Shani Dev | हिन्दू धर्म में शनिदेव को न्याय और कर्मफल दाता माने गए हैं. अच्छे कर्म करने वाले को अच्छा फल देते हैं तो वहीं बुरे कर्म करने वाले को दंड भी दिया करते हैं अर्थात शनिदेव मनुष्य के अच्छे बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं और उसी के अनुसार फल भी दिया करते हैं. शास्त्रों में शनिदेव की पसंद नापसंद प्रिय राशियों के साथ साथ उनकी दिशा का विस्तार से उल्लेख किया गया है. वास्तु के अनुसार शनिदेव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए घर में शनिदेव की दिशा को लेकर कुछ नियमों और बातों का ध्यान रखना चाहिए.
Shani Dev | आइए जानते हैं शनिदेव घर की किस दिशा में राज करते हैं :
वास्तु शास्त्र में दस दिशाओं के महत्व के बारे में बताया गया है जिसमें प्रमुख दिशाएं हैं उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम तो वहीं चार उपदिशाएं ईशान, आग्नेय, नेऋत्य वायव्य के साथ साथ आकाश और पृथ्वी हैं. वास्तुशास्त्र के अनुसार हर दिशा का अपना एक ग्रह और देवता होता हैं जिसका प्रभाव उन दिशाओं में देखने को मिलता है और शनिदेव की प्रिय दिशा पश्चिम दिशा होती हैं मान्यता है कि पश्चिम दिशा पर शनिदेव का वास होता है.
Shani Dev | आइए जान लेते हैं शनिदेव की दिशा में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए :
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर की पश्चिम दिशा को लेकर इन बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे कि शनिदेव की कृपा प्राप्त हो सके –
1) घर की पश्चिम दिशा में किसीभी प्रकार का कूड़ा, कबाड़ और गंदगी को नहीं रखना चाहिए माना जाता है कि इससे शनिदेव नाराज हो जाते हैं और उनकी अशुभ दृष्टि से घर में दरिद्रता आती हैं.
2) घर की पश्चिम दिशा का भाग खुला होना चाहिए कहा जाता हैं कि जिन घरों में पश्चिम दिशा बंद रहती हैं उस घर में रहने वाले सदस्यों को मानसिक तनाव में बढ़ोतरी होती हैं.
3) वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर किसी घर का मुख्य दरवाजा पश्चिम दिशा में खुल रहा हो तो उस घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है लेकिन यदि जगह की कमी से घर का मुख्य दरवाजा पश्चिम दिशा में रखना पड़े तो घर के मुख्य दरवाजे के दोनों ओर घने पेड़ लगाए.
4) घर की पश्चिम दिशा में कभी भी रसोई घर नही बनाना चाहिए क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की पश्चिम दिशा में रसोई घर होने से घर में आर्थिक तंगी और कलह बनती हैं.
5) वास्तु शास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा में पति पत्नी का कमरा होने से दोनों के बीच तनाव बढ़ता है.
6) घर की पश्चिम दिशा की ओर कोई खिड़की हो तो वह खिड़की पूर्व दिशा की दीवार में लगी खिड़की से छोटी होनी चाहिए माना जाता है कि अगर ऐसा नही किया जाएं तो घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.
Vastu for West Direction| आइए जानते हैं पश्चिम दिशा के दोष को दूर करने के उपाय को :
1) वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की पश्चिम दिशा की दीवारों पर चॉकलेट या फिर ग्रे जैसे डार्क रंग करना अच्छा माना जाता है मान्यता है कि इस उपाय को करने से शनिदेव की दृष्टि सौम्य रहती है जिससे कि शनि देव प्रसन्न होते हैं.
2) अगर घर की पश्चिम दिशा में किसी तरह का ऐसा दोष हो जिससे दूर करना असंभव हो रहा तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में शनि यंत्र की स्थापना करके उसकी नियमित रूप से पूजा करें
3) मान्यता है कि भैरव भगवान की पूजा अर्चना करने से घर के पश्चिम दिशा के दोष समाप्त हो जाते हैं.
4) जिस घर में पश्चिम दिशा में दोष अगर मौजूद हो तो ऐसे घरों में रहने वाले को मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
हिन्दू धर्म में शनिदेव क्या कहलाते हैं ?
न्याय और कर्मफल के देवता.
शनिदेव कौन सी दिशा में वास करते हैं ?
पश्चिम दिशा.
घर की पश्चिम दिशा के दोष को दूर करने के लिए किस भगवान की पूजा करनी चाहिए?
भगवान भैरव
घर में किस यंत्र की स्थापना से पश्चिम दिशा के दोष दूर हो जाते हैं?
शनि यंत्र
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.