Vastu for Shankh | हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व होता है धार्मिक मान्यता है कि शंख भी धन की देवी माँ लक्ष्मी के समान ही समुंद मंथन से प्राप्त हुआ है और इसलिए शंख पर माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा होती हैं यही कारण है कि शंख को घर में रखने से भाग्य का साथ मिलने के अलावा यह धन लाभ के द्वार भी खोलते हैं. शंख को पूजा – पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों में बजाने से वातावरण में पवित्रता बनी रहने के साथ ही घर में सुख – समृद्धि का आगमन भी होता है. वास्तु शास्त्र में भी शंख को बहुत विशेष महत्व दिया गया है जिसके अनुसार घर में शंख को रखने से घर में खुशहाली के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा भी प्रवेश करती हैं लेकिन शंख को घर में रखने पर शुभ फल तभी मिल सकता है जब शंख से जुड़े नियमों का पालन किया जाएं.
शंख को घर में रखने के नियम
1) शंख रखने का उचित स्थान :
वास्तु के अनुसार शंख को सदैव घर के पूजा स्थल या फिर घर के उत्तर – पूर्व दिशा यानि कि ईशान कोण में रखना चाहिए. शंख को लाल या फिर पीले कपड़े के ऊपर ऐसे रखें कि शंख का मुंह हमेशा ऊपर की ओर हो मान्यता है कि इससे घर में सकारात्मकता का प्रवाह होता है इसके अलावा शंख को पूजा सामग्री के स्थान पर भी रखा जा सकता है.
2) शंख को बजाने के बाद शुद्ध करना :
पूजा के आरंभ और समाप्ति पर शंख का उपयोग यानि कि इसे बजाने के पश्चात हर बार शुद्ध अवश्य करें इसके लिए एक कटोरे में जल और गंगाजल को मिला लें और शंख को बजाने के बाद इसमें शंख को डुबोकर निकालें और एक साफ कपड़े से साफ करके वापस घर के पूजा स्थल में रख दें. इस प्रक्रिया को सदैव शंख बजाने के बाद अवश्य करें जिससे कि शंख स्वच्छ और पवित्र बना रहे.
3) शंख बजाने का उचित समय :
शंख को किसी भी समय और बिना किसी कारण के नहीं बजना चाहिए इसको पूजा से पहले और पूजा के बाद ही बजाना चाहिए अगर शंख बजाने का अभ्यास भी करना है तो इसी दौरान करें क्योंकि बिना वजह अकारण ही शंख को बजाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. शंख को सही समय बजाने से इसकी ध्वनि से नकारात्मक ऊर्जा कम होने के साथ वातावरण में भी शुद्धता आती हैं.
4) शंख को जमीन पर भूलकर भी न रखें :
शंख को भूलकर भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए माना जाता है कि इससे शंख का अपमान होता है. शंख को सदैव कपड़े के ऊपर रखना चाहिए यहां तक कि शंख को पानी से साफ करना है तो भी इसको पानी से निकालकर कपड़े में लपेटकर साफ करें इसको कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए.
5) शंख बजाने से पूर्व इन मंत्रों का जाप करें :
शंख को बजाने से पहले “ॐ” का उच्चारण अवश्य करें. माँ लक्ष्मी की पूजन के समय “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप अवश्य करें.
शंख के महत्व
1) शंख को भगवान विष्णु का प्रमुख आयुध माने जाने के अलावा इसको माँ लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता हैं.
2) वास्तु के अनुसार शंख को घर के दक्षिण दिशा में रखने से व्यक्ति को यश, कीर्ति और उन्नति की प्राप्ति होती हैं.
3) शंख को घर के उत्तर पूर्व दिशा में रखने से विद्या के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती हैं.
4) नियमित रूप से शंख को बजाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है क्योंकि इसको बजाने से फेफड़े मजबूत होने के साथ ही श्वास संबंधी समस्याएं दूर होने के अलावा नकारात्मक शक्तियों का भी नाश होता हैं.
5) धार्मिक मान्यता है कि जिस घर में शंख होता है उस घर में धन की देवी माँ लक्ष्मी का निवास होता है और इसको माँ लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर के समक्ष रखने से घर में सुख, समृद्धि और वैभव का आगमन होता हैं.
6) वैज्ञानिक दृष्टिकोण से शंख में रखा पानी कभी खराब नहीं होता है क्योंकि इसमें मौजूद कैल्शियम, फॉस्फोरस और गंधक के गुण होता हैं जिसके कारण से इसका पानी पीने से हड्डियां मजबूत होने के साथ ही दांत भी स्वस्थ होते हैं.
7) वास्तु के अनुसार शंख में जल भरकर घर में छिड़काव करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने के साथ नकारात्मक ऊर्जा दूर होती हैं.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) शंख को घर में किस दिशा कहां रखना चाहिए ?
उत्तर – पूर्व दिशा ( ईशान कोण).
2) शंख को घर में रखने पर किस देवी माँ की कृपा प्राप्त होती हैं ?
माँ लक्ष्मी.
3) शंख को किस दिशा में रखने से यश, कीर्ति और उन्नति मिलती हैं ?
दक्षिण दिशा.
4) शंख में कौन से धातु के गुण पाएं जाते हैं ?
कैल्शियम, फॉस्फोरस और गंधक.
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