Geeta Updesh | जीवन में जब बार – बार असफलता मिलने लगती हैं तो मन दुःखी रहने लगता है कि जीवन में कुछ भी सही नहीं हो रहा है लेकिन ऐसे समय में उन बातों को अवश्य पढ़ना चाहिए जो सही राह दिखाती हो. भगवान श्रीकृष्ण ने भगवत गीता में ऐसी कई सारी शिक्षाप्रद सीखें दी है जो कि मनुष्य का मुश्किल परिस्थितियों में हौसला देती है क्योंकि गीता का उपदेश केवल धार्मिक बातें ही नहीं है बल्कि जीवन को सही दिशा देने वाला ज्ञान भी है और ऐसे ही जीवन में बार – बार असफलता और हार का सामना करना पड़ रहा है तो गीता की यह पांच उपदेश को अवश्य पढ़ना चाहिए क्योंकि यह उपदेश सोच को बदलने वाली और सफलता की राह ले जाएगी.
गीता के उपदेश जो जीवन में सफलता की राह बनाते हैं :
1) अपने मन को शांत रखें :
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश में कहा हैं कि – मनुष्य का मन जैसा सोचता है, वैसा ही उसका जीवन बनता है और जब मनुष्य का मन अशांत रहता हैं तो वह सही फैसला नहीं ले पाता है लेकिन मनुष्य को मुश्किल परिस्थितियों में भी मन को शांत और स्थिर रखना चाहिए तभी वह सही और उचित रास्ते को देख सकता है.
2) अपने लक्ष्य पर ध्यान देना :
भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश देते हुए कहा कि – हे अर्जुन ! अगर मनुष्य का लक्ष्य साफ है तो रास्ता मिल ही जाता हैं.जीवन में आगे बढ़ने के लिए लक्ष्य को केंद्रित करना आवश्यक होता हैं क्योंकि अगर मनुष्य भटकता रहेगा तो उसे मंजिल कभी नहीं मिलेगी इसलिए मन को भटकने से बचाएं और लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रहें
3) कर्म करो, फल की चिंता मत करो :
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश में कहा है कि – मनुष्य को केवल अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि जो जैसा करेगा उसको वैसा ही फल की प्राप्ति होगी.अगर व्यक्ति अपने परिणाम की चिन्ता करेगा तो काम पर ध्यान नहीं दे पाएगा इसलिए व्यक्ति को सदैव मेहनत करना चाहिए बाकी सब परमात्मा पर छोड़ देना चाहिए.
4) डर को स्वयं से दूर करो :
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश में कहा है कि – मनुष्य को डर भीतर से तोड़ देता है जबकि आत्मा अमर है, इसलिए किसी भी चीज से नहीं डरना चाहिए. जब व्यक्ति डर को छोड़ता है तब ही वह आगे बढ़ता है क्योंकि हिम्मत और विश्वास से हर मुश्किल सरल और आसान हो जाया करती हैं.
5) बदलाव ही जीवन को :
भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश देते हुए कहते हैं – हे अर्जुन ! जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है, न सुख और न ही दुःख. हर स्थिति बदलती है केवल मनुष्य को धैर्य रखने की आवश्यकता होती है क्योंकि हर मुश्किल समय के बाद अच्छा समय अवश्य आता है इसलिए कभी भी हार नहीं मानना चाहिए.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) गीता का उपदेश किस ग्रंथ में संग्रहित है ?
श्रीमद्भगवद्गीता
2) गीता का उपदेश किसने किसको दिया है ?
भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.


