Kamdhenu Cow | हिंदू धर्म में गाय को बहुत ही पवित्र माना जाता है इसे माता का दर्जा मिला है तो वहीं कामधेनु गाय को सभी गायों में दिव्य कहा जाता है क्योंकि कामधेनु गाय समुंद्र मंथन के समय चौदह (14) बहुमूल्य रत्नों में से एक है जिसमें 33 कोटि देवी देवताओं का वास होता है इसलिए शास्त्रों में इस गाय को ब्रह्मांडीय गाय भी कहा जाता हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कामधेनु गाय की मूर्ति को सही दिशा में रखने से घर में सुख समृद्धि का आगमन और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. मान्यता है कि कामधेनु गाय में माँ दुर्गा, माता लक्ष्मी और सरस्वती माता के गुण मौजूद होते हैं तो वहीं इस गाय की पूजा करने से भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाते हैं कहा जाता हैं कि कामधेनु गाय के दर्शन मात्र से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है और मन से चिंता और तनाव भी दूर हो जाते हैं.
Kamdhenu Cow | कामधेनु गाय की कैसी मूर्ति को घर में रखना चाहिए :
Which idol of Kamdhenu cow should be kept in the house? वास्तु शास्त्र के अनुसार कामधेनु गाय की मूर्ति (Kamdhenu gay ki murti) किसी भी धातु में लगानी चाहिए और धातु तांबे, पीतल, चांदी या फिर सोने की हो सकती है लेकिन घर में कामधेनु गाय की ऐसी मूर्ति को रखना चाहिए जिसमें उनके साथ बछड़ा भी हो जिसे नंदिनी कहा जाता है. मान्यता है कि घर में कामधेनु गाय और नंदिनी बछड़े की मूर्ति को रखना और पूजा करना बहुत ही लाभदायक होता है जिससे घर में सुख शांति आती हैं और जीवन से परेशानियां दूर होने के साथ ही यह बीमारियों से मुक्ति दिलाता है. माना जाता है कि निसंतान महिलाएं अगर कामधेनु गाय और बछड़ें कि मूर्ति की पूजा करें तो उसे संतान सुख की प्राप्ति होती हैं.
Kamdhenu Cow statue | कामधेनु गाय की मूर्ति को कहां रखे :
वास्तु शास्त्र के अनुसार कामधेनु गाय की मूर्ति को पूजा घर में स्थापित किया जा सकता है इसके अलावा घर के मुख्य दरवाजे पर भी स्थापित किया जा सकता है क्योंकि मान्यता है कि इन स्थानों पर कामधेनु गाय की मूर्ति को लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने के साथ घर में सुख शांति बनी रहती हैं.
Kamdhenu Cow | कामधेनु गाय की मूर्ति को किस दिशा में लगाएं :
In which direction to place the statue of Kamdhenu cow? वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कामधेनु गाय और बछड़ें की मूर्ति को ईशान कोण यानि कि पूर्वोत्तर दिशा में लगाना चाहिए क्योंकि हिंदू धर्म में इस दिशा को देवी देवताओं का दिशा मानी गई है और साथ ही इस दिशा को सबसे पवित्र स्थान माना गया है मान्यता है कि इस दिशा में कामधेनु गाय की मूर्ति को रखना शुभ होता हैं और घर से वास्तु दोष दूर होने के साथ ही घर में धन की वृद्धि होती हैं अगर इस मूर्ति को अन्य किसी दिशा में लगाना चाहते हैं तो घर के उत्तर पूर्व दिशा में भी लगाया जा सकता है.
Kamdhenu Cow | कामधेनु गाय की मूर्ति को घर में रखने के नियमों को :
Rules for keeping Kamdhenu cow idol at home.
1) हिंदू धर्म में कामधेनु गाय को बहुत पवित्र और पूजनीय गाय मानी गई है इसलिए इसकी मूर्ति को कभी भी शौचालय के आसपास नहीं रखना चाहिए मान्यता है कि ऐसा करने से आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं.
2) कामधेनु गाय की मूर्ति को कभी भी कांच के शोकेस में नही रखना चाहिए.
3) कामधेनु गाय की मूर्ति घर में सिर्फ एक ही रखनी चाहिए.
Kamdhenu Cow ke Mahatv | कामधेनु गाय के महत्व को :
हिंदू धर्म में कामधेनु गाय को ब्रह्मांडीय गाय माना गया है कहा जाता हैं कि कामधेनु गाय की कृपा जिस पर बनी रहती हैं तो उस घर के सदस्य कभी भी आर्थिक समस्याओं से नहीं जूझते हैं. धार्मिक मान्यता है कि कामधेनु गाय को सुरभि के नाम से भी जाना जाता हैं. सुरभि यानि कि “सुगंध’. माना गया है कि कामधेनु गाय के चार पैर चार वेदों का प्रतीक होता है जोकि हिमालय का प्रतिनिधित्व करती हैं और इसके आंखों में सूर्य व चंद्रमा का वास होता है. कामधेनु गाय के कंधों में अग्नि, वायु और पवन देव, सींग को त्रिमूर्ति, सिरे पर भगवान ब्रह्मा, केंद्र भगवान विष्णु और आधार पर भगवान शिव हैं.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
कामधेनु गाय को घर की किस दिशा में रखनी चाहिए ?
घर के ईशान कोण यानी कि पूर्वोत्तर दिशा.
कामधेनु गाय को और किस नाम से जाना जाता हैं?
सुरभि.
कामधेनु गाय में किन किन देवी माँ का गुण होता है ?
माँ दुर्गा, माँ लक्ष्मी और सरस्वती माता.
कामधेनु गाय के चार पैर किसका प्रतीक होता है ?
चार वेदों का
कामधेनु गाय के साथ रहने वाली बछड़ें का क्या नाम है ?
नंदिनी.
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