Baba Bageshwar | मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले का प्रसिद्ध बागेश्वर धाम में हनुमान जी का मंदिर है और यहां बाला जी की पूजा होती है. इस धाम में करोड़ों लोगों की श्रद्धा जुड़ी हुई है इसी धाम के पीठाधीश्वर और कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हैं जिनको बागेश्वर धाम सरकार और बागेश्वर बाबा के नाम से भी जाना जाता हैं यह बहुत कम समय में ही बहुत प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके हैं इनका देश में लाखों की संख्या में प्रशंसक और भक्त हैं तो वहीं विदेशों में भी फैन फॉलोइंग तेजी से बढ़ रहे हैं. बागेश्वर धाम सरकार अपनी रामकथा और दिव्य दरबार (Divya Darbar) को लेकर हमेशा सुर्खियों में छाए हुए हैं इनकी कथा जहां भी होती हैं भक्त हज़ारो लाखों की संख्या में पहुँचते हैं.
बागेश्वर धाम और उनके महाराज धीरेंद्र शास्त्री (Maharaj Dhirendra Shastri) इस समय चर्चा का विषय बने हुए हैं खासकर उनका दिव्य दरबार. जहां भक्त इनको ईश्वर का अवतार मानते हैं तो वहीं कुछ लोग इनको अंधविश्वास को बढ़ाने वाले भी कहते हैं. इनके भक्त बताते हैं कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी का दिव्य दरबार लगने पर वे अपने दरबार में किसी भी अनजान व्यक्ति को बुलाते हैं जब तक वो उनके करीब पहुंचता है तब तक पंडित महाराज उसे व्यक्ति का नाम, उनका पता एक पर्चे पर लिख देते हैं इतना ही नहीं दरबार में ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण महाराज यानी कि बागेश्वर बाबा उस व्यक्ति की परेशानियों को बता भी देते हैं यही कारण है कि उनके दिव्य दरबार में अर्जी लगाने वालों की भीड़ लगती है.
Baba Bageshwar Dham Sarkar| जानते हैं बागेश्वर बाबा का दिव्य दरबार कहा लगने वाला है : –
बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर विश्व विख्यात कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) 28 अप्रैल 2024 से लेकर 4 मई 2024 तक सात दिन इंदौर में श्रीमद् भागवत कथा (Shrimad Bhagwat Katha) करेंगे जो कि स्वर्गीय राम रतन चौधरी और श्रीमती भगवती देवी चौधरी की स्मृति में होगी. इस भव्य श्रीमद् भागवत कथा के मुख्य आयोजक अक्षत रामचंद्र चौधरी ने बताया कि 28 अप्रैल से 4 मई 2024 तक बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा मां कनकेश्वरी गरब परिसर आई टी आई रोड पर होगी. इस कथा में हजारों की संख्या में भक्तों की आने की संभावना को देखते हुए विशाल पंडाल बनाया जा रहा है पार्किंग और अन्य व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है कथा के दौरान 30 अप्रैल को एक दिन के लिए दिव्य दरबार लगेगा और यह दिव्य दरबार दोपहर 12 बजे से लेकर 1:30 बजे तक रहेगी और 28 अप्रैल से लेकर 4 मई 2024 तक रोजाना 4बजे से लेकर शाम 7 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा होगी.
कथा | श्रीमद् भागवत कथा |
कथा वाचक | पंडित धीरेंद्र शास्त्री |
कथा की तिथि | 28 अप्रैल 2024 से लेकर 4 मई 2024 |
कथा का स्थान | मां कानेश्वरी गरब परिसर, आईटीआई रोड, इंदौर, मध्य प्रदेश |
कथा का समय | दोपहर 12 बजे से लेकर 1:30 बजे तक |
बाहर से अगर कोई श्रद्धालु श्रीमद् भागवत कथा का शामिल होना चाहते हैं तो वह एक दिन पहले ही कथा स्थल पहुंच जाए कथा स्थल में रहने की ठहरने की और खाने की पूर्ण व्यवस्था की गई है जिससे कि श्रद्धालु और भक्तों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.
Baba Bageshwar | आईए जानते हैं कथा स्थल मां कानेश्वरी, इंदौर कैसे पहुंचे :
इस कथा स्थल पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको इंदौर मध्य प्रदेश (Indore, Madhya Pradesh) आना पड़ेगा. अगर आप दूसरे राज्य से आ रहे हैं तो इंदौर आने के लिए आपको वायु मार्ग या फिर रेल मार्ग से आ सकते हैं. इंदौर का रेलवे स्टेशन कोड है “INDB“. इंदौर आने के बाद आप यहां से ऑटो या फिर टैक्सी के द्वारा कथा स्थल पर आसानी से पहुंच सकते हैं. अगर आप इंदौर या फिर आसपास के क्षेत्र में रहने वाले हैं तो इस श्रीमद् भागवत कथा में शामिल होकर अपने जीवन को सार्थक बनाएं और अगर आपको कोई समस्या है तो दिव्य दरबार में अपनी अर्जी जरूर लगाए जिससे कि आपको अपनी समस्या का निवारण मिल सके.
Place to Stay in Indore| इंदौर, मध्य प्रदेश में रुकने का जगह :
इंदौर में रुकने के लिए बहुत सारे अच्छे होटल व धर्मशालाएं आपको मिल जाएंगे. दूसरे शहर व अन्य राज्यों से आ रहे भक्तजन पंडाल में भी रह सकते हैं अथवा शहर में कई अच्छे होटल है.
उम्मीद है कि आपको इस कथा से जुड़ा हुआ यह लेख पसंद आया होगा तो इसे अधिक से अधिक शेयर करें जिससे कि इस कथा के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जानकारी मिल सके और वह भी इस कथा में शामिल होकर अपने जीवन को सार्थक बना सके.
FAQ – सामान्य प्रश्न
इंदौर किस राज्य का हिस्सा है ?
मध्य प्रदेश.
बागेश्वर धाम किस शहर में स्थित है ?
छतरपुर (मध्य प्रदेश).
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर का नाम क्या है ?
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.