Vidur Niti | महाभारत एक ऐसा ग्रंथ है जिसको हिंदू धर्म का पांचवां ग्रंथ माना जाता है और जिनके हे एक पात्र की अपनी एक अलग पहचान और महत्ता थी, इन्हीं सभी पात्रों में एक महत्वपूर्ण पात्र थे महात्मा विदुर जो कि अपनी बुद्धिमत्ता और नीति की वजह से प्रसिद्ध है क्योंकि इनकी नीति न केवल नैतिकता बल्कि व्यक्ति के आंतरिक गुणों के बारे में भी जिक्र करने के साथ मनुष्य के जीवन से जुड़े गहरे सिद्धांत को भी बताया गया है और इन्हीं में से एक है “क्रोध पर नियंत्रण” विदुर नीति के अनुसार परिस्थिति चाहे कैसी भी क्यों न हो लेकिन इन लोगों पर क्रोध नहीं करना चाहिए क्योंकि इन लोगों पर क्रोध करना सदैव नुकसानदायक होने के साथ यह मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक नुकसान भी पहुंचा सकता हैं.
विदुर नीति के अनुसार किन लोगों पर क्रोध नहीं करना चाहिए :
1) देवता :
विदुर नीति के अनुसार कभी भी देवताओं पर क्रोध या फिर गुस्सा नहीं करना चाहिए क्योंकि देवताओं पर क्रोध करना भगवान के प्रति अपमान के जैसा है और यह आस्था – विश्वास को कमजोर कर देता है जो कि पाप का कारण बन सकती है.
2) राजा :
विदुर नीति कहती है कि कभी भी राजा या फिर शासक पर क्रोध नहीं करना चाहिए क्योंकि इन लोगों पर क्रोध करना अपने आप को किसी मुसीबत में डालने जैसा है क्योंकि राजा, शासक और कानून का अपमान करने से सजा और परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है.
3) ब्राह्मण :
ब्राह्मण को समाज का ज्ञान और शिक्षा देने वाला वर्ग कहा जाता हैं और इसलिए ब्राह्मण पर क्रोध नहीं करना चाहिए क्योंकि इन पर क्रोध करना संस्कार और विद्या का अपमान करने जैसा है क्योंकि ब्राह्मण पर क्रोध न केवल सामाजिक बल्कि आध्यात्मिक नुकसान भी होता हैं.
4) वृद्ध :
विदुर नीति के अनुसार कभी भी वृद्ध व्यक्ति पर क्रोध नहीं करना चाहिए क्योंकि वृद्ध व्यक्ति अनुभव और जीवन ज्ञान का भंडार होता हैं और ऐसे में इन पर क्रोध करने से न केवल उनके आशीर्वाद से वंचित रह जाते हैं बल्कि यह अशिष्टता और संस्कारहीनता भी मानी जाती हैं.
5) रोगी :
विदुर नीति कहती है कि कभी भी रोगी व्यक्ति पर गुस्सा नहीं करना चाहिए क्योंकि रोगी व्यक्ति पहले ही शारीरिक और मानसिक तकलीफ से गुजर रहा है और ऐसी स्थिति में इन पर क्रोध करना अमानवीय व्यवहारहिता है जिसके कारण से रोगी व्यक्ति का दुख को और भी बढ़ा सकता हैं.
6) बालक :
बालक सदैव निर्दोष होने के साथ ही यह मासूम भी होते हैं और इन पर कभी भी क्रोध नहीं करना चाहिए क्योंकि बालक पर क्रोध करने से इनका मानसिक विकास प्रभावित होता हैं और बालक पर क्रोध करना हमारे धैर्य और सहनशीलता की कमी को भी बतलाता है.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) हिंदू धर्म का पांचवां ग्रंथ किसे माना जाता हैं ?
महाभारत
2) विदुर नीति के अनुसार किन लोगों पर क्रोध नहीं करना चाहिए ?
देवता, राजा, ब्राह्मण, वृद्ध, रोगी और बालक.
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