Navratri ke Vastu Upay | वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में बहुत विशेष महत्व हैं. कहा जाता है कि जीवन में अगर भविष्य में होने वाली समस्याओं से बचना हैं तो किसी भी काम को करने से पहले और करते समय वास्तु शास्त्र में बताए गए नियमों का पालन करना चाहिए और ऐसे ही वास्तु शास्त्र में शारदीय नवरात्रि के दौरान कुछ आसान उपायों का जिक्र किया गया है जिसको अपनाए तो माँ दुर्गा का आशीर्वाद मिलने के साथ घर में धन – धान्य की कभी कमी नही होती हैं और घर में सुख – समृद्धि में वृद्धि भी होती हैं.
शारदीय नवरात्रि में अपनाएं वास्तु के इन आसान उपायों को :
1) घर में साफ – सफाई करना चाहिए :
धार्मिक मान्यतानुसार शारदीय नवरात्रि के दिनों में माँ दुर्गा धरती लोक पर आगमन करती हैं तो ऐसे नवरात्रि से पहले और नवरात्रि के दौरान घर में साफ – सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए. वास्तु के अनुसार नवरात्रि के पहले घर में टूटी हुई वस्तुएं और उपयोग में न आने वाली वस्तुएं के साथ घर में खंडित मूर्ति को बाहर निकाल दें माना जाता है कि ऐसा करने से घर में सकारात्मकता बनी रहने के साथ ही सुख – समृद्धि का आगमन भी होता हैं.
2) सही दिशा में पूजा घर को स्थापित करें :
नवरात्रि की पूजा करने के लिए एक स्थान को निर्धारित करना चाह रहे हैं तो ईशान कोण इसके लिए बहुत शुभ माना जाता है और अगर वास्तु के अनुसार इस दिशा में पूजा घर को स्थापित किया जाएं तो घर में सकारात्मक और पवित्र ऊर्जा का प्रवेश होता है जिससे कि भगवान हमारी प्रार्थना को जल्दी सुनते हैं.
3) कलश को स्थापित करना :
वास्तु के अनुसार नवरात्रि में कलश को घर की उत्तर – पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए क्योंकि इस दिशा को पूजा के लिए बहुत ही शुभ स्थान माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि कलश भगवान गणेश का प्रतीक कहलाता है और इसको स्थापित करने से यह घर मे सुख व समृद्धि को लाता है लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि कलश सही दिशा के साथ साफ एवं स्वच्छ स्थान पर रखें.
4) लाल और पीलें रंगों से घर को सजाएं :
नवरात्रि के समय अगर घर की सजावट के लिए लाल और पीलें रंग के फूलों का उपयोग करें यहां तक कि इन्हीं रंग के पर्दों का ही इस्तेमाल करें. वास्तु के अनुसार लाल और पीला रंग शक्ति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और नवरात्रि में इन रंगों के फूलों का इस्तेमाल करने से माँ दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है. नवरात्रि में इन रंगों का इस्तेमाल रंगोली बनाने भी किया जा सकता हैं.
5) घी के दीपक को जलाएं :
नवरात्रि के दिनों में घर के ईशान कोण में घी का दीपक को जलाने के अलावा हर शाम को घर के दक्षिण – पूर्व दिशा में भी घी के दीपक को अवश्य जलाना चाहिए क्योंकि दीपक ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक होने के साथ ही यह अंधकार को भी भगाता हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा और विभिन्न प्रकार की बाधाएं दूर होने के साथ ही घर में धन का आगमन होने लगता हैं.
6) शंख का उपयोग करना :
नवरात्रि के दिनों में घर में शंख अवश्य बजाना चाहिए क्योंकि माना जाता है कि शंख को बजाने से घर में सुख -समृद्धि का आगमन होने के साथ ही घर से नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती हैं.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) नवरात्रि में स्थापित कलश किसका प्रतीक होता हैं ?
भगवान गणेश.
2) पूजा के लिए घर की कौन सी दिशा शुभ मानी जाती हैं ?
ईशान कोण.
3) दीपक किसका प्रतीक माना गया है ?
ज्ञान और प्रकाश .
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