Devkinandan Thakur | श्री देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज के पावन सानिध्य और श्रीमुख से सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का भव्य आयोजन देवभूमि उत्तराखंड की पवित्र धाम गंगोत्री में 09 जून से 15 जून 2025 को होनी जा रही हैं. देवभूमि उत्तराखंड की इस दिव्य और ऐतिहासिक कथा को लेकर उम्मीद जताई जा रही हैं कि इस आयोजन में केवल राज्य से ही नहीं बल्कि देश के कोने – कोने से श्रद्धालुओं आयेगें क्योंकि गंगोत्री धाम में श्रीमद्भागवत कथा का होना अपने आप में विशेष महत्ता को दर्शाता है.
आपको बता दें कि उत्तराखंड में गंगोत्री धाम छोटा चार धाम (यमुनोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री) में विशेष स्थान रखता है क्योंकि यह हिंदुओं की सबसे पवित्र नदी गंगा का उद्गम स्थल है और ऐसी मान्यता है कि राजा सगर के पोते भगीरथ ने अपने पूर्वजों को ऋषि कपिला के श्राप से मुक्त करने के लिए गंगा को धरती पर उतारने के लिए हजार सालों तक तपस्या की थी. गंगोत्री से कुछ दूरी पर गौमुख ग्लेशियर हैं जहां से गंगा नदी का जल प्रवाहित होता है तो वहीं इस धाम में विश्वनाथ मंदिर और भैरवनाथ मंदिर भी स्थित हैं.
जानते हैं ठाकुरजी महाराज की आगामी कथा के बारे में :
परम् पूज्य संत “धर्मरत्न” श्री देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज के श्रीमुख से श्रीमद्भागवत कथा का ऐतिहासिक आयोजन 09 जून से 15 जून 2025 को सुबह 10 बजे से दोपहर 01 बजे के बीच गंगोत्री उत्तराखंड में किया जाएगा और यह आयोजन विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा करवाया जा रहा है. शास्त्रों के अनुसार श्रीमद्भागवत कथा मोक्ष प्रदान करने वाली है और अगर इस कथा को श्रवण करने का सौभाग्य गंगा के पावन तट पर प्राप्त हो जाएं तो इसका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता हैं.
जानते हैं गंगोत्री धाम कैसे पहुंचे :
गंगोत्री धाम पंहुचने के लिए सीधा सड़कमार्ग है. गंगोत्री धाम का सबसे निकटतम हवाई अड्डा जॉलीग्रांट एयरपोर्ट देहरादून हैं जो उत्तरकाशी मुख्यालय से लगभग 200 km के दूरी पर है. उत्तरकाशी से निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश हैं जो कि उत्तरकाशी से 100 km की दूरी पर है. देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार से गंगोत्री धाम जाने के लिए राज्य परिवहन की बसें और टैक्सी नियमित रूप से चलती है आप अपनी सुविधानुसार गंगोत्री धाम पहुँच सकते हैं.
तो आइए अपने और अपने परिवार की सुख – समृद्धि के लिए महाराज श्री के संग चले गंगोत्री.
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