स्थानों पर भी रात्रि के समय नकारात्मक शक्तियों का वास माना जाता है यही कारण है कि इन स्थानों पर जाने से असुरक्षा, डर और दुर्घटना की संभावना होती है इसलिए सुनसान या फिर किसी अज्ञात स्थान पर नहीं जाना चाहिए विशेषकर बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे या फिर पीड़ित व्यक्ति को इन स्थानों पर भूलकर भी नहीं जाना चाहिए.
4) अधर्मी व्यक्ति से मिलना :
अधर्मी और बुरे चरित्र वाले व्यक्ति से वैसे तो सदैव ही दूर रहना चाहिए क्योंकि इनके साथ बैठना भी पाप का कारण बनती हैं लेकिन रात्रि में विशेष रूप से इन व्यक्तियों से भूलकर भी नहीं मिलना चाहिए क्योंकि अधर्मी व्यक्ति अधिकतर अधर्म और गलत कार्य रात्रि के समय में किया करते हैं और ऐसे में रात्रि के समय इनके साथ बैठना और मिलना व्यक्ति के विवेक और नैतिकता पर असर पड़ता है अतः इन लोगों से रात्रि के समय दूर ही रहें.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) विष्णु पुराण किनके द्वारा रचित माना जाता हैं ?
पराशर ऋषि.
2) विष्णु पुराण के अनुसार रात्रि में किन स्थानों पर नहीं जाना चाहिए ?
चौक – चौराहा, श्मशान घाट और सुनसान स्थान.
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