Hanuman Chalisa | हिंदू धर्म में देवी देवताओं की पूजा अर्चना करने का विशेष महत्व है. हिंदू धर्म में अपने इष्ट देवों के लिए मंत्रों का उच्चारण करना बहुत ही शुभ फलदायक माना जाता है. हनुमान जी कलयुग के सबसे पूजनीय देवताओं में गिने जाते हैं. मान्यताओं के अनुसार आज भी श्री राम भक्त हनुमान जी इस पृथ्वी पर सशरीर भ्रमण करते हैं. हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. जो भी भक्त सच्चे मन से हनुमान जी को याद करता है वह फौरन ही उसके कष्टों को हरने के लिए आ जाते हैं. हनुमान चालीसा के पाठ से बल, बुद्धि, विद्या की प्राप्ति होती है, रोग, शोक, विघ्न, ग्रह दशा दूर होते हैं.
राम चरित्र मानस के अनुसार भगवान श्री हनुमान जी महाराज की भक्ति कलयुग में सबसे श्रेष्ठ बताई गई है. कलयुग में हर प्रकार की परेशानियों से निजात पाने के लिए श्री हनुमान जी की शरण में ही जाना चाहिए. वैसे तो हनुमान चालीसा का पूरा पाठ बहुत ही उपयोगी माना गया है लेकिन इसकी कुछ चौपाइयां को भी अगर नियमित जाप किया जाए तो बजरंग बली सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी करते हैं और सभी तरह की परेशानियों से निजात दिलाते हैं.
आज हम आपको तुलसीदास जी द्वारा रचित हनुमान चालीसा की कुछ ऐसी दिव्य चौपाइयों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें मंत्र की तरह जपने से आप किसी भी तरह की परेशानियों से बाहर आ सकते हैं.
1) भूत-पिशाच निकट नहीं आवे। महावीर जब नाम सुनावे ।।
अर्थात: हनुमान चालीसा की इस चौपाई को बहुत ही उपयोगी माना गया हैं अगर किसी व्यक्ति को हमेशा किसी न किसी चीज का भय सताता रहता हैं, तो नियमित इस चौपाई का जाप करने से मन से भय समाप्त हो जाता हैं।
2) नासे रोग हरे सब पीरा। जो सुमिरे हनुमंत बलबीरा ।।
अर्थात: जो व्यक्ति हमेशा किसी न किसी तरह की बीमारियों से पीड़ित रहता हो उसे नियमित रूप से इस चौपाई को सुबह और शाम के वक्त हनुमानजी का नाम लेकर जाप करना चाहिए.
3) अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता । अस बर दीन जानकी माता ।।
अर्थात: हनुमान चालीसा की ये चौपाई सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण माना गई हैं क्योंकि हनुमानजी आठ सिद्धि और नौ निधियों को देने वाले भगवान हैं ये वरदान माता सीता ने दिया हैं अगर किसी व्यक्ति को जीवन में शक्तियों को प्राप्त करना है तो हनुमान चालीसा की इस चौपाई का पाठ ज़रूर करना चाहिए.
4) विद्यबान गुनी अति चातुर। रामकाज करिबे को आतुर ।।
अर्थात: अगर किसी व्यक्ति को ज्ञान, बुद्धि, विवेक और धन दौलत चाहिए तो हनुमान चालीसा की इस चौपाई का नियमित जाप करना चाहिए। विद्या और चतुराई के लिए ये चौपाई बहुत ही उपयोगी है.
5) भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्र जी के काज संवारे ।।
अर्थात: राम भक्त हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिये और उनकी कृपा पाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत उपयोगी होता है ऐसे में अगर आप शत्रुओं से परेशान हैं या किसी कार्य में बार बार असफलता प्राप्त हो रहीं हैं तो इस चौपाई का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए.
इस आर्टिकल के माध्यम से आप ने जाना हनुमान चालीसा की उन चौपाई को जिनके जाप से सभी परेशानियां दूर हो जाती है. तो ऐसे ही जानकारियों के लिये जुड़े रहे MadhuramHindi.com और Madhuram’s Youtube Channel के साथ.
FAQ – सामान्य प्रश्न
हनुमान चालीसा का पाठ कितनी बार करना चाहिए?
हनुमान चालीसा का पाठ एक बार भी कर सकते हैं परंतु 108 बार करना अति शुभ माना गया है
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