Geeta Updesh | हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रँथ है श्रीमद्भगवद्गीता जो गीता के नाम से भी जाना जाता हैं. महाभारत युद्ध में कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने पांडव पुत्र अर्जुन को गीता का उपदेश उस समय दिया था जब अर्जुन युद्धभूमि में अपनों को देखकर उसका मन विचलित हो गया था. गीता के उपदेशों में कर्म, धर्म, मोक्ष और जीवन से जुड़े पहलुओं का उल्लेख किया गया है. माना जाता है कि जो भी मनुष्य गीता में बताएं उपदेशों को अपने जीवन में अपनाता है वह कभी भी ना तो सद्मार्ग से विचलित होता है और ना ही कभी जीवन में निराश नहीं होता हैं क्योंकि गीता के उपदेश जीवन में मार्गदर्शक की अहम भूमिका निभाता है.
जानते हैं गीता के इन उपदेश को जो जीवन को बदलकर रख दें :
1) सबसे विन्रम और मधुर व्यवहार रखें :
श्रीमद्भगवद्गीता में वर्णित किया गया है कि जो मनुष्य हर किसी व्यक्ति से विन्रम और मधुर व्यवहार रखता है वह अपने जीवन में हमेशा सफल होता है. भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को कहते हैं कि – अर्जुन ! मनुष्य को बड़ों से ही नही बल्कि छोटे व्यक्ति से भी मधुरता का व्यवहार रखना चाहिए.
2) धर्म के अनुसार कार्य करना चाहिए :
भगवान श्रीकृष्ण गीता का उपदेश देते हुए कहते हैं कि – किसी भी मनुष्य को अपने धर्म से अलग होकर कार्य नहीं करना चाहिए बल्कि मनुष्य को सदैव धर्म के राह पर चलकर कर्म करते रहना चाहिए क्योंकि जो मनुष्य धर्म के अनुसार कार्य करता है वह अपने जीवन में निश्चित ही सफलता प्राप्त कर लेता है ठीक वैसे ही जैसे किसी विद्यार्थी का कार्य शिक्षा को पाना है तो वही सैनिक का कार्य देश की रक्षा करना है.
3) क्रोध और लोभ कभी नहीं करना चाहिए :
श्रीमद्भगवद्गीता में बताया गया है कि जो मनुष्य काम, क्रोध और लोभ के चक्कर मे फंस जाता है उसका पूरा जीवन बर्बाद हो जाया करती हैं इसलिए मनुष्य को इन सब का त्याग कर देना चाहिए और इन सब से खुद को दूर रहना चाहिए क्योंकि यह सब नरक के द्वार कहलाते हैं.
4) इंद्रियों पर संयम रखना चाहिए :
भगवान श्रीकृष्ण गीता का उपदेश देते हुए कहते हैं कि व्यक्ति को अपनी इंद्रियों पर अर्थात कान, आंख, नाक, जीभ और त्वचा पर संयम रखने की आवश्यकता होनी चाहिए क्योंकि जिस मनुष्य की इंद्रियां उनके वश में रहती हैं वह जिंदगी में कभी भी असफल नही होता है और साथ ही उसकी बुद्धि भी बहुत तेज होती हैं.
5) घमंड कभी नहीं करें :
श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार किसी भी मनुष्य को कभी घमंड नही करना चाहिए क्योंकि घमंड मनुष्य के पतन का कारण बनती हैं इसलिए उचित यही है कि मनुष्य को अहंकार से रहित होकर कार्य करने चाहिए.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) श्रीमद्भगवद्गीता को और किस नाम से जाना जाता हैं ?
गीता.
2) गीता का उपदेश भगवान श्रीकृष्ण ने किसको दिया है ?
पांडव पुत्र अर्जुन.
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