Vidur Neeti | वर्तमान समय में मनुष्य के जीवन में शुभचिंतकों की जगह दुश्मनों की अधिकता होने लगी हैं. आजकल हर कोई इसी तनाव में जीवन को बीता रहा है कि उनके पास ऐसा कोई दोस्त या शुभचिंतक नहीं है जिनसे वह अपना सुख – दुख बांट सकें बल्कि आजकल हर कोई एक दूसरे से द्वेष और जलन की भावना मन में लिया हुआ है. महाभारत के ग्रँथ में वर्णित विदुर नीति में जीवन से जुड़े हर पहलू को जानने और समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए महत्वपूर्ण उपदेश दिया गया है और ऐसे ही विदुर नीति में दुश्मनों से सतर्क रहने के उपाय का भी उल्लेख किया गया है.
विदुर नीति के द्वारा आखिर कैसे दुश्मनों से बचा जा सकता हैं :
1) दुश्मन पर कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए :
दुश्मन से कभी भी विश्वास और भरोसे की उम्मीद नही रखनी चाहिए जबकि उसके हर कदम को सदैव शक की नजर से देखना चाहिए और उस पर हमेशा नजर भी रखनी चाहिए.
2) दुश्मन को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए :
विदुर नीति के अनुसार दुश्मन चाहे कितना ही कमजोर लगे उसे कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि उसका असली चेहरा समय के साथ सामने आ सकता है इसलिए दुश्मनों से सदैव सावधान रहना चाहिए.
3) दुश्मनों से जुड़ी जानकारी को हासिल करना :
दुश्मन के बारे में जितनी हो सकें जानकारी को हासिल करना लाभदायक सिद्ध होता है जिससे कि उनकी योजनाओं को आप भली भांति समझ सकते हैं.
4) दुश्मन की साजिश को समझना :
विदुर नीति में बताया गया है कि सदैव अपने दुश्मन की हर एक चाल को समझने और पहचाने की आवश्यकता रखनी चाहिए क्योंकि दुश्मन कभी भी शत्रुता खुलकर नहीं दिखाता बल्कि धीरे – धीरे अपने साजिशों को अंजाम दिया करता है.
5) दुश्मन के मनोबल को तोड़ना :
विदुर नीति कहती है कि दुश्मन के मनोबल को तोड़ना अति आवश्यक होता है क्योंकि अगर वह अपने आप को कमजोर महसूस करेगा तो वह आपकी ताकत से भयभीत हो जाएगा और आप पर हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा.
6) अपने इरादों को कभी भी जाहिर नहीं करें :
विदुर नीति कहती हैं कि दुश्मन को कभी भी खुलकर अपने इरादों को स्पष्ट नहीं करें क्योंकि वह आपके इरादें को जानकर उसका फायदा उठाकर आपकी योजनाओं को कामयाब होने नहीं देगा.
7) हमेशा अपने आत्मविश्वास को बनाएं रखें :
विदुर नीति के अनुसार कभी भी अपने आत्मविश्वास को कमजोर होने नहीं दे क्योंकि दुश्मन उसी क्षण हमला करता है जब उसको लगता है कि आप कमजोर हो गए हैं या घबराएं हुए हैं.
8) चतुराई के साथ दुश्मन के सामने विन्रम रहे :
विदुर नीति के अनुसार दुश्मन से सीधे टकराव नहीं लेना चाहिए बल्कि उसको अपने चालों में फंसाना चाहिए इसके लिए उनसे विन्रम व्यवहार करते रहे लेकिन अपने आपको अंदर से सावधान और चतुर बने रहे.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) विदुर नीति किस ग्रँथ में वर्णित है ?
महाभारत.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.