Which flowers are not to be offered during worship | सनातन धर्म में पूजा पाठ में हर चीज का एक खास नियम होता हैं जैसे कि पुष्प अर्पित करने के कुछ ख़ास नियम है क्योंकि हर पुष्प हर सभी देवी देवता को नहीं चढ़ाए जा सकते हैं. शास्त्रों के अनुसार माना जाता हैं कि भगवान को पुष्प चढ़ाने से देवी देवता प्रसन्न होकर मनोकामना पूर्ण करते हैं लेकिन अगर कभी भी गलती से देवी देवता को गलत पुष्प अर्पित कर दे तो वे नाराज हो जाते हैं.
Which flowers are not to be offered | कौन से पुष्प किन देवी देवता को अर्पित नहीं करना चाहिए :
हिंदू धर्म में माना जाता हैं कि अगर देवी – देवताओं को उनके मनपसंद पुष्प चढ़ाये या अर्पित किए जाए तो वे प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं किंतु पूजा के समय कुछ पुष्पों का चढ़ाने से बचना चाहिए.
1) भगवान विष्णु को अर्पित न करे ये पुष्प –
जब भी भगवान विष्णु की पूजा करें तो उन्हें अगस्त्य के पुष्प को अर्पित नहीं करे इसके अलावा माधवी और लोध के पुष्प भी भगवान विष्णु की पूजा में प्रयोग न करें. भगवान विष्णु की पूजा में पीले रंग के पुष्प ज़रूर से चढ़ाएं खासकर पीला कनेर के पुष्प.
2) भगवान शिव को न चढ़ाये ये पुष्प –
भगवान शिव की पूजा करते समय इस बात का ज़रूर ध्यान रखना चाहिए कि इनकी पूजा में केतकी या फिर केवड़ा के पुष्प को नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि इन फूलों को चढ़ाने से भगवान शिव क्रोधित हो जाते हैं. भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र मंदार और धतूरे के पुष्प का इस्तेमाल ज़रूर से करना चाहिए.
3) माता पार्वती से दूर रखें ये पुष्प –
माता पार्वती यानि आदिशक्ति की पूजा में भूलकर भी आंवला या मंदार के पुष्प अर्पित नहीं करना चाहिए इससे माँ नाराज़ होकर अपने भक्तों पर से अपनी कृपा हटा लेती हैं. माँ पार्वती या फिर किसी भी देवी माँ की पूजा में लाल रंग के पुष्प खासकर लाल गुड़हल, लाल गुलाब के साथ मोगरे के पुष्प का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
4) रामजी को अर्पित न करें ये पुष्प –
धार्मिक मान्यता के अनुसार रामजी की पूजा में कभी भूलकर भी कनेर के पुष्पों का इस्तेमाल नही करना चाहिए कहा जाता हैं कि कनेर के पुष्प रामजी को चढ़ाने से वे रुष्ट हो जाते हैं अगर देखा जाए तो कनेर का पुष्प लगभग सारे देवी देवताओं की पूजा में इस्तेमाल होता हैं.
5) सूर्य देव को अर्पित न करें ये पुष्प –
मान्यता है कि सूर्य देव की पूजा के समय बेलपत्र या बिलवा का उपयोग नही करना चाहिए ऐसा करने से भगवान सूर्य नाराज़ हो सकते हैं जिनसे उनकी कृपा से भक्त वंचित हो जाते हैं. सूर्य देव को जल चढ़ाते समय जल में एक लाल पुष्प खासकर गुडहल का डालकर चढ़ाएं इससे सूर्य देव की कृपा मिलेगी.
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