Shani Jayanti| शनि जयंती के दिन क्या करना चाहिए जिससे शनि देव प्रसन्न हो जाएं और क्या नहीं करने चाहिए जिनसे की शनि देव नाराज ना हो.

Shanti jayanti

Shani Jayanti | हर साल ज्येष्ठ महीने की अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाती हैं मान्यता है कि इस दिन न्याय के देवता शनिदेव का जन्म हुआ था और शनिदेव के जन्म के उपलक्ष्य में शनि जयंती मनाई जाती हैं चूंकि शनिदेव न्याय के देवता कहलाते हैं क्योंकि ये अच्छे कर्म करने वाले को अच्छा फल देते हैं वहीं बुरे करने वाले कि सज़ा और दण्ड़ भी देते हैं. शनि जयंती के दिन शनि देव की विधि विधान से पूजा करने से वो प्रसन्न होते हैं इसके अलावा शनि जयंती के दिन कुछ बहुत ही आसान और सबसे सरल उपाय होते हैं जिनके करने से आसानी से शनिदेव की प्रसन्नता और कृपा प्राप्त कर सकते हैं और कुछ ऐसे भी कार्य नहीं करना चाहिए ताकि शनिदेव रुष्ट न हो जाए.

Shani Jayanti | शनि जयंती के खास उपाय जिनसे शनिदेव प्रसन्न हो जाय

1) शनि जयंती पर हनुमानजी की पूजा करना बहुत शुभ होता है इसलिए शनि जयंती के दिन सुबह स्नान करके हनुमान चालीसा और सुंदरकाण्ड का पाठ ज़रूर करें मान्यता है कि इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं.

2) शनिदेव परिवार में बड़ों का खासकर बुजुर्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं इसलिए घर मे हमेशा बुजुर्गों यानी कि दादा और पिता का सम्मान करें और शनि जयंती के दिन दादा, पिता या फिर किसी भी बुजुर्ग का आशीर्वाद ले क्योंकि ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.

3) शनि देव की कृपा पाने के लिए शनि जयंती की शाम को सूर्यास्त के बाद शनि देव जाएं और शनिदेव को पांच चीजें चढ़ाये और ये पांच चीजें हैं – सरसों का तेल, काली उड़द दाल, काले तिल, शमी के पत्ते और नीला फूल.

4) अगर किसी की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या परेशान कर रही हो तो शनि जयंती के दिन उसे छाया दान करना चाहिए .छाया दान के लिए मिट्टी के बर्तन में सरसों का तेल लेकर उसमें अपनी छाया देखें और फिर इस तेल को किसी जरूरतमंद को दान कर दें.

5) शनि जयंती के दिन पीपल के पेड़ को जल चढ़ाएं और उसकी जड़ में सरसों के तेल और तिल के तेल का दीपक जलाएं.

6) शनि जयंती के दिन शनि देव की कृपा व आशीर्वाद पाने के लिए धातु,जूते काले कपड़े और शनिदेव से जुड़ीं चीजों का दान करें.

Shani Jayanti |शनि जयंती के दिन क्या नहीं करना चाहिए :

1) शनि जयंती के दिन भूलकर भी माँस, मछली और मदिरा का सेवन न करे और ना ही ध्रुमपान ही करें. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि शनि जयंती के दिन इन चीजों का सेवन करने से जीवन में कंगाली आती हैं.

2) शनि जयंती के दिन ना तो उड़द दाल को खाएं और ना ही उड़द दाल से बनी किसी भी चीज को ही खायें क्योंकि माना जाता हैं कि ऐसा करने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं.

3) धार्मिक मान्यता के अनुसार शनि जयंती के दिन सरसों का तेल नहीं खरीदना चाहिए क्योंकि इससे शनि देव रुष्ट हो जाते हैं जिससे जीवन में अस्थिरता आ जाती हैं.

4) शनि जयंती के दिन किसी का भी दिल ना दुखाएं क्योंकि माना जाता हैं कि शनि जयंती के दिन असहाय लोगों के मान सम्मान को ठेस पहुंचाने से शनिदेव नाराज़ हो जाते हैं और इससे जीवन घोर संकटों से घिर जाता हैं.

5) शनिदेव की पूजा में काले तिल, सरसों तेल चीजों से की जाती हैं इसलिए शनि जयंती पर काले तिल खरीदना नहीं चाहिए क्योंकि शनि जयंती के दिन तिल खरीदने से सुख जाने लगती हैं और दुख आने लगती हैं.

6) शनि जयंती अमावस्या तिथि पड़ने के कारण इस दिन कोई भी शुभ कार्य न करें.


FAQ – सामान्य प्रश्नन

शनि देव की जयंती कब मनाई जाती हैं?

ज्येष्ठ मास की अमावस्या को

शनि देव कौन से देवता कहलाते हैं?

न्याय के देवता

शनि जयंती के दिन शनि देव किन चीजों को अर्पित करना चाहिए?

सरसों का तेल,काले तिल, काली उड़द दाल, शमी के पत्ते और नीला फूल

शनि जयंती के दिन किस पेड़ की पूजा करना चाहिए?

पीपल का पेड़

शनि जयंती के दिन किन चीजों का दान करना चाहिए?

 धातु, जूते और काले कपड़े 


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