Pandit Pradeep Mishra | पंडित प्रदीप मिश्रा जी (सीहोर वाले) एक ऐसे कथावाचक है जिनको सुनने के लिए उनकी कथा स्थल और पंडालों में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता हैं. कथा आयोजक कितनी ही पंडालों की व्यवस्था करें कम ही पड़ जाती हैं जिसके फल स्वरुप जिनको पंडालों में जगह नहीं मिलती वह बाहर सड़कों पर खड़ा होकर भी कथा को सुनना चाहते हैं उनके द्वारा बताए गए उपायों को हर कोई अपनाकर अपनी जिंदगी के हर कष्ट को दूर करना चाहता है.
पंडित प्रदीप मिश्रा जी अपनी हर शिव महापुराण कथा में भगवान शिव के प्रति अपने विश्वास और भरोसे को बनाए रखने पर जोर देते हैं लेकिन अभी कुछ दिन पहले राधा रानी पर टिप्पणी देने पर प्रदीप मिश्रा जी विवादों से घिर गए थे उनके और संत प्रेमानंद महाराज के बीच राधा रानी को लेकर मतभेद पैदा हो गए जिसको लेकर वृंदावन के बाकी संतो ने भी पंडित प्रदीप मिश्रा जी का विरोध किया वैसे पंडित प्रदीप मिश्राजी सामने आकर ओंकारेश्वर खंडवा की कथा में अपने तत्वों को सही ठहराया. संत प्रेमानंद और कथावाचक के आमने सामने होने और विवादों को तूल पकड़ते देख मंत्री कैलाश विजयवर्गीय आगे आकर इन दोनों के बीच पैदा हुए विवादों पर विराम लगाते हुए संत महाराज और कथावाचक के बीच सुलह भी करवाया.
आपको बता दें कि पूज्य पंडित प्रदीप मिश्राजी के मुखारविंद से “श्री उमा महेश शिव महापुराण कथा” का आयोजन जिला – खैरागढ़, छुईखदान गंडई (छत्तीसगढ़) में 18 जून से 24 जून 2024 दोपहर 02 बजे से 05 के बीच चल रही हैं. इस कथा में बाकी कथाओं की तुलना में अधिक श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिला एक तरफ गर्मी अपनी प्रचण्ड कहर बरसा रहा है तो वहीं शिव भक्तों का उत्साह इस प्रचण्ड गर्मी को मात भी दे रहा हैं. इस शिवमहापुराण की कथा को वाचते हुए पंडित प्रदीप मिश्राजी ने बहुत ही सरल शब्दों में कहा कि ” हम पानी को बना नही सकते, आज जलस्तर पानी नीचे गिरता जा रहा है, बहुत नीचे तक पहुंच गया, कई प्रदेशों में पीने का पानी बचा ही नहीं. हम पानी को नही बना सकते लेकिन शिवपुराण की कथा कहती है वृक्ष लगाकर पानी को बचा ज़रूर सकते हैं.जैसे भगवान शंकर अपने मस्तक पर गंगाजल को रखा है क्योंकि जल को बचाकर रखेंगे तो जल है तो कल है “
Pandit Pradeep Mishra | विदिशा – मध्यप्रदेश में शिव महापुराण की कथा कहां होगी :
मध्यप्रदेश के कृषि प्रधान विदिशा में माँ सरस्वती मानस मण्डल के तत्वावधान में पंडित प्रदीप मिश्राजी (सीहोर वाले) के मुखारविंद से श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन 30 जून से 06 जुलाई 2024 दोपहर 02 बजे से 05 बजे के बीच नवीन गला मंडी मिर्जापुर सागर रोड विदिशा मध्यप्रदेश में होने जा रहा है. यहां की व्यवस्थाएं और लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने के चलते तमाम व्यवस्था का जायजा लेने के लिए विदिशा विधायक मुकेश टण्डन और पुलिस प्रशासन के साथ-साथ एन अधिकारी और आयोजन समिति के सदस्य भी कथा स्थल पहुचकर बैठक व्यवस्था आने जाने का मार्ग और पार्किंग व्यवस्था को लेकर इन सभी निरीक्षण किया जिससे कि किसी भी श्रद्धालुओं को रहने और खाने की कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
कथा | श्री शिव महापुराण कथा |
कथा वाचक | श्री पंडित प्रदीप मिश्रा |
मुख्य आयोजक | मुकेश टण्डन जी |
कथा की तिथि | 30 जून से 06 जुलाई 2024 |
कथा का समय | दोपहर 02 बजे से 05 बजे |
कथा का स्थान | माँ सरस्वती मानस मण्डल, विदिशा, मध्यप्रदेश |
हर शिव महापुराण कथा से पहले कलश यात्रा निकाली जाती है और यहां भी कलश यात्रा निकलेगी यहां पर कलश यात्रा 29 जून 2024 दिन शनिवार को देवी के बाग से शुरू होकर कथा स्थल तक जाएगी. अगर आप भी कलश यात्रा में शामिल होना चाहते हैं तो मां सरस्वती मानस मंडल विदिशा मध्य प्रदेश से संपर्क करके इस कलश यात्रा में शामिल हो सकते हैं.आप सभी इस पवित्र शिव महापुराण कथा में पधारकर इस कथा को सफल बनायें और अपने जीवन को सार्थक करें.
How to Reach Vidisha, Madhya Pradesh | जानते हैं कि कथा स्थल कैसे पहुंचे
इस शिव महापुराण कथा में शामिल होने के लिए आपको कथा स्थल विदिशा आना पड़ेगा. विदिशा रेलवे स्टेशन से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर कथा स्थल है. विदिशा राजधानी भोपाल के बहुत ही नजदीक हैं इसके साथ ही विदिशा सड़क मार्ग और रेलमार्ग दोनों ही माध्यम से जाया जा सकता है भोपाल से कथा स्थल की दूरी 55 km हैं तो वहीं जबलपुर से 260 km की दूरी पर कथा स्थल हैं. अगर आप बस के द्वारा कथा स्थल आना चाह रहे हैं तो भोपाल से विदिशा का बस का किराया मात्र ₹ 80 हैं आपको विदिशा बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से कथा स्थल पहुँचने के लिए आसानी से साधन मिल जाएगा.
FAQ – सामान्य प्रश्न
विदिशा – मध्यप्रदेश में शिव महापुराण की कथा कहां होगी
माँ सरस्वती मानस मण्डल, विदिशा, मध्यप्रदेश
विदिशा – मध्यप्रदेश में शिव महापुराण कब से कब तक है ?
30 जून से 06 जुलाई 2024
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