Pradeep Mishra | छत्तीसगढ़ की पवित्र भूमि पर फिर से एक बार होने जा रही हैं अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्राजी के पावन सानिध्य और श्रीमुख से पांच दिवसीय श्री शिवमहापुराण कथा का भव्य और दिव्य आयोजन 19 जून से 23 जून 2025 दुर्ग जिले के ग्राम निकुम में होने जा रही हैं. इस कथा को लेकर समिति और आयोजक के साथ इस क्षेत्र के लोगों में बहुत ही उत्साह है. दुर्ग जिला ग्राम निकुम की कथा से पहले भिलाई, कोड़िया जैसे सथानों में कथा हो चुकी हैं और इस कथा को लेकर उम्मीद जताई जा रही हैं कि इन स्थानों से बढ़कर शिव भक्तों का जन सैलाब आएगी जिसके लिए यहां का प्रत्येक निवासी इस आयोजन को सफल और दिव्य बनाने के लिए तन – मन – धन से जुटा हुआ है.
आपको बता दें कि दुर्ग जिला छत्तीसगढ़ राज्य के हृदय स्थल पर शिवनाथ नदी के पूर्व में स्थित होने के साथ ही यह राज्य का गौरव भी कहलाता है इसके अलावा दुर्ग अपनी सांस्कृतिक विरासत, मंदिरों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता हैं और यहां पर कई प्रसिद्ध मंदिर है जो बहुत ही प्राचीन काल के है जिनमें देवलौदा शिव मंदिर है जो कि भगवान शिव को समर्पित हैं और यह मंदिर 14 वीं शताब्दी में बनाया गया था जिसको छः मासी मंदिर भी कहा जाता हैं इसके साथ ही महामाया मंदिर है और यह माता महामाया को समर्पित है.
दुर्ग निकुम में होने वाली कथा के बारे में :
परम् पूज्य पंडित प्रदीप मिश्राजी के मुखारविंद से श्री शिवमहापुराण कथा का भव्य और दिव्य आयोजन दुर्ग जिले के ग्राम निकुम स्वर्गीय पुकेश्वर सिंह भारतीय कॉलेज के सामने बड़े मैदान में दोपहर 01 बजे से शाम के 04 बजे के बीच किया जाएगा. इस कथा के मुख्य आयोजक पूर्व जनपद सदस्य रूपेश देशमुख जी है और इन्होंने बताया कि पंडित प्रदीप मिश्राजी की कथाओं में भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए कथा पंडाल की व्यवस्था, जलपान, पार्किंग और स्वास्थ्य सेवाओं की विशेष तैयारी की जा रही हैं ताकि दूर – दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई असुविधा नही हो.
कथा स्थल कैसे पंहुचे :
आप कथा स्थल अपनी सुविधानुसार आ सकते हैं लेकिन अगर आप रेलमार्ग से आने चाहते हैं तो सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन दुर्ग जंक्शन है जहां से कथा स्थल की दूरी 25 km है चूंकि निकुम एक गाँव है जहाँ डायरेक्ट जाने के लिए आपको दुर्ग आना पड़ेगा और यहां से आपको लोकल बस या अन्य वाहन मिल जाएंगे लेकिन वहीं आप रायपुर से आ रहे हैं तो कथा स्थल निकुम से इसकी दूरी 60 km है, भिलाई से कथा स्थल की दूरी 29 km तो वहीं बिलासपुर से कथा स्थल की दूरी 171 km की दूरी पर है.
अगर आप इन क्षेत्रों के आसपास रहते हैं तो कथा स्थल पहुँचकर और गुरुजी के कथा को श्रवण करके अपने जीवन को सार्थक बनाएं.
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