Pandit Pradeep Mishra | भारत के किसी जगह में अगर शिव महापुराण कथा की आयोजन की बात होती हैं तो सबसे पहले कथावाचक के रूप में नाम आता है पंडित प्रदीप मिश्रा जी का जिनको सीहोर वाले बाबा के नाम से जाना जाता हैं. पंडित प्रदीप मिश्रा जी के श्रीमुख से कही जाने वाली शिव महापुराण का आयोजन जहां भी होता हैं वहाँ दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं. उनके पंडाल में लाखों की भीड़ देखने को मिलती हैं अगर पंडाल में जगह नही मिले तो श्रद्धालु बाहर सड़कों में बैठकर सुनते हैं. उनके द्वारा बताई गई बातें और उपायें काफी चर्चे का विषय होता हैं.
पंडित प्रदीप मिश्राजी अपने कथा में हमेशा भक्तों से भगवान शिव को जल चढ़ाने के साथ श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप करने को कहते हैं क्योंकि इस मंत्र को महामृत्युंजय मंत्र के समान ही प्रभावशाली बताया गया है. पंडित प्रदीप मिश्रा जी अपने हर कथा में सनातन धर्म के प्रति विश्वास जागते हैं और कोई भी किसी भी प्रकार की समस्याएं हैं तो एक ही मूलमंत्र बोलते हैं सारी समस्याओं का हल एक लोटा जल.
Time and date of Shiva Mahapuran Katha in Kushinagar | कुशीनगर में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा शिव महापुराण कथा का समय व तिथि :
कुशीनगर रामाभार स्तूप के निकट कृषि विश्वविद्यालय की भूमि पर सात दिवसीय शिव महापुराण कथा 14 फरवरी 2024 से 20 फरवरी 2024 तक हर दिन 1 बजे से शाम 4 बजे तक होगी. यह कथा श्रीनाथ जी मंदिर ट्रस्ट कसया के द्वारा करवाई जा रही हैं जिनकी मुख्य आयोजक (यजमान) पूनम पाण्डेय है. इस कथा में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है इसको लेकर जर्मन हैंगर पंडाल और भंडारा स्थल का निर्माण हो रहा है. कथास्थल पर लगने वाले टेंट और पंडाल पूरी तरह से वाटरप्रूफ और फायरप्रूफ बनाएं जा रहे हैं आवश्यकता पड़ने पर पंडाल की क्षमता बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या के आधार पर किया जाएगा. कथा सुनने आने वाले सभी भक्तजनों के लिए भंडारे की व्यवस्था समिति तथा आयोजक द्वारा की जा रही है. जहां भक्तों के लिए भोजन की व्यवस्था होगी.
कथा | श्री शिव महापुराण कथा |
कथा वाचक | श्री पंडित प्रदीप मिश्रा |
मुख्य आयोजक | श्रीमती पूनम पाण्डेय |
कथा की तिथि | 14 फरवरी 2024 से 20 फरवरी 2024 |
कथा का स्थान | कृषि विश्वविद्यालय, कुशीनगर, उत्तर प्रदेश |
कथा का समय | दिन के 01 बजे से शाम 04 बजे तक |
How to reach Kushinagar | कुशीनगर कैसे पहुंचे
कुशीनगर गोरखपुर से लगभग 53 किलोमीटर पूर्व में स्थित है, इसे राष्ट्रीय राजमार्ग 28 जोड़ता है. कुशीनगर सड़क रेल व वायु मार्ग से जुड़ा हुआ है. कुशीनगर बिहार राज्य के बॉर्डर पर स्थित है, बिहार बॉर्डर कुशीनगर से मात्र 20 किलोमीटर पूरब की ओर है. कुशीनगर सड़क मार्ग, रेल मार्ग और वायु मार्ग द्वारा देश के अलग-अलग शहरों से जुड़ा हुआ है. कुशीनगर शहर में टैक्सी (Taxi Service), ऑटो रिक्शा, साइकिल रिक्शा आसानी से मिल जाएंगे जिससे आप एक स्थान से दूसरे स्थान तक जा सकेंगे
सड़क मार्ग (By Road)
राष्ट्रीय मार्ग 28 (NH28) शीनगर को अन्य मुख्य शहरों से जोड़ता है. कुशीनगर के लिए बस सेवाएं उपलब्ध है जो की सभी मुख्य शहरों से कुशीनगर को जोड़ती है.
रेल मार्ग (Railway)
कुशीनगर के लिए सबसे निकटम रेलवे स्टेशन देवरिया (DEOS) है जो कुशीनगर से 35 किलोमीटर दूर है, इसके अलावा गोरखपुर (GKP) मुख्य रेलवे स्टेशन कुशीनगर से 53 किलोमीटर दूर है.
वायु मार्ग (By Air)
कुशीनगर अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (Kushinagar International Airport) , कुशीनगर से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर है. इसके अलावा गोरखपुर एयरपोर्ट यहां का निकटतम प्रमुख हवाई-अड्डा है. दिल्ली, लखनऊ, कोलकाता और पटना आदि शहरों से यहां के लिए नियमित उड़ानें हैं.
Place to Stay in Kushinagar | कुशीनगर में रुकने का जगह
कुशीनगर में रुकने के लिए बहुत सारे अच्छे होटल (best hotels in kushinagar) व धर्मशालाएं (Dharamshala in Khusinagar) आपको मिल जाएंगे. दूसरे शहर व अन्य राज्यों से आ रहे भक्तजन पंडाल में भी रख सकते हैं अथवा शहर में कई अच्छे होटल है.
Pandit Pradeep Mishra’s next Shiva Mahapuran Katha| पंडित प्रदीप मिश्रा जी का अगला शिव महापुराण कथा
सीहोर के पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा शिव महापुराण कथा 25 फरवरी से 2 मार्च 2024 से सिरसा हरियाणा में.
FAQ – सामान्य प्रश्न
कुशीनगर में कथा स्थल कहां है
कुशीनगर रामाभार स्तूप के निकट कृषि विश्वविद्यालय की भूमि पर
कथा की तिथि कब से कब तक है
14 फरवरी 2024 से 20 फरवरी 2024
कुशीनगर में होनेवाली श्री शिव महापुराण के कथावाचक कौन है
सीहोर के पंडित प्रदीप मिश्रा
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.