Deepak Jalane ke Fayde | सनातन धर्म में ऐसे कई नियमों के बारे में बताया गया है जिसको अपनाने और पालन करने से घर में सुख समृद्धि और धन संपदा आती हैं और इन नियमों का पालन सूर्योदय या फिर सूर्यास्त के समय करना बहुत फलदायक माना गया है जिनमें एक हैं संध्या काल में मुख्य द्वार पर दीपक जलाना मान्यता है कि गोधूलि बेला में दीपक जलाने से कई तरह के शुभ और लाभकारी नतीजे मिलते हैं और इससे घर में धनागमन होने के साथ ही सकारात्मकता भी बनी रहती हैं
Deepak Jalane ke Fayde | आइए जानते हैं घर के मुख्य द्वार पर संध्या काल को दीपक जलाने के फायदे को :
1) घर में माँ लक्ष्मी का आगमन होता हैं :
धार्मिक मान्यता हैं कि अगर संध्या काल में रोजाना नियमित रूप से घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाए तो माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उनका घर में आगमन होता हैं. माँ लक्ष्मी घर में आने पर घर के लोगों को समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं और इससे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होने के साथ दरिद्रता, रोग और कष्टों से मुक्ति मिलती हैं.
2) घर में बढ़ती सकारात्मक ऊर्जा :
संध्या काल में घर के मुख्य द्वार पर जलाना शुभ माना जाता है मान्यता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा घर से दूर होने से घर में सकारात्मक ऊर्जा की बढ़ोतरी होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ने से घर का माहौल खुशनुमा बनती हैं.
3) राहु का दुष्प्रभाव कम होता हैं :
शास्त्रों के अनुसार जिस घर के मुख्य द्वार पर रोजाना संध्या काल में दीपक जलाया जाता है उस घर के सदस्यों की कुंडली मे मौजूद राहु का दुष्प्रभाव कम होने के साथ ही घर से नकारात्मकता दूर होती हैं और सकारात्मकता का संचार बढ़ता है क्योंकि मान्यता है कि संध्या काल को राहु का समय माना जाता है इसलिए राहु के दुष्प्रभावों से राहत प्राप्त करने के लिए संध्या काल में घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना चाहिए.
Deepak Jalane ka karan | आइए अब जानते हैं संध्या काल में दीपक जलाने के पीछे के कारणों को :-
1) ज्योतिषी कारण :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दीपक में घी या तेल मन की नकारात्मकता का प्रतीक और बाती आत्मा का प्रतीक कहलाता है कहा जाता है कि घर के मुख्य द्वार पर दीपक (Importance of lighting lamps) जलाकर मन और आत्मा से नकारात्मकता को दूर किया जाता हैं. घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना बुराई पर अच्छाई का प्रतीक हैं और दीपक हमेशा संध्या काल में जलाया जाता है क्योंकि इस समय सूर्य अस्त होता है और उसकी ऊर्जा की जगह दीपक की लौ की ऊर्जा घर में प्रवेश करती हैं जो कि सभी बुरी शक्तियों को घर से दूर रखने में मदद करती हैं.
2) वैज्ञानिक कारण :
विज्ञान के अनुसार दीपक से निकलने वाली लौ आस पास के वातावरण को शुद्ध करने और कीटाणुओं को खत्म करने में सहायक होती हैं अगर घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाया जाता है तो घर के बाहर की कई सारी हानिकारक तत्वों का नाश हो जाता है जिससे कि वह घर के अंदर प्रवेश नहीं कर पाते हैं.
3) पौराणिक कारण :
घर के मुख्य द्वार पर संध्या काल में दीपक जलाने का पौराणिक कारण यह है कि पुराने समय में जब घरों में रोशनी नही हुआ करती थी तब दीपक की रोशनी से घर में प्रकाश किया जाता था और उसी प्राचीन समय से मान्यता चली आ रही है कि संध्या काल में मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से कोई भी बुरी शक्ति घर में प्रवेश नहीं कर सकती हैं.
Deepak Jalane ka Mahatva | आइए अब जानते हैं कि घर के मुख्य द्वार के किस स्थान पर शुभ होता है दीपक जलाना :
मान्यता है कि दीपक हमेशा ऐसी दिशा में जलाने चाहिए कि दीपक घर के बाहर निकलते समय दाहिनी तरफ पड़े तो और दीपक हमेशा घर के अंदर से ही मुख्य द्वार पर रखना चाहिए. दीपक घी या सरसों के तेल से ही जलाना चाहिए माना जाता है कि इससे सकारात्मकता और समृद्धि बनी रहती हैं.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
संध्या काल को किसका समय माना जाता हैं ?
राहु का
घर के मुख्य द्वार पर संध्या काल में किस ओर दीपक जलाना चाहिए ?
दाहिनी ओर.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दीपक में तेल और बाती किसका प्रतीक होता है ?
तेल मन का और बाती आत्मा का.
घर के मुख्य द्वार पर संध्या काल में दीपक जलाने से किस देवी माँ की कृपा मिलती हैं ?
माँ लक्ष्मी.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.