Religious Plants | सनातन धर्म के अनुसार प्रकृति के कण कण में ईश्वर का वास होता है चाहें वह प्राणी हो या फिर पेड़ पौधें हो. मान्यता है कि हिन्दू धर्म में कई ऐसे पेड़ पौधे है जिनमें देवी देवताओं का वास होता है कहा जाता हैं कि इन पेड़ पौधे की पूजा करने से जीवन के संघर्ष और परेशानियां समाप्त हो जाते है और मुश्किलें आसान हो जाती हैं माना जाता है कि अगर इन पेड़ पौधे का पूजन किया जाए तो उससे संबंधित देवी – देवताओं की कृपा और आशीर्वाद मिलती हैं तो कामयाबी कदम चूमती हैं, खुशियां आती हैं व सौभाग्य जागता है.
Religious Plants | जानते हैं कि किस पेड़ पौधे में किस देवताओं का वास होता है और किस पेड़ के पूजन से कौन से देवता का आशीर्वाद मिलता है :
1) केले का पेड़ :
केले के पेड़ में भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति देव का वास होता है.बृहस्पति देव का संबंध गुरुवार से हैं इसलिए गुरुवार के दिन जल में चुटकी भर हल्दी मिलाकर केले के जड़ में अर्पित करें और शुद्ध घी का दीपक जलाएं इससे बृहस्पति मजबूत होता है और भगवान विष्णु की कृपा भी मिलती है जिससे घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है और जिनके विवाह में रुकावट आ रही हो वह भी दूर हो जाती हैं.
2) तुलसी का पौधा :
हिन्दू धर्म के अनुसार तुलसी के पौधे में साक्षात माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु का वास होता है और इनके जड़ों में भगवान शालिग्राम का वास माना जाता है कहा जाता हैं कि जिन घरों में रोजाना तुलसी के पौधे का पूजन किया जाता हैं वहां विष्णुजी के साथ माँ लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती हैं और ऐसे घरों में सदैव धनधान्य बना रहता है.
3) शमी का पेड़ :
शमी के पेड़ का पूजा करने से शनि देव की कृपा मिलती हैं मान्यता है कि हर शनिवार के दिन शमी पेड़ के नीचे सरसों तेल का दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं जिससे जीवन के सभी कष्ट दूर होने के साथ घर में सुख समृद्धि बनी रहती हैं. कहा जाता है कि भगवान शिव की प्रसन्नता पाने के लिए उनको शमी के पत्ते अवश्य अर्पित करना चाहिए.
4) बेल का पेड़ :
धार्मिक मान्यता हैं कि बेल के पेड़ में भगवान शिव के साथ ब्रह्मा और विष्णुजी का वास माना जाता है. शिवपुराण के अनुसार रोजाना बेल पेड़ के दर्शन, स्पर्श और पूजा करने से सारे दुख और पापों से छुटकारा मिलता है. कहा जाता हैं कि भगवान शिव को बेलपत्र बहुत प्रिय हैं अगर भक्त श्रद्धा से एक बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ा दें तो भगवान शिव प्रसन्न होकर अपने भक्तों के जीवन के कष्ट को दूर करते हैं मान्यता है कि बेल पेड़ के नीचे शिवलिंग रखकर पूजा करने से भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है.
5) आंवला का पेड़ :
हिन्दू धर्म के अनुसार आंवला पेड़ में माता लक्ष्मी का वास होता है मान्यता है कि एकादशी तिथि को आंवला पेड़ की पूजा करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा की प्राप्ति होती हैं. आंवले पेड़ की पूजा आश्विन और कार्तिक मास में पूजन विशेष फलदाई रहता है कहा जाता हैं कि आंवले की लकड़ी से माँ लक्ष्मी और विष्णुजी की मूर्ति बनाकर घरों में फिर इनका पूजन किया जाता हैं और इसके साथ ही आंवले की डाली, फल और पत्ते को लक्ष्मी पूजन में इस्तेमाल किया जाता हैं.
6) नीम का पेड़ :
नीम का पेड़ में भगवती दुर्गा माँ का वास माना जाता है और दक्षिण भारत मे दुर्गा पूजा में नीम के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता हैं इसके अलावा नीम के पेड़ में शीतला माता का भी वास होता है इस कारण से यह पेड़ पूजनीय है मान्यता है कि नीम का पेड़ माता दुर्गा का स्वरूप होने की वजह से इस पेड़ को नीमारी देवी कहा जाता है जिसमें शुक्रवार के दिन जल अर्पित करने से सुख समृद्धि प्राप्त होने के साथ ही ग्रह दोष से मुक्ति मिलती हैं.
7) कदंब का पेड़ :
धार्मिक मान्यता है कि कदंब के पेड़ में माता लक्ष्मी का वास होता है और इस पेड़ के नीचे यज्ञ करने से माता लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलने से घर परिवार में खुशियों का आगमन होता हैं. कहा जाता हैं कि कदंब का पेड़ भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय हैं यही कारण है कि सुबह उठकर कदंब पेड़ का दर्शन करना बहुत शुभ माना गया है.
हिंदू धर्म मे ऐसे कई और पेड़ पौधे हैं जिनमें देवी देवता का वास को माना गया है तो आशा करती हूं कि आपको यह लेख पसंद आने के साथ यह आपके लिए लाभदायक भी हुई होगी तो इसे अधिक से अधिक अपने परिजनों और दोस्तों के बीच शेयर करें और ऐसे ही धर्म से जुड़े लेख को पढ़ने के लिए जुड़े रहें madhuramhindi.com के साथ.
FAQ – सामान्य प्रश्न
केले के पेड़ में किन देवताओं का वास माना जाता हैं ?
भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति.
किस पेड़ में भगवती दुर्गा माता का वास होता है ?
नीम का पेड़.
किस पेड़ के नीचे यज्ञ करने से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती हैं ?
कदंब का पेड़.
शमी के पेड़ में किनका वास होता है ?
शनिदेव का.
आंवले पेड़ की पूजा किस तिथि में करने से विष्णुजी की कृपा मिलती हैं ?
एकादशी तिथि.
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