Vastu | वास्तु शास्त्र में घर का मुख्य द्वार विशेष महत्व होता है क्योंकि यह न केवल आने – जाने का रास्ता होता हैं बल्कि यह नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश का भी द्वार होता हैं इसलिए घर के मुख्य द्वार पर लगाएं गए पौधे और फूलों का भी महत्व होता है क्योंकि यह घर के माहौल, ऊर्जा और परिवार के भाग्य पर भी असर करता हैं. वास्तु के अनुसार कुछ फूल दिखने में मनमोहक, खुशबूदार और सुंदर होते हैं लेकिन यह घर की तरक्की, शांति और समृद्धि के साथ खुशहाली में रुकावट पैदा करते हैं इसलिए इन फूलों को कभी भी घर के मुख्य द्वार पर नहीं लगाना चाहिए.
वास्तु के अनुसार किन फूलों को घर के मुख्य द्वार पर नहीं लगाना चाहिए :
1) रजनीगंधा (Tuberose) :
रजनीगंधा फूल कि खुशबू बहुत ही मनमोहक होती हैं लेकिन इसे भूलकर भी घर के मुख्य द्वार पर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इस फूल को मुख्य द्वार पर लगाने से यह सकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता हैं. वास्तु के अनुसार रजनीगंधा के पौधे को घर की पूर्व या फिर उत्तर दिशा में लगाना चाहिए जिससे कि घर में सकारात्मक ऊर्जा के साथ सुख और समृद्धि का भी आगमन हो.
2) कैक्टस (Cactus) :
वास्तु के अनुसार कैक्टस को कभी भी मुख्य द्वार पर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इसके नुकीले कांटे नकारात्मक ऊर्जा और तनाव का प्रतीक होता हैं और ऐसे में घर के मुख्य द्वार पर कैक्टस को लगाने से यह मानसिक समस्या, अशांति और तनाव का कारण बनती है जिससे कि घर में अशांति और कलह – क्लेश जैसी स्थिति उत्पन्न होने लगती हैं.
3) ओलिएंडर (Oleander) :
ओलिएंडर का फूल देखने में बहुत ही आकर्षण होने के साथ यह विषैला भी होता हैं. मान्यता है कि इस फूल को दुर्भाग्य का संकेत माना जाता है जिसे घर के मुख्य द्वार पर लगाने से भाग्य को बुरी तरह से बर्बाद भी कर सकता हैं इसलिए इसे घर के मुख्य द्वार पर ना लगाकर घर के पीछे या फिर बगीचे में लगाना चाहिए.
4) धतूरा (Datura) :
धतूरा का फूल धार्मिक मान्यतानुसार बहुत ही महत्वपूर्ण होता हैं क्योंकि यह भगवान शिव को अतिप्रिय माना जाता है लेकिन इसे घर के मुख्य द्वार पर भूलकर भी नहीं लगाना चाहिए क्योंकि माना जाता है कि इस फूल का नकारात्मक शक्तियों से जुड़ाव होता है और ऐसे में घर के मुख्य द्वार पर इसे लगाने से नकारात्मकता बढ़ सकती है.
5) स्पाइडर लिली (Spider Lily) :
वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर स्पाइडर लिली को नहीं लगाना चाहिए क्योंकि यह फूल मकड़ी के आकार के समान होता हैं जिससे कि इसका संबंध उलझन और फंसाव से होता हैं और इसे उस स्थान पर नहीं लगाना चाहिए जहां खुलापन और स्वागत की भावना होनी चाहिए.
6) कोलंबाइन (Columbine) :
कोलंबाइन का फूल बहुत सुंदर और मनमोहक होता हैं लेकिन इस फूल को शोक और दुःख का प्रतीक कहा जाता है और वास्तु के अनुसार ऐसे फुलों को घर के उस स्थान से दूर रखना चाहिए जहां से सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता हैं.
7) नाइट जैस्मिन (Night Jasmine) :
नाइट जैस्मिन का फूल रात में खिलने के कारण से यह अंधकार और शोक का प्रतीक कहलाता हैं और ऐसे में वास्तु के अनुसार ऐसे फूल को मुख्य द्वार से सदैव दूर रखना चाहिए जो रात में खिलते हो.
8) ब्लीडिंग हार्ट (Bleeding Heart) :
वास्तु शास्त्र के अनुसार ब्लीडिंग हार्ट को घर के मुख्य द्वार पर इसलिए नहीं लगाना चाहिए क्योंकि यह फूल अपने नाम और आकर के कारण से दिल टूटने और भावनात्मक दर्द को बतलाता है जिससे कि यह घर के मुख्य द्वार के पास नकारात्मक भावनाओं और दुखद ऊर्जा को आमंत्रित कर सकता है.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) कौन सा फुल अंधकार और शोक का प्रतीक माना जाता हैं ?
नाइट जैस्मिन
2) कोलंबाइन के फूल को किसका प्रतीक माना जाता हैं ?
शोक और दुःख का.
3) किस फूल का आकार मकड़ी जैसा होता हैं ?
स्पाइडर लिली.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.


