Pandit Pradeep Mishra | अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्राजी सीहोर वाले कई सालों से बहुत चर्चा में है. ये शिव महापुराण पर आधारित कथाओं को कहते हैं. ये जहां भी जाते है वहां कथा सुनने वालों की लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती हैं. पंडित प्रदीप मिश्राजी अपने हर कथा के कार्यक्रमों में जीवन को सुखी बनाने के लिए छोटे छोटे उपाय को बताने के साथ यह भी कहते हैं “एक लोटा जल सारी समस्या का हल”. इनके बताए गए उपाय और शिवपुराण की कथा के कारण इतने लोकप्रिय हो गए कि इनके यूट्यूब और फेसबुक पर लाखों फॉलोअर हैं इनसे होने वाली कमाई का अधिकांश हिस्सा दान में दे देते हैं जिससे कि दीन दुखियों का भला हो सकें.
आपको यहां बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्राजी ने संकल्प लेते हुए यह निर्णय लिया है कि देश के सभी प्रसिद्ध बारह (12) ज्योतिर्लिंगों तीर्थ स्थल पर जाकर भगवान शंकर को शिव पुराण कथा (Shiva Mahapuran Katha) का श्रवण कराया जाए जिसके तहत उनके द्वारा काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग और महाकाल ज्योतिर्लिंग की नगरी उज्जैन में शिव पुराण कथा का आयोजन हो चुका है और अब तीर्थ नगरी ओम्कारेश्वर माँ नर्मदा के तट पर 09 जून 2024 से 15 जून 2024 के बीच तीसरी कथा पंडित प्रदीप मिश्राजी के सानिध्य में होने जा रही हैं.
Pandit Pradeep Mishra | जानते हैं ओम्कारेश्वर में होने वाली शिव महापुराण की कथा को विस्तार से :
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्राजी के श्रीमुख से 09 जून से 15 जून 2024 सात दिवसीय शिव महापुराण की कथा ओम्कारेश्वर में आयोजन होने जा रहा है. पहले यह कथा मोरटक्का – कोठी गांव के बीच हो रही थी लेकिन यहां जगह उपलब्ध नहीं होने पर ओम्कारेश्वर के राजाराव पुष्पेंद्र सिंह जी ने थापना में अपनी 60 एकड़ जमीन पर निःशुल्क कथा पंडाल लगाने के लिए जगह दिया है जिसकी तैयारी शुरू हो चुकी हैं. इस कथा को लेकर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन कथा स्थल पर निरीक्षण कर धार्मिक संगठनों ने भीषण गर्मी में आने वाले दूर दराज से श्रद्धालुओं को व्यापक व्यवस्था और सुरक्षा देने के उद्देश्य से बैठकी किया गया. इस बैठकी में पंडित प्रदीप मिश्राजी जी भांजे समीर शुक्ला की उपस्थिति में खंडवा खरगोन बुरहानपुर जिले के श्रद्धालुओं की कथा व्यवस्थाओं को लेकर बैठक संपन्न हुई.
09 जून 2024 से लेकर 15 जून 2024 को प्रतिदिन दोपहर 01 बजे से 04 बजे के बीच “उमा – महेश शिवमहा पुराण” कथा का आयोजन ओंकारेश्वर के ग्राम थापना, वैष्णों भोजनालय के सामने होगा इस कथा को लेकर उम्मीद जताई जा रही हैं कि इस कथा में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश प्रान्तों से काफी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. श्रद्धालु के रहने व खाने की बेहतर व्यवस्था कथा स्थल में ही किया जाएगा जिससे कि किसी भी श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना करना नहीं पड़े.
कथा | उमा – महेश शिवमहा पुराण |
कथा वाचक | श्री पंडित प्रदीप मिश्रा |
मुख्य आयोजक | श्री विट्ठलेश सेवा समिति, सीहोर |
कथा की तिथि | 09 जून 2024 से 15 जून 2024 तक |
कथा का समय | दोपहर 01 बजे से 04 बजे |
कथा का स्थान | माँ नर्मदा के तट पर, थापना, ओम्कारेश्वर, मध्यप्रदेश |
अगर आप इस प्रान्त के या इसके आसपास के रहने वाले हैं तो कथा स्थल अवश्य पहुंचे जिससे कि आपको शिव महापुराण की कथा श्रवण करने का मौका मिलने के साथ ओम्कारेश्वर तीर्थ का भी दर्शन कर सकें.
How to Reach Omkareshwar | जानते हैं की कथा स्थल, ओंकारेश्वर कैसे पहुंचे :
ओंकारेश्वर (Omkareshwar) भारत के मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित एक पवित्र शहर है. यह शहर नर्मदा नदी के तट पर स्थित है और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जिन्हें भगवान शिव के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है. आप रेल, हवाई और सड़क मार्ग से ओंकारेश्वर पहुंच सकते हैं. निकटतम रेलवे स्टेशन ओंकारेश्वर रोड रेलवे स्टेशन (OM) है. निकटतम हवाई अड्डा इंदौर (IDR) में देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाई अड्डा है, जो ओंकारेश्वर से लगभग 77 km दूर है. ओंकारेश्वर सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. मध्य प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के विभिन्न शहरों से सरकारी बसें और निजी वाहन अक्सर ओंकारेश्वर आते-जाते हैं.
Place to Stay in Omkareshwar | ओंकारेश्वर, मध्यप्रदेश में रुकने का जगह
ओंकारेश्वर, मध्यप्रदेश में रुकने के लिए बहुत सारे अच्छे होटल व धर्मशालाएं आपको मिल जाएंगे. दूसरे शहर व अन्य राज्यों से आ रहे भक्तजन पंडाल में भी रह सकते हैं अथवा शहर में कई अच्छे होटल है.
FAQ – सामान्य प्रश्न
ओंकारेश्वर, मध्यप्रदेश में कथा स्थल कहां है
थापना, ओम्कारेश्वर, मध्यप्रदेश
ओंकारेश्वर, मध्यप्रदेश में कथा की तिथि कब से कब तक है
09 जून 2024 से 15 जून 2024 तक
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.