Navratri Day 7 Maa Kalratri Upay | नवरात्र के सातवें दिन माँ भगवती दुर्गा के सातवें स्वरूप माँ कालरात्रि की उपासना और पूजा की जाती हैं माँ के इस स्वरूप की पूजा करने से भूत प्रेत समेत सारी नकारात्मक शक्तियों का नाश हो जाता है क्योंकि माना गया है कि माँ कालरात्रि की उपासना से ब्रह्मांड की सभी सिद्धि के द्वार खुल जाते है और सारी असुरी शक्तियां इनके नाम के उच्चारण से भयभीत होकर दूर भाग जाते हैं इसलिए माँ कालरात्रि के स्मरण करने से ही दानव, दैत्य, राक्षस और भूत प्रेत भाग जाते हैं कहा गया है कि जिसके ऊपर माँ कालरात्रि की कृपा हो जाएं तो वह भय मुक्त हो जाता हैं.
मान्यता है कि शत्रुओं और दुष्टों का संहार करने वाली माँ कालरात्रि की सच्चे मन से पूजा करने और प्रार्थना करने से सभी दुख दूर होने के साथ ही जीवन और परिवार में सुख शान्ति का वास होता है. शास्त्रों के अनुसार नवरात्र के सातवें दिन का महत्व होने के अलावा कुछ उपाय को भी बताया गया है और जिनको करने से जीवन में खुशहाली और समृद्धि आने के साथ ही क्लेशों और परेशानियों भी खत्म हो जाया करती हैं.
Navratri Day 7 Maa Kalratri Upay | नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि को प्रसन्न करने के उपाय :
1) नकारात्मक शक्तियां दूर करने के उपाय :
नवरात्रि के सातवें दिन घर के छोटे बच्चे हो तो उसे ताबीज अवश्य पहना दें ताबीज के लिए काले कपड़े में पीली सरसों और टूटी सुई को डालकर उसे काले कपड़े में लपेट दें और इस तरह से बने ताबीज को बच्चे के गले में डाल दें कहा जाता हैं कि सप्तमी तिथि को काली शक्तियां जागृत हो जाया करती हैं जिसके बचाव के लिए प्राचीन समय से इस उपाय को आजमाते आ रहे हैं.
2) माँ से मांगी गई मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं :
नवरात्रि के सातवें दिन माँ कालरात्रि के बीज मंत्र “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै नमः” का सवा लाख जाप करना चाहिए और इसके बाद रात्रि जागरण करके दुर्गा सप्तशती का पाठ करें इस उपाय को करने से माँ सारी नकारात्मक शक्तियों को दूर करके सुख समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं मान्यता है कि सवा लाख मंत्र का जाप करने से मंत्र सिद्ध हो जाता है और इसके बाद माँ कालरात्रि माता से जो भी मनोकामना मांगे वह ज़रूर पूरा करती हैं.
3) सप्तमी के दिन देवी माँ के नाम का जाप :
देवी माँ के 108 में से कोई भी 32 नाम का जाप बहुत ही लाभदायक मानी गई है इसलिए नवरात्रि की सप्तमी की रात में उन 32 नामों को 108 बार जाप करना चाहिए इस उपाय को तंत्र शास्त्र में बहुत ही लाभकारी माना गया है मान्यता है कि ऐसा करने से मनुष्यों के जीवन में जो भी परेशानियां चल रही हो उससे मुक्ति मिलती हैं.
4) बल और विजय की प्राप्ति के उपाय :
धार्मिक मान्यता है कि बल और विजय की प्राप्ति के लिए सप्तमी तिथि को माँ कालरात्रि को पेठे की बलि दी जाती हैं अगर कोई किसी कानूनी मामलों में फंसा हो तो उसमें विजय को पाने के लिए नवरात्रि के सप्तमी को देवी कालरात्रि माँ की पूजा में पेठे का भोग लगाएं.
5) ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर करने के उपाय :
नवरात्रि के सप्तमी तिथि को देवी माँ को खिचड़ी का भोग लगाना चाहिए. सप्तमी के दिन उड़द दाल की खिचड़ी बनाकर उसमें घी का छौंका लगाकर देवी माँ को भोग लगाएं और उसे प्रसाद के रूप लोगों को बांट दें ऐसा करने से माँ की बड़ी कृपा होती हैं मान्यता है कि इस उपाय को करने से ग्रहों का प्रतिकूल प्रभाव भी दूर हो जाता हैं.
6) मंत्र का सवा लाख बार जाप :
दुर्गा सप्तशती में कई मंत्रों को बताया गया है जो कि अलग अलग मनोकामनाएं को पूरे करने के लिए होते हैं इसलिए नवरात्रि के सातवें दिन माँ कालरात्रि की पूजा के समय जैसी मनोकामना हो उसके अनुसार उस मंत्र का लाख जाप करके माँ कालरात्रि को खीर और मालपुए से हवन करें कहा जाता हैं कि इस उपाय को करने से घर मे धन धान्य की वृद्धि के साथ ही नौकरी और कारोबार में उन्नति होती हैं.
आशा है कि आपको नवरात्रि के सातवें दिन में किए जाने वाले उपाय (Navratri ke upay) का लेख पसंद आया होगा तो इसे अपने परिजनों और दोस्तों के बीच शेयर करें और ऐसे ही उपायों से जुड़े लेख को पढ़ने के लिए जुड़े रहें madhuramhindi.com के साथ.
FAQ – सामान्य प्रश्न
ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए किसका भोग माँ कालरात्रि को लगाना चाहिए?
उड़द दाल की खिचड़ी
माँ कालरात्रि के बीज मंत्र क्या है?
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै नमः
माता के बीज मंत्र को कितने बार करना चाहिए ?
सवा लाख बार.
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