Pandit Pradeep Mishra | श्री तारा बाबाजी कुटिया सिरसा हरियाणा में चल रहे सात दिवसीय शिव महापुराण की कथा पंडित प्रदीप मिश्रा जी के श्री मुख से 25 फरवरी 2024 से 02 मार्च 2024 दोपहर 2:00 बजे से 5:00 बजे तक चल रही है जिनके मुख्य आयोजक विधायक श्री गोपाल कांडा और कुटिया के मुख्य सेवक श्री गोविंद कांडा की है. इस कथा महापुराण कथा में दूर-दूर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आए जिनके रहने की और खाने की पूरी अच्छी व्यवस्था तारा बाबा की कुटिया में की गई है.
आज कथा के पंचम दिन बाकी दिन की तरह ही काफी महत्वपूर्ण रहा. पंडित प्रदीप मिश्राजी ने इस कथा के आयोजक के बारे में कहा कि भले ही इस कथा के आयोजक श्री गोपाल कांडा और श्री गोविंद कांडा हो लेकिन इस कथा के वास्तविक आयोजकतारा बाबा जी हैं उन्हीं के प्रताप से कथा हो रही है साथ ही इतना भव्य आयोजन भी हो रहा है. उन्होंने बताया कि जिन तारा बाबा जी की कुटिया मैं बैठकर हम कथा सुन रहे हैं इनका जन्म भी शिवरात्रि का है और इनकी जो ज्योति उस शिव में समाहित हुई, इनकी आत्मा जो परमात्मा में वापस जाकर मिली वह तिथि भी शिवरात्रि है इसलिए माघ की शिवरात्रि और फाल्गुन शिवरात्रि यह दोनों शिवरात्रि तारा बाबा की कुटिया में भव्यता के रूप में मनाई जाती हैं.
अपनी कथा में आगे बढ़ते हुए पंडित प्रदीप मिश्राजी बोले कि बीच में एक वायरस आया था, कोरोना का ही एक वायरस था जिसको बोलते थे इबोला, इतना खतरनाक वायरस था इबोला की ना जाने कितनों को निपटा दें, वो इतना खतरनाक वायरस था फिर भी इतनी जल्दी चले गया लेकिन इबोला वायरस से ज्यादा खतरनाक है लोगों के दिल में यह भरा होना कि उसने क्या बोला, कैसे बोला, क्या बोला, कब बोला, क्यों बोला, मुझसे क्यों नहीं बोला ये भी इबोला वायरस से ज्यादा खतरनाक है और यह वो वायरस है जो एक बार शरीर में आ गया, शंका जब एक बार मन मे भरा गई तो वो अच्छे अच्छे घर को बर्बाद कर देती हैं यह वायरस हटना चाहिए.
आज पंचम दिन की कथा पंडित प्रदीप मिश्रा जी बहुत ही मनमोहक तरीके से कथा का वाचक किया साथ ही भावपूर्ण भजन को सुनाया जिसमें सभी श्रद्धालु चाहें वह कुटिया में थे या फिर कुटिया के बाहर रोड में सभी भावविभोर होकर झूम उठे खासकर भजन के बाद श्री शिवाय नमस्तुभ्यं बोलकर देवों के देव महादेव से प्रार्थना करना. कथा में पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने भगवान शिव के बारे में कहा कि जैसे सूजी के हलवा में शक्कर होने के बावजूद भी शक्कर दिखता नही लेकिन शक्कर रहती है ठीक ऐसे ही भगवान शिव दिखते नहीं फिर भी शिव होते हैं.हर कथा की तरह सिरसा की महा शिवपुराण कथा में भी पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने भगवान शिव के ऊपर दृढ़ता से विश्वास और भरोसा बनाये रखने के साथ बोले कि कोई भी समस्या हो तो भगवान शिव पर श्रद्धा भाव से एक लोटा जल अर्पित करें क्योंकि एक लोटा जल सभी समस्या का हल.
आज भी पंडित प्रदीप मिश्राजी ने कई भक्तों के पत्रों को पढ़ा और कई को व्यासपीठ पर बुलाकर बेलपत्र प्रदान किया. सात दिवसीय कथा का कल यानी कि शुक्रवार को छठवां दिन है अगर आप बीते पांच दिन की कथा नहीं सुन पाएं तो कल कथा स्थल पर जाकर कथा का श्रवण अवश्य करें और अपने जीवन को सार्थक बनाएं.
How to Reach Sirsa, Haryana | सिरसा, हरियाणा कैसे पहुंचे
सिरसा (Sirsa) हरियाणा राज्य में दक्षिण में बसा हुआ जिला है, यह राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले से घिरा हुआ है और एक तरफ पंजाब से लगा हुआ है. सिरसा दिल्ली से 255 Kmऔर चंडीगढ़ से 280 Km की दूरी पर है. सिरसा सड़क मार्ग, रेल मार्ग और वायु मार्ग द्वारा देश के अलग-अलग शहरों से जुड़ा हुआ है. सिरसा शहर में टैक्सी (Taxi Service), ऑटो रिक्शा, साइकिल रिक्शा आसानी से मिल जाएंगे जिससे आप एक स्थान से दूसरे स्थान तक जा सकेंगे.
सड़क मार्ग (By Road)
सिरसा सड़क संपर्क के माध्यम से पंजाब और राजस्थान राज्य से देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है.
रेल मार्ग (Railway)
उत्तर पश्चिमी क्षेत्र और बीकानेर मंडल का रेलवे स्टेशन सिरसा (SSA) समुद्र तल से 203 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह हिसार-बठिंडा रेलवे लाइन पर स्थित है. निकटतम रेलवे स्टेशन बठिंडा (76 किमी), कालांवाली (33 किमी), बारागुढ़ा (18 किमी), सुचान कोटली (15 किमी), डिंग (25 किमी) और हिसार (82 किमी) हैं.
वायु मार्ग (By Air)
सिरसा से सबसे नजदिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नई दिल्ली है.
Place to Stay in Sirsa, Haryana | सिरसा, हरियाणा में रुकने का जगह
सिरसा में रुकने के लिए बहुत सारे अच्छे होटल (best hotels in Sirsa, Haryana) व धर्मशालाएं (Dharamshala in Sirsa, Haryana) आपको मिल जाएंगे. दूसरे शहर व अन्य राज्यों से आ रहे भक्तजन पंडाल में भी रह सकते हैं अथवा शहर में कई अच्छे होटल है.
FAQ – सामान्य प्रश्न
सिरसा, हरियाणा में कथा स्थल कहां है
श्री बाबा तारा जी कुटिया सिरसा
कथा की तिथि कब से कब तक है
25 फरवरी 2024 से 02 मार्च 2024
सिरसा, हरियाणा में होने वाली श्री शिव महापुराण के कथावाचक कौन है
सीहोर के पंडित प्रदीप मिश्रा
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.