Geeta Updesh | हिन्दू धर्म मे सभी ग्रँथों में से एक श्रीमद्भागवत गीता जिसको हिंदुओं का दिव्य ग्रँथ कहा जाता हैं. श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण के उपदेशों का उल्लेख है. गीता के इस उपदेश को महाभारत युद्ध के दौरान भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को उस समय दिया था जब युद्ध क्षेत्र में अर्जुन अपनों को देखने से मन विचलित हो गया था तब भगवान श्रीकृष्ण ने विश्व रूप धारण करके अर्जुन को जीवन का रहस्य को बताया. महाभारत का यह युद्ध धर्म और अधर्म की थी और भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश देते हुए बताया कि मनुष्य को बिना फल की चिंता किए बिना अपना कर्म करते रहना चाहिए इसका फल स्वंय परमात्मा देंगे. गीता के उपदेशों का बड़ा ही महत्व है क्योंकि गीता ज्ञान से मनुष्य को जीवन की सही राह मिलती हैं.
Geeta Updesh | आइए जानते हैं श्री कृष्ण के द्वारा बताए गए गीता उपदेश
तो चलिए जानते हैं गीता के उन उपदेशों को जिनमें श्रीकृष्ण ने बताया कि मन को दुःखी करने वालों के साथ कैसा व्यवहार करें.
1) श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश में कहा कि अगर कोई तुमको नीचे गिराने का या फिर शर्मिंदा करने की कोशिश करें तो उस समय खुद को शांत रखों क्योकि जो सामने वाला मनुष्य तुम्हारे साथ कर रहा है वह खुद के लिए ही पाप का गड्ढा खोदते जा रहा है इसका फल स्वयं भगवान उसे देंगे इसलिए सामने वालों की बातों पर ध्यान मत दो.
2) गीता के उपदेश में श्रीकृष्ण कहते हैं कि अगर कोई मनुष्य तुम्हें अपमानित करें तो उसे माफ करके सदैव आगे बढ़ने का प्रयास करों.
पढ़ें >> गीता के इस उपदेशों से जिसमें भगवान श्रीकृष्ण ने कर्मो के बारे में बताया है.
3) श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश में कहा कि मनुष्य को सामने वाले के द्वारा किए गए अपमान के बदले कोई कार्य नहीं करना चाहिए क्योंकि श्रीमद्भागवत गीता के अनुसार आने वाले भविष्य में उस कार्य का परिणाम क्या हो सकता है उसके बारे में अवश्य सोचना चाहिए.
4) गीता के उपदेश के अनुसार श्रीकृष्ण कहते हैं कि अगर कोई तुम्हारा अपमान करता है तो उसे कभी भी निजी तौर पर नहीं लें वरना नुकसान तुम्हारा ही हो सकता है.
पढ़ें >> गीता के इन पांच बातें को जिनको अपनाने से जीवन में सफलता को प्राप्त करते हैं.
5) श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश देते हुए कहा है कि अगर कोई मनुष्य अपमानित करें तो उसको बुराई या फिर आलोचना मत करो बल्कि उसे समझाने का प्रयास करो लेकिन वह नहीं समझे तो उसे नजरअंदाज करके आगे बढ़ने की कोशिश करें.
6) गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि किसी को अपमान करके जीवन में कभी भी कोई खुशी नहीं मिल सकती क्योंकि दूसरों को अपमानित करने की भावना मन की शांति को नष्ट कर देती हैं.
पढ़ें >> गीता के अनमोल विचार से ऐसे ज्ञान को जो जहर के समान होता है.
श्रीमद्भागवत गीता के इन उपदेशों को समझे जिससे कि जीवन जीने की सही राह दिखे और जीवन आसान बनें.
उम्मीद है कि आपको श्रीमद्भागवत गीता के उपदेशों से जुड़ा लेख पसन्द आया होगा तो इस उपदेश को अपने परिजनों और दोस्तों को अधिक से अधिक शेयर करें और ऐसे ही गीता के उपदेशों से जुड़े लेख को पढ़ने के लिए जुड़े रहें madhuramhindi.com के साथ.
FAQ – सामान्य प्रश्न
1) हिंदुओं का दिव्य ग्रँथ किसे कहा जाता हैं ?
श्रीमद्भागवत गीता को.
2) श्रीमद्भागवत गीता में किसने किसको उपदेश दिया है ?
भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को.
3) गीता का उपदेश श्रीकृष्ण ने कहा दिया है ?
युद्व क्षेत्र में.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.