Kuber Dev | वास्तु शास्त्र में घर की हर एक दिशा को लेकर कई प्रमुख बातें और नियमों को बताया गया है लेकिन अगर व्यक्ति इन नियमों को अनदेखा करता है तो उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिससे कि आर्थिक कठिनाइयों भी पनपने लगती हैं जिसके फलस्वरूप वह तनाव में रहने लगता है. वास्तु शास्त्र (Vastu) में इन परेशानियों और आर्थिक कठिनाइयों से बचने के लिए विस्तार से जिक्र किया है जैसे कि भगवान कुबेर की मूर्ति को घर में रखना वास्तु शास्त्र में बहुत ही शुभ माना गया है क्योंकि इससे व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं का सामना कभी नही करना पड़ता और जीवन भी खुशहाल बना रहता है लेकिन अगर घर में कुबेरदेव की मूर्ति को लेकर आ रहे हैं तो इन नियमों का पालन करना आवश्यक है.
Kuber Dev | जानते हैं घर मे कुबेरदेव की मूर्ति को किस दिशा में स्थापित नहीं करना चाहिए :
1) दक्षिण दिशा :
वास्तु शास्त्र के अनुसार भूलकर भी कुबेर देवता की मूर्ति को घर की दक्षिण दिशा में स्थापित नही करना चाहिए क्योंकि दक्षिण दिशा यम और पितरों का माना जाता है और इस दिशा में इनका वास होता है अगर गलती से भी दक्षिण दिशा में कुबेरदेव की मूर्ति स्थापित किया गया तो अशुभ फलों की प्राप्ति होने के साथ धन हानि भी हो सकती हैं लेकिन अगर किसी कारणवश कुबेरदेव की मूर्ति को दक्षिण दिशा में रखना पड़ रहा है तो विधिवत तरीके से कुबेरदेव की पूजा करें जिससे अशुभ परिणाम का सामना नहीं करना पड़े.
2) पश्चिम दिशा :
घर की पश्चिम दिशा में गलती से भी कुबेरदेव की मूर्ति स्थापित नहीं करनी चाहिए क्योंकि वास्तु के अनुसार पश्चिम दिशा शनिदेव की दिशा कहलाती हैं और शनिदेव को बहुत ही क्रुर देवता कहे जाते हैं जिनको क्रोध बहुत जल्द आ जाता है इसलिए अगर पश्चिम दिशा में कुबेरदेव की मूर्ति स्थापित कर दिया है तो तत्काल ही हटा दें जिससे कि जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो सकें.
3) उत्तर – पश्चिम दिशा :
कुबेरदेव की मूर्ति को भूलकर भी घर के उत्तर – पश्चिम दिशा में नही रखे और ना ही स्थापित करें क्योंकि ऐसा करने से अचानक कार्य में हानि होने के साथ ही अशुभ फलों की भी प्राप्ति हो सकती हैं.
4) दक्षिण – पश्चिम दिशा :
वास्तु शास्त्र के अनुसार कुबेर देव की मूर्ति को घर की दक्षिण – पश्चिम दिशा में नहीं रखनी चाहिए क्योंकि इससे मां लक्ष्मी का घर में प्रवेश नहीं होता है और धन अस्थाई भी रहने लगता है जिससे कि आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं से सामन करना पड़ सकता है इसलिए अगर घर की दक्षिण – पश्चिम दिशा में कुबेरदेव की मूर्ति रखे हैं तो फौरन वहां से हटा दें.
Kuber Dev | घर की किस दिशा में कुबेरदेव की मूर्ति को रखनी चाहिए :
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा में कुबेरदेव की मूर्ति को रखना बेहद शुभ माना जाता हैं क्योंकि इससे घर में धन आने के साथ सुख और समृद्धि का भी आगमन होता है लेकिन कुबेरदेव की मूर्ति को घर की उत्तर दिशा में ऐसे स्थापित करें कि उनका मुख उत्तर दिशा की ओर हो इसके साथ ही जिस स्थान पर कुबेरदेव की मूर्ति को रखे हैं वह स्थान साफ व स्वच्छ हो मान्यता है कि इससे कुबेरदेव प्रसन्न होते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता हैं.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) कुबेरदेव की मूर्ति को घर की किस दिशा में रखनी चाहिए ?
घर की उत्तर दिशा.
2) घर की दक्षिण दिशा किसकी दिशा कहलाती हैं ?
यम और पितरों का.
3) शनिदेव की कौन सी दिशा होती हैं ?
पश्चिम दिशा.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.