Pandit Pradeep Mishra | 01 अप्रैल से 07 अप्रैल 2024 के बीच अक्षत नगर के पीछे रामपुरा रोड मनासा नीमच मध्य प्रदेश में दोपहर 01 से 04 के बीच बेलपत्र शिव महापुराण की कथा अंतरराष्ट्रीय कथा प्रवक्ता भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्राजी के श्रीमुख से कहीं जानी थी इस पावन शिव महापुराण कथा के मुख्य आयोजक रिटायर्ड आर्मी प्रवीण देवरा जी और यह कथा शहीद सैनिकों को समर्पित थी.
आपको बता दें कि पूर्व में इस कथा की तैयारी को लेकर प्रशासनिक कथा की अनुमति को निरस्त कर दिया था लेकिन इसके बाद सर्व समाज क्षत्रिय और मनासा विधायक माधव मारू सहित जन प्रतिनिधियों ने व्यवस्थाओं का जिम्मा उठाते हुए तैयारी को बहुत ही सुगम तरीके से अंतिम रूप दिया जिसमें उन्होंने वह सभी व्यवस्था किया जिसकी कमी के कारण इस कथा को निरस्त कर दिया गया था लेकिन जब सारी व्यवस्था सुचारू रूप से अच्छी हो गई तब कथा की वापस अनुमति दी गई वैसे इस दौरान पुलिस प्रशासन ने भी काफी मेहनत की.
हर कथा की तरह इस कथा में भी भव्य कलश यात्रा निकाली गई जो कि रविवार 31 मार्च को सुबह 07 बजे से भव्य कलश यात्रा शुरू होकर कथा पंडाल तक चली दूर-दूर से श्रद्धालुओं का आना भी शुरू हो गया लेकिन अचानक सोमवार को कथा शुरू होने से पहले इस कथा को निरस्त कर दी गई आपको बता दें कि स्वयं पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने कथा पंडाल पहुंचकर स्वास्थ्य खराब होने की बात कहते हुए कथा को निरस्त किया.
Pandit Pradeep Mishra | आइए जानते हैं इस कथा को निरस्त होने की वजह को विस्तार से.
नीमच जिले के मनासा में कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी की शिव महापुराण कथा निरस्त हो गई सोमवार को कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा कुछ समय के लिए मनासा में लाखों की संख्या में उपस्थित भक्तों के बीच पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने स्वंय बताया कि – 29 मार्च को आष्टा में आयोजित होली समारोह में नारियल से सिर में चोट लग गई जिससे मेरे ब्रेन में सूजन आ गई है डॉक्टर ने कथा करने से मना किया है अस्पताल से छुट्टी लेकर मैं यहां पहुंचा हूं मैं सभी भक्तों से क्षमा चाहता हूं स्वास्थ्य सही नहीं होने से कथा नहीं हो सकेगी अगर स्वास्थ्य में सुधार हुआ तो आगामी कथा भी होगी अन्यथा वह भी निरस्त होगी.
आपको बताते हैं कि स्वयं पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने भक्तों से क्षमा मांगा और उन्होंने कहा अगले साल मनासा में फिर से कथा होगी और उस कथा का समूचा खर्च विट्टलेश सेवा समिति उठेगी और यजमान यही रहेंगे आप सभी भक्तगण निश्चित रहें हम जल्द ही मिलेंगे उन्होंने मंच से ही सभी का धन्यवाद किया सभी व्यवस्थाओं के लिए आभार भी जताया और उसके बाद मिश्रा जी वापस चले गए. इस तरह काफी लंबी जद्दोजहद के बाद मानसा में आयोजित कथा निरस्त हो ही गई लेकिन वजह जानने के बाद सभी श्रद्धालु काफी दुखी और उदास नजर आए हैं पर सभी ने सच्चे मन से बाबा भोलेनाथ से पंडित प्रदीप मिश्रा जी के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की ताकि उनके श्रीमुख से कही गई शिव महापुराण की कथा सुनने का शुभ अवसर मिले और वह अपने जीवन को सार्थक बनाएं.
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