Vastu Tips | घर का मुख्य द्वार जिसे घर का प्रवेश द्वार कहा जाता है और इस का वास्तु शास्त्र में विशेष महत्व होता हैं क्योंकि इसी द्वार से ही ऊर्जा का संचार होता हैं इसलिए घर के मुख्य द्वार पर भी वास्तु के नियमों का पालन करना चाहिए जिससे कि वास्तु दोष से बचा जा सके. मान्यता है कि घर का मुख्य द्वार का वास्तु सही होने से घर में सुख – समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है लेकिन मुख्य द्वार से जुड़ी कुछ गलतियां जीवन में असफलता और बाधाओं का कारण बन सकती है.
घर के मुख्य द्वार पर वास्तु के किन नियमों का ध्यान रखना चाहिए :
1) घर के मुख्य द्वार को सदैव साफ – स्वच्छ रखना चाहिए क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस घरों का मुख्य द्वार गंदा रहता हैं उस घर में रोग, कष्ट का वातावरण के साथ नकारात्मकता बनी रहती है.
2) वास्तु के नियमानुसार घर के मुख्य द्वार पर अच्छी रोशनी आती रहे, इस बात का हमेश ध्यान रखें कि मुख्य द्वार पर कभी भी अंधेरा नहीं होना चाहिए.
3) घर के मुख्य द्वार पर के सामने कभी भी गाय, बकरी, भैंस या फिर कुत्ते को नहीं बांधना चाहिए ऐसी मान्यता है कि इससे घर की उन्नति में रुकावट आती हैं.
4) घर के मुख्य द्वार पर मंदिर में विराजित हनुमानजी के चरणों के सिंदूर से स्वास्तिक बनाना चाहिए जिससे कि घर में नकारात्मकता और बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं कर सकें.
5) वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार के सामने किसी भी तरह से लीकेज के वजह से पानी बहना नहीं चाहिए क्योंकि यह भूल घर के बच्चों को नुकसान पहुंचता हैं.
6) वास्तु के नियमानुसार घर के मुख्य द्वार के सामने कभी भी सेप्टिक टैंक, बोरिंग या फिर अंडरग्राउंड स्टोरेज टैंक नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे धन की हानि होती हैं.
7) वास्तु के नियमानुसार ध्यान रखें कि घर का मुख्य द्वार का दरवाजा अंदर की ओर ही खुलना चाहिए, भूलकर कभी भी मुख्य द्वार का दरवाजा बाहर की ओर नहीं खुलना चाहिए.
8) मुख्य द्वार के दरवाजे को खोलते और बंद करते समय किसी भी तरह की कोई भी आवाज नहीं आनी चाहिए, वास्तु के अनुसार यह अशुभ संकेत माना जाता है इसलिए दरवाजे से आवाज निकलने पर दरवाजों के कोनों में तेल डाल दें.
9) वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर जूते – चप्पल को कभी भी भूलकर भी नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता हैं.
10) वास्तु के नियमानुसार घर के मुख्य द्वार के बिल्कुल सामने किचन को नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है लेकिन अगर घर के मुख्य द्वार पर क्रिस्टल की बॉल को लटकाने से नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता हैं.
11) वास्तु के अनुसार घर का मुख्य द्वार पूर्व, उत्तर या ईशान कोण में होना शुभ माना जाता है लेकिन कभी भी मुख्य द्वार का दरवाजा त्रिभुजाकार, गोलाकार, वर्गाकार या फिर बहुभुज के आकार में नहीं होना चाहिए.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) घर का मुख्य द्वार किस ओर होना शुभ माना जाता है ?
पूर्व, उत्तर या ईशान कोण.
2) वास्तु के अनुसार मुख्य द्वार का दरवाजा किस ओर नहीं खुलना चाहिए ?
बाहर की ओर.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.


