Gupt Navratri ke Diye | सनातन धर्म में माँ भगवती दुर्गा शक्ति और भक्ति की प्रतीक कहलाती हैं जिसकी विभिन्न रूपों में पूजा और अर्चना किया जाता हैं. नवरात्रि का पावन पर्व माँ भगवती दुर्गा को समर्पित होता है जो साल में चार बार मनाई जाती है जिसमें चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि होती हैं. चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि में माँ भगवती दुर्गा आदिशक्ति की नौ रूपों की पूजा प्रत्यक्ष रूप से किया जाता हैं लेकिन गुप्त नवरात्रि में माँ दुर्गा आदिशक्ति के दस महाविद्याओं की साधना गुप्त तरीके से किया जाता हैं.
मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि गोपनीय साधनाओं के लिए विशेषकर मानी जाती हैं जिससे कि शक्ति मिलने के साथ ही बाधाओं को नाश करने का भी वरदान प्राप्त होता हैं इसके अलावा किसी भी कार्य में सिद्धि को पाने के लिए भी गुप्त नवरात्रि के पर्व को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. गुप्त नवरात्रि के नौ दिन विभिन्न तरह के दीपक जलाना बहुत ही फलदायक हो सकता है कहा जाता है कि गुप्त नवरात्रि के नौ दिन नौ तरह के दीये जलाने से माँ आदिशक्ति की कृपा मिलने के साथ खुल जाते हैं तरक्की के रास्ते.
जानते हैं गुप्त नवरात्रि के नौ दिन जलाने वाले नौ प्रकार के दीपक को :
गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्या माँ काली, तारा देवी, माँ त्रिपुर सुंदरी, माँ भुवनेश्वरी, माँ छिन्नमस्ता, माँ त्रिपुर भैरवी, माँ धूमावती, माँ बगलामुखी, माँ मातंगी और कमला देवी की साधना – उपासना किया जाता हैं और इन दस महाविद्याओं की साधना के लिए नौ अलग – अलग दीपक जलाना चाहिए क्योंकि यह प्रत्येक देवी का प्रतिनिधित्व करता है.
1) गुप्त नवरात्रि का पहला दिन (माँ काली) :
गुप्त नवरात्रि के पहले दिन माँ काली की पूजा अर्चना करने के लिए घी का दीपक को जलाना चाहिए मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि के पहले दिन दीपक जलाने से माँ आदिशक्ति का आशीर्वाद मिलने के साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता हैं. घी माता लक्ष्मी का प्रतीक होने के कारण से घी के दीपक को गुप्त नवरात्रि के पहले दिन जलाने से मा लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होने के साथ ही धन – धान्य में वृद्धि होती है. माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि के पहले दिन घी के दीपक को जलाने से लंबी आयु और निरोगी काया का वरदान प्राप्त होता हैं.
2) गुप्त नवरात्रि का दूसरा दिन (माँ तारा देवी) :
गुप्त नवरात्रि के दूसरे दिन माँ तारा देवी महाविद्या की साधना किया जाता हैं और इस दिन तिल के तेल का दीपक को जलाना चाहिए मान्यता है कि माँ तारा देवी की पूजा में तिल के तेल का दीपक जलाने से लाभ मिलने के साथ ही मनचाहे फल की भी प्राप्ति होती हैं.
3) गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन (माँ त्रिपुर सुंदरी) :
गुप्त नवरात्रि के तीसरे दिन महाविद्या माँ त्रिपुर सुंदरी को समर्पित होता है और इस दिन इनकी पूजा अर्चना के लिए घी का दीपक जलाना चाहिए.
4) गुप्त नवरात्रि का चौथा दिन (माँ भुवनेश्वरी) :
गुप्त नवरात्रि के चौथे दिन माँ भुवनेश्वरी की साधना उपासना करने की विधान है मान्यता है कि माँ भुवनेश्वरी की पूजा में गाय के घी का दीपक जलाने से आरोग्य, समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होने के साथ ही शुभ परिणामों की भी प्राप्ति होती हैं.
5) गुप्त नवरात्रि का पांचवा दिन (माँ छिन्नमस्ता) :
गुप्त नवरात्रि के पांचवे दिन माँ छिन्नमस्ता की पूजा अर्चना में गाय के घी का दीपक जलाना श्रेष्ठ होता है मान्यता है कि घी का दीपक का प्रकाश माता छिन्नमस्ता की तेजस्विता का प्रतीक होता हैं जिसको जलाने से माता छिन्नमस्ता की प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाती है.
6) गुप्त नवरात्रि का छठवां दिन (माँ त्रिपुर भैरवी) :
गुप्त नवरात्रि के छठवें दिन माँ त्रिपुर भैरवी की पूजा किया जाता हैं मान्यता है कि इनकी पूजा अर्चना में सरसों तेल का दीपक को जलाना फलदायक होता हैं.
7) गुप्त नवरात्रि का सांतवा दिन (माँ धूमावती) :
दस महाविद्याओं में धूमावती माता को तंत्र शास्त्र की देवी कहलाती हैं जिसकी पूजा गुप्त नवरात्रि के सातवें दिन किया जाता हैं और इनकी पूजा उपासना में घी का दीपक जलाने का विशेष महत्व होता है मान्यता है कि माता धूमावती की पूजा में घी का दीपक जलाने से देवी माँ प्रसन्न होती हैं जिससे कि मोक्ष और भौतिक सुखों की प्राप्ति होती हैं.
8) गुप्त नवरात्रि का आठवां दिन (माँ बगलामुखी) :
गुप्त नवरात्रि का आठवां दिन माँ बगलामुखी को समर्पित होता हैं जिनको ज्ञान, वाणी और विजय की देवी कहा जाता हैं और इनकी पूजा में घी का दीपक जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है मान्यता है कि माँ बगलामुखी की पूजा में घी का दीपक जलाने से माँ प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाने के साथ आशीर्वाद भी देती हैं.
9) गुप्त नवरात्रि का नौवां दिन (मातंगी माता और कमला देवी) :
गुप्त नवरात्रि के नौवें दिन मातंगी माता और कमला देवी की पूजा उपासना किया जाता हैं और इन दोनों को शक्ति और समृद्धि की देवी कहा जाता हैं. इन दोनों देवी की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए गुप्त नवरात्रि के नौवें दिन सरसों तेल का दीपक को जलाना चाहिए.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) गुप्त नवरात्रि के पहले दिन माँ काली की पूजा में किसका दीपक जलाना चाहिए ?
घी का दीपक.
2) कौन सी महाविद्या ज्ञान, वाणी और विजय की देवी कहलाती हैं ?
माँ बगलामुखी.
3) किस महाविद्या की पूजा अर्चना से आरोग्य, समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती हैं ?
माता भुवनेश्वरी.
4) मातंगी माता और कमला देवी की पूजा गुप्त नवरात्रि में किस दीपक से करना चाहिए ?
सरसों तेल.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.