Rudraksha Mahotsav 2024 Day 2 | श्री विट्ठलेश सेवा समिति सीहोर मध्यप्रदेश कुबेरेश्वर धाम में कल यानि कि 07 मार्च से बहुत ही धूमधाम से शुरू हुआ रुद्राक्ष महोत्सव और श्री शिवमहापुराण की कथा जो कि 13 मार्च तक चलेगा इस महोत्सव में शामिल होने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु दो से तीन दिन पहले से ही पंडाल में आने लगे थे. इस बार पिछले साल की तुलना में दुगुनी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा जिसके लिए पूरी अच्छी व्यवस्था रहने, खाने और बाकी की भी व्यवस्था किया गया है.
आपको बता दें कि इस साल पिछले साल के रुद्राक्ष महोत्सव की तुलना में प्रशासन की व्यवस्था भी बहुत ही सही तरीके से किया गया है आने जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहन की पार्किंग की बेहतर व्यवस्था की गई है जिससे कि किसी को कोई भी असुविधा नहीं हो.
07 मार्च से 13 मार्च तक चल रहे रुद्राक्ष महोत्सव (Rudraksha Mahotsav) का और श्री शिव महापुराण की कथा की शुरुआत गुरुवार की सुबह 7:00 बजे से हुई जिसमें लाखों की संख्या में रुद्राक्ष को अभिमंत्रित और अभिषेक पूजन किया गया उसके पश्चात दोपहर के 1:00 बजे से लेकर 4:00 बजे के बीच पंडित प्रदीप मिश्रा जी (Pandit Pradeep Mishra) के मुखारविंद से आदि अनादि अनंत शिव तत्व का महात्सव महाशिवरात्रि की महिमा व वर्णन पर आधारित श्री महाशिवरात्रि महाशिवपुराण कथा का वाचन किया गया इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम के 07 बजे से किया गया जिसमें किशन भक्त ने अपने गीतों से सभी श्रद्धालुओं का मन मुग्ध कर दिया.
आज कथा के दूसरे दिन महाशिवरात्रि के उपलक्ष पर पंडित प्रदीप मिश्रा जी श्री महाशिवरात्रि महापुराण की कथा को वाचते हुए बताया कि सफलता और संतोष दोनो अलग अलग है सफलता मिल जाना बहुत सरल है पर संतोष धारण करना बहुत कठिन है सफलता भोलेनाथ सबको दे देता हैं चार चांद लगा सकता है जीवन में बहुत खुशियां दे सकता है कुबेरेश्वर भंडारी बहुत कुछ दे सकता है पर संतोष बाबा सबको नहीं देता, भगवान शिव का एक नाम है आशुतोष संतुष्ट -मिल गया तो ठीक ना मिले तो ठीक दुनिया के लोगों ने शंकर जी की बदनामी ज़रूर करी कि शिवजी क्रोधी हैं जबकि शिवजी कोई क्रोधी नही होते भगवान शिव कभी भी रुष्ट नही होते हैं.
इस सात दिवसीय महाउत्सव के कथा में ज़रूर जाएं क्योंकि पंडित प्रदीप मिश्राजी कहते हैं कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष उत्सव की जो कथा सुनता है उसकी गोद संतान और धन दोनों से कभी खाली नहीं होती इसलिए कथा जरूर सुने एक दो पांच दिन की कथा सुनो कम से कम एक रात्रि विश्राम जरूर कीजिए कंकर शंकर की पूजन कीजिए और बाबा से प्रार्थना कीजिए आपकी गोद संतान और धन दोनों से हमेशा भारी रहेगी
आप कथा स्थल कुबेरेश्वर धाम (Kubereshwar Dham, Sehore) चितवालिया सीहोर मध्यप्रदेश कैसे पहुंचे इन सभी की जानकारी हमने आपको पिछले आर्टिकल में दे रखा है. उसे जरूर पढ़ें जिससे कि आपको कथा स्थल पहुंचने में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो.
पढ़ें >> 07 मार्च से कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव और प्रदीप मिश्रा जी द्वारा शिव महापुराण कथा.
FAQ – सामान्य प्रश्न
रुद्राक्ष महोत्सव सीहोर के आयोजक कौन हैं?
श्री विट्ठलेश सेवा समिति, सीहोर
रुद्राक्ष महोत्सव सीहोर कब से शुरू हो रहा है?
07 मार्च 2024 से लेकर 13 मार्च 2024
सीहोर रेलवे स्टेशन का कोड क्या है
सीहोर रेलवे स्टेशन का कोड (SEH) है
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