Pradeep Mishra | छत्तीसगढ़ की पवित्र भूमि पर फिर से एक बार होने जा रही है अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्राजी के पावन सानिध्य और श्रीमुख से सात दिवसीय श्री शिवमहापुराण कथा का भव्य और दिव्य आयोजन 07 दिसंबर से 13 दिसंबर 2025 गीदम जिला दंतेवाड़ा में होने जा रही है. इस कथा को लेकर आयोजक अभिलाष तिवारी जी ने बताया कि शिव महापुराण कथा को करवाने को लेकर योजना पिछले 02 सालों से बन रही थी जो अब सफल हुई है इसके अलावा उन्होंने यह भी बतलाया कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए शहर के हर समाज के साथ शहरवासियों का भी पूरा सहयोग मिला है.
आपको यहां बता दें कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का दंतेवाड़ा जिला मां दंतेश्वरी मंदिर के लिए जाना जाता है मान्यता है कि यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है और यहां पर माता सती का दांत गिरा था यही कारण है कि इस क्षेत्र को दंतेवाड़ा और मंदिर को दंतेश्वरी कहा जाता है. दंतेश्वरी माता को बस्तर क्षेत्र के लोगों की संरक्षक और उनकी शक्ति तथा स्वास्थ्य की प्रतीक माना जाता है इसके अलावा यह शहर कईं प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर के कारण से प्रसिद्ध है.
जानते हैं गीदम दंतेवाड़ा में होने वाली कथा के बारे में :
अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्राजी सीहोर वाले (sehorewale) के पावन सानिध्य में ऐतिहासिक श्री शिवमहापुराण कथा (Shiv Mahapuran) का भव्य आयोजन गीदम दंतेवाड़ा में 07 दिसंबर से 13 दिसंबर को दोपहर 02 बजे से शाम 05 बजे के बीच किया जाएगा. इस कथा के मुख्य आयोजक विजय प्रसाद तिवारी जी ने बताया कि इस आयोजन के लिए हारमपारा में मंडी के पास लगभग 25 एकड़ जमीन का चयन किया गया है और यही पर डोम शेड बनेगा जिसमें लगभग एक से डेढ़ लाख शिव भक्तों के बैठने की व्यवस्था होगी इसके साथ ही सातों दिन भंडारा भी चलेगा और कथा सुनने वालों श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त में भोजन और पानी की व्यवस्था किया गया और सबसे विशेष बात कथा स्थल के सामने एक भवन में महिलाओं के रुकने की व्यवस्था भी रहेगी.
| कथा | श्री शिव महापुराण कथा |
| कथा वाचक | श्री पंडित प्रदीप मिश्रा |
| कथा की तिथि | 07 दिसंबर से 13 दिसंबर 2025 |
| कथा का समय | दोपहर 02 बजे से 05 बजे तक |
| कथा का स्थान | हारमपारा में मंडी के पास, गीदम दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ |
कथा स्थल कैसे पहुंचे :
कथा स्थल गीदम जिला दंतेवाड़ा आप अपनी सुविधानुसार पहुंच सकते हैं लेकिन आप को बता दें कि गीदम दंतेवाड़ा आने के लिए सड़कमार्ग ही एक मार्ग अगर आप रेलमार्ग से आना चाहते हैं तो सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन रायपुर है जहां से कथा स्थल की दूरी 346 km है और आपको रायपुर रेलवे स्टेशन से गीदम आने के लिए बस से आना पड़ेगा.
आप सभी इस ऐतिहासिक और दिव्य कथा में शामिल होकर और मां दंतेश्वरी का दर्शन करके अपने जीवन को सार्थक और सफल बनाएं.
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