Pandit Pradeep Mishra | रामाभार स्तूप के पास कुशीनगर (Kushinagar) उत्तर प्रदेश में अंतराष्ट्रीय कथावाचक भागवत भूषण पंडित श्री प्रदीप जी मिश्रा (सीहोर वाले) के मुखारविंद से चल रहे श्री महात्मा शिव महापुराण सात दिवसीय कथा का छठवां दिन महादेव के भक्तों का महाकुंभ जैसा सैलाब देखने को मिला. न जाने कितने कोस दूर तक एक ही स्वर श्री शिवाय नमस्तुभ्यं सुनने को मिला.
आज कथा के छठवें दिन की शुरुआत गुरु वंदना के साथ होने के बाद जब पंडित प्रदीप जी मिश्रा जी कथा वाचन लगे तो सबसे पहले उन्होंने भक्त जनों के साथ साथ कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हुए बोले आप जितने स्नेह से जितने प्रेम से जितने आनंद के साथ इस पवित्र कथा का लाभ ले सकते हो लीजिए और हमारा कार्यकर्ताओं से भी निवेदन है बीच में बार बार जाना आना न करते हुए कार्यकर्ता भी बैठकर आपसी की बात ना करते हुए बैठकर कथा का लाभ लीजिए क्योकि आपके कुशीनगर में यह बार बार कथा नहीं होगी और आप भले कार्यकर्ता हो आप भी बाहर जाकर कथा नहीं सुन सकते तो आपको भी यह मौका मिला है कथा सुनने का तो जितना सुन सकते हो उतना सुनो जितना ग्रहण कर सकते हो ना ग्रहण करो जिससे देवद देव महादेव आपके ऊपर भी कृपा करें और आपकी भी झोली खुशियों से भर दें.
आज के कथा की सबसे मुख्य बातें जो पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने आज की पीढ़ी की लड़कियों से कहा की घर की छोटी छोटी बात में घर के पुरूष को नहीं बुलाना खासकर स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाली बेटियां अगर तुम पर कोई अंगुली उठाये या फिर तुम्हारे ऊपर किसी ने निगाह उठाकर देख ले तो घर मे किसी पुरूष पिता भाई या फिर पति को नहीं बताना या बुलाना तुम में आदि शक्ति यानि कि तुममें पार्वती व शंकर की शक्ति है कोई साधारण नही है तुम में बल है शक्ति है तुम देवी का एक रूप है किसी में सामर्थ्यता नही आपको कोई गलत नज़र से देख सकता है क्योंकि तुम में माँ दुर्गा भावनी कालरात्रि चामुंडा चंद्रघंटा की शक्ति है. पंडित प्रदीप मिश्राजी आजकल की लड़कियों से आग्रह किया कि अपने माता पिता को कन्यादान करने का मौका दो ना कि प्रेम के चक्कर मे फंस कर दूसरे धर्म में चले जाओ.
आज भी छठवें दिन की कथा में पंडित प्रदीप मिश्राजी ने कई भक्तों के पत्र को पढ़ा जिसमें भक्तों ने लिखा कि कैसे भगवान शिव की कृपा से अपनी बीमारी से मुक्ति पाई जहां पंडितजी ने उनको बेलपत्र दिया तो वहीँ इस बात पर जोर दिया कि कोई भी बीमारी हो और उसकी दवा ले रहे हैं तो दवाई लेते समय कुंडकेश्वर महादेव का नाम लें देखिये 5 से 6 दिन में दवाई असर करेगी और आपको बीमारी से आराम मिलेगा.
कल मंगलवार 20 फरवरी को कथा का विराम दिवस है जिसका समय सुबह के 08 बजे से 11 बजे तक रहेगा अगर आप सात दिवसीय कथा के बाकी दिन पंडाल नहीं पहुँच सके तो कथा के विराम दिन अवश्य जाएं क्योकि पंडित प्रदीप मिश्राजी हर कथा के विराम दिन के बारे में कहते हैं कि जैसे घर में कोई मेहमान आते हैं और जाने वाले दिन घर वालों को कुछ न कुछ देकर जाते हैं उसी तरह देवों के देव महादेव कथा स्थल से जब विदा होते हैं तो भक्तों को अपना आशीर्वाद और कृपा देकर ही जाते हैं इसलिए आप भी विराम दिवस की कथा का श्रवण अवश्य करें जिससे कि भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद और कृपा आपको भी मिले.
कुशीनगर के बाद पंडित प्रदीप मिश्रा जी का अगला कथा श्री तारा बाबा कुटिया ग्राम रामनगरिया रानियां रोड सिरसा हरियाणा में सात दिवसीय 25 फरवरी से 02 मार्च 2024, दोपहर 2 बजे से 5 बजे के बीच होगी. इस कथा स्थल कैसे पहुचे और बाकी सभी जानकारी की वीडियो मैंने पहले ही दे रखी है उसको ज़रूर देखिएगा जिससे कि आपको कथा स्थल पंहुचने में किसी भी तरह की परेशानियां नही हो.
पढ़ें >> पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा शिव महापुराण कथा 25 फरवरी से 2 मार्च 2024 से सिरसा हरियाणा में.
FAQ – सामान्य प्रश्न
कुशीनगर में कथा कहां हो रही है
रामाभार स्तूप के पास कुशीनगर उत्तर प्रदेश में
प्रदीप मिश्रा जी की अगली कथा कहां है
सिरसा हरियाणा में सात दिवसीय 25 फरवरी से 02 मार्च
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