Vastu Tips | हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय देवता माना गया है जिनको विध्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता हैं. भगवान गणेश की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए भक्त अनेक उपायों को करते हैं जिनमे एक है घर के मुख्य द्वार पर उनकी मूर्ति को स्थापित करना वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर गणेशजी की मूर्ति को स्थापित करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती जिससे कि सकारात्मकता बनी रहने के साथ ही घर में सुख – समृद्धि और खुशहाली का वास होता है.
गणेशजी की मूर्ति को घर के मुख्य द्वार पर स्थापित करने के वास्तु नियम :
1) मुख्य द्वार की दिशा :
वास्तु शास्त्र के अनुसार मुख्य द्वार पर गणेश जी की मूर्ति को स्थापित करते समय दिशा का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए कि अगर घर का मुख्य द्वार उत्तर या दक्षिण दिशा में हो तो गणेशजी की मूर्ति को लगाना शुभ होता है तो वहीं घर का मुख्य द्वार अगर पूर्व या पश्चिम दिशा में हो तो फिर मुख्य द्वार पर भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित नहीं करना चाहिए.
2) गणेशजी की मुख की दिशा :
गणेशजी की मूर्ति को घर के मुख्य द्वार पर लगाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि गणेशजी को मुख घर के अंदर की ओर होना चाहिए मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ने के साथ जीवन में सुख – समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है लेकिन कभी भी गणेशजी की मूर्ति की पीठ घर के बाहर की ओर नहीं होनी चाहिए माना जाता है कि इससे घर में दरिद्रता आती हैं.
3) गणेशजी की मूर्ति की सूंड :
वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर स्थापित मूर्ति की सूंड बाई ओर मुड़ी होनी चाहिए.
4) गणेशजी की मूर्ति का रंग :
वास्तु शास्त्र के अनुसार मुख्य द्वार पर स्थापित गणेशजी की मूर्तियां का रंग सिंदूरी रंग शुभ माना जाता है इससे घर में सुख – समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है.
5) शुद्धता और सम्मान का ध्यान रखना :
घर के मुख्य द्वार पर स्थापित गणेशजी की मूर्ति को विशेष रूप से साफ – स्वच्छ रखना चाहिए. रोजाना नियमित रूप से मूर्ति से धूल मिट्टी और जल से शुद्ध करना चाहिए.
6) गणेशजी का वाहन और भोग का साथ होना :
वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर लगाएं गणेशजी की मूर्ति के साथ गणेशजी का प्रिय वाहन मूषक ( चूहा ) और हाथ में लड्डू या मोदक होना चाहिए.
घर के मुख्य द्वार पर भगवान गणेश की मूर्ति को लगाने के लाभ :
1) धन – धान्य में बढ़ोतरी :
भगवान गणेश समृद्धि और वैभव के देवता कहलाते हैं और ऐसे में घर के मुख्य द्वार पर गणेशजी की मूर्ति को लगाने से घर में धन – धान्य में बढ़ोतरी होती हैं.
2) सकारात्मक ऊर्जा :
घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की मूर्ति को लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने के साथ नकारात्मक ऊर्जा दूर होती हैं जिससे कि घर में रहने वाले सदस्यों का मन प्रसन्न रहता है.
3) वास्तु दोषों का निवारण :
वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की मूर्ति को स्थापित करने से वास्तु दोषों का निवारण होने के साथ इस दोषों से मुक्ति मिलती हैं.
4) सुरक्षित होना :
भगवान गणेश को विध्नहर्ता कहा जाता हैं इसी कारण से इनकी मुक्ति को घर के मुख्य द्वार पर लगाने से घर की सुरक्षा होने के साथ इनकी कृपा से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होकर कार्य भी सफलता मिलती हैं.
5) सुख – शांति बने रहना :
घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी को मूर्ति को स्थापित करने से इनकी आशीर्वाद मिलती है जिससे परिवार में सुख – शांति बने रहने के साथ ही सदस्यों के बीच आपसी प्रेम भी बढ़ता है.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) घर के मुख्य द्वार पर स्थापित गणेश जी का मुख किस ओर होना चाहिए ?
घर के अंदर की ओर.
2) घर के मुख्य द्वार पर लगे गणेश जी का सूंड किस ओर होना चाहिए ?
बाई ओर मुड़ी हुई.
3) भगवान गणेश के किस तरह के देवता कहलाते हैं ?
समृद्धि और वैभव के.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.