Garuda Purana | हिंदू धर्म में कई महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रँथों में एक हैं गरुड़ पुराण जिसमें श्रीहरि विष्णु और उनके वाहन गरुड़ पक्षी के बीच संवाद का वर्णन है. गरुड़ पुराण में 19 हजार श्लोक हैं जिसमें से सात हजार श्लोक मनुष्य के जीवन से संबंधित हैं और इन सात हजार श्लोक में नरक, स्वर्ग, रहस्य, नीति, धर्म और ज्ञान के बारे में वर्णन किया गया है. गरुड़ पुराण के अनुसार मनुष्य को अपने कर्मों के अनुसार फल भोगना पड़ता है अर्थात जीवन में अच्छे कर्म करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती हैं तो वहीं बुरे कर्मों को करने पर नरक में कई प्रकार की यातनाएं सहनी पड़ती हैं. गरुड़ पुराण में गौदान को मनुष्य के लिए जरूरी बताया गया है और धार्मिक मान्यता है कि हिंदू धर्म में गौदान सबसे बड़ा दान हैं और गौदान करने से मनुष्य को नरक में यातनाएं झेलनी नही पड़ती हैं.
जानते हैं आखिर क्यों जरूरी है मृत्यु से पहले गौदान ? क्या है इसका रहस्य :
गरुड़ पुराण के अनुसार यमलोक में एक बहुत ही खतरनाक नदी हैं जिसका नाम वैतरणी हैं और मान्यता है कि इस नदी में रक्त बहता है जिसमें भयानक प्रेत आत्माएं वास रहता है और इस नदी को केवल गाय की पूंछ पकड़कर ही पार किया जा सकता है. गरुड़ पुराण में उल्लेख किया गया है कि मनुष्य को मृत्यु के पश्चात वैतरणी नदी को पार करना ही पड़ता है और यमलोक के रास्ते में आने वाली इस वैतरणी नदी को पार करने के लिए मनुष्य को अपने जीवनकाल में ही गौदान करना चाहिए लेकिन अगर जो मनुष्य अपने जीवनकाल में विधि पूर्वक गौदान नहीं कर पाते तो उनकी मृत्यु के बाद उनके परिजन मृतक के नाम से गौदान किया जा सकता हैं.
धार्मिक मान्यता है कि जीवन में गौदान करने से मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं और नरक की यातनाओं से मुक्ति मिलती हैं इसके अलावा गौदान करने से वैतरणी नदी को पार करने के लिए किसी भी प्रकार के कष्ट का सामना करना नहीं पड़ता वैसे गरुड़ पुराण के अनुसार जीवन में अच्छे कर्म को नहीं करने से वैतरणी नदी पार करने में कष्टों को झेलना ही पड़ता हैं.
क्या है गौदान की मान्यता :
धार्मिक मान्यतानुसार गौदान करने से आत्मा वैतरणी नदी को सफलतापूर्वक पार कर लेती है और मृतक की आत्मा को यमलोक के रास्ते में पापी आत्माएं भी नहीं सताते हैं. माना जाता है कि जीवन काल में दान की गई वस्तुएं कई गुना होकर यमलोक में मिलती है इसलिए जीवन में गौदान करना जरूरी होता है ताकि गाय की पूंछ पकड़कर वैतरणी नदी पार किया जा सकें.
उम्मीद है कि आपको गरुड़ पुराण से जुड़ा हुआ यह लेख पसंद आया होगा तो इसे अधिक से अधिक अपने परिजनों और दोस्तों के बीच शेयर करें और ऐसे ही गरुड़ पुराण से जुड़े अन्य लेख को पढ़ने के लिए जुड़े रहें madhuramhindi.com के साथ.
FAQ – सामान्य प्रश्न
1) गरुड़ पुराण में कितने श्लोक हैं ?
19 हजार.
2) गरुड़ पुराण के अनुसार यमलोक में बहनें वाली नदी का नाम क्या है ?
वैतरणी नदी.
3) वैतरणी नदी को पार करने के लिए के लिए क्या दान करना चाहिए ?
गौदान.
4) वैतरणी नदी को पार गाय के किस अंग को पकड़कर किया जाता हैं ?
गाय की पूंछ.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.