Pandit Pradeep Mishra | पंडित प्रदीप मिश्रा जी आजकल एक ऐसे कथावाचक है जिनको हर कोई सुनना पसंद करते हैं. वे जहां भी शिव महापुराण की कथा कहते हैं वहां दूर दूर से और दूसरे प्रान्तों से भी भक्त जुटते है. उनके पंडालों में जनसैलाब की इतनी भीड़ उमड़ती है कि कथा आयोजको को पंडालों को संख्या बढ़ाने पड़ती है. पंडित प्रदीप मिश्रा जी अपने कथाओं में भक्तों को शिवपुराण में बताए गए उन उपायों को बताते हैं जिनको अपनाने से असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है और जब भजन को गाते हैं तो सभी भक्त जन अपने स्थानों पर खड़े होकर भगवान शिव की अविरल भक्ति में डूब जाते हैं.
पंडित प्रदीप मिश्रा जी अपनी हर कथा में बाबा भोलेनाथ के प्रति अपनी आस्था को बनाये रखने को कहते हैं कि कितनी भी बड़ी से बड़ी समस्या हो तो भगवान शिव को अपना पिता बनाएं और उन पर दृढ़ विश्वास को बनाकर अपनी हर समस्या चाहे वो शारिरिक हो मानसिक हो से निजात पाने के लिए उनसे प्रार्थना अवश्य करें. पंडित प्रदीप मिश्राजी अपने कथा में हमेशा भक्तों से भगवान शिव को जल चढ़ाने के साथ श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप करने को कहते हैं
तो चलिए जानते हैं कि कुशीनगर में सात दिवसीय शिव महापुराण कथा के बाद पंडित प्रदीप मिश्राजी का अगला शिव महापुराण कथा कहां हैं और वहां कैसे पंहुचा जाएं :
Pandit Pradeep Mishra’s Shiv Mahapuran Katha in Sirsa | सिरसा, हरियाणा में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा शिव महापुराण कथा का समय व तिथि :
पंडित प्रदीप मिश्राजी के श्रीमुख से कही जाने वाली अगली शिव महापुराण की कथा श्री बाबा तारा जी कुटिया सिरसा में “श्रीगुरु शिवमहापुराण ” की कथा 25 फरवरी 2024 से 02 मार्च 2024 सात दिवसीय दोपहर 02 बजे से 05 बजे तक होगी. इस कथा के बारे में श्री बाबा तारा जी कुटिया के मुख्य सेवक श्री गोबिंद कांडा ने जानकारी दी कि इस कथा में 5 लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं की पहुचने की उम्मीद हैं, जिसमें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली के अलावा देश के बाकी क्षेत्रों से भी श्रद्धालु पहुंचगे जिनके रहने व ठहरने की पूरी व्यवस्था की गई है. कथा सुनने आने वाले सभी भक्तजनों के लिए भंडारे की व्यवस्था समिति तथा आयोजक द्वारा की जा रही है. जहां भक्तों के लिए भोजन की व्यवस्था होगी.
आपको बता दे कि श्री बाबा तारा जी कुटिया श्री तारकेश्वर धाम देश का पहला धाम है जहां पर 108 फुट की खड़ी और मुस्कुराती भगवान शिव की प्रतिमा और विशाल शिवालय है.
कथा | श्रीगुरु शिवमहापुराण |
कथा वाचक | श्री पंडित प्रदीप मिश्रा |
मुख्य आयोजक | श्री बाबा तारा जी कुटिया |
कथा की तिथि | 25 फरवरी 2024 से 02 मार्च 2024 |
कथा का स्थान | श्री बाबा तारा जी कुटिया सिरसा, हरियाणा |
कथा का समय | दिन के 02 बजे से शाम 05 बजे तक |
How to Reach Sirsa, Haryana | सिरसा, हरियाणा कैसे पहुंचे
सिरसा (Sirsa) हरियाणा राज्य में दक्षिण में बसा हुआ जिला है, यह राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले से घिरा हुआ है और एक तरफ पंजाब से लगा हुआ है. सिरसा दिल्ली से 255 Kmऔर चंडीगढ़ से 280 Km की दूरी पर है. सिरसा सड़क मार्ग, रेल मार्ग और वायु मार्ग द्वारा देश के अलग-अलग शहरों से जुड़ा हुआ है. सिरसा शहर में टैक्सी (Taxi Service), ऑटो रिक्शा, साइकिल रिक्शा आसानी से मिल जाएंगे जिससे आप एक स्थान से दूसरे स्थान तक जा सकेंगे.
सड़क मार्ग (By Road)
सिरसा सड़क संपर्क के माध्यम से पंजाब और राजस्थान राज्य से देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है.
रेल मार्ग (Railway)
उत्तर पश्चिमी क्षेत्र और बीकानेर मंडल का रेलवे स्टेशन सिरसा (SSA) समुद्र तल से 203 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह हिसार-बठिंडा रेलवे लाइन पर स्थित है. निकटतम रेलवे स्टेशन बठिंडा (76 किमी), कालांवाली (33 किमी), बारागुढ़ा (18 किमी), सुचान कोटली (15 किमी), डिंग (25 किमी) और हिसार (82 किमी) हैं.
वायु मार्ग (By Air)
सिरसा से सबसे नजदिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नई दिल्ली है.
Place to Stay in Sirsa, Haryana | सिरसा, हरियाणा में रुकने का जगह
सिरसा में रुकने के लिए बहुत सारे अच्छे होटल (best hotels in Sirsa, Haryana) व धर्मशालाएं (Dharamshala in Sirsa, Haryana) आपको मिल जाएंगे. दूसरे शहर व अन्य राज्यों से आ रहे भक्तजन पंडाल में भी रह सकते हैं अथवा शहर में कई अच्छे होटल है.
FAQ – सामान्य प्रश्न
सिरसा, हरियाणा में कथा स्थल कहां है
श्री बाबा तारा जी कुटिया सिरसा
कथा की तिथि कब से कब तक है
25 फरवरी 2024 से 02 मार्च 2024
सिरसा, हरियाणा में होने वाली श्री शिव महापुराण के कथावाचक कौन है
सीहोर के पंडित प्रदीप मिश्रा
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