Shubh Ashubh | हिंदू धर्म में ऐसी कई सारी मान्यताएं प्रचलित हैं जो कि रोजमर्रा की वस्तुओं को शुभ – अशुभ संकेतों की ओर इशारा करती है इन्हीं में एक मान्यता है काम से बाहर जाते हुए रास्ते में कोई मरे हुए जानवरो को देखना क्योंकि मरे हुए जानवरों को दिखना कोई न कोई संकेत अवश्य देता हैं वैसे इन मान्यताओं में कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है फिर भी परंपराओं और लोकविश्वास पर इनका आधार को निकालते हैं.
जानते हैं इन मरे हुए जानवरों को दिखना क्या संकेत देती हैं :
1) मरे हुए सारस को देखना :
सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक होता हैं लेकिन सफेद पक्षी विशेषकर सफेद सारस को मरे हुए देखना अशांति और संघर्ष का प्रतीक माना जाता हैं और ऐसे में इस पक्षी की मृत्यु को संकीर्णता एवं प्रामाणिकता की कमी के रूप में होता है मान्यता है कि मरे हुए सारस को देखने पर अगर परिवार में कोई गर्भवती स्त्री हैं तो उनको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि सारस को मातृत्व का प्रतीक माना जाता है.
2) मरे हुए गौरेया को देखना :
माना जाता है कि गौरेया शुभता और मासूमियत का प्रतीक होता है लेकिन अगर किसी को मरी हुई गौरेया दिखाई दे तो यह इस ओर इशारा करता है कि मरे हुए गौरेया को देखने वाला व्यक्ति मानसिक रूप से खुद को उदास और असंतुलन महसूस कर रहा है ऐसी में इस व्यक्ति को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि माना जाता है कि मरी हुई गौरेया चेतावनी का संकेत देती हैं.
3) मरी हुई कौवा को देखना :
धार्मिक मान्यतानुसार कौवा पितरों का दूत कहलाता है और रास्ते में अगर मृत कौवा दिखाई दे तो यह इशारा करता है कि कोई अप्रिय घटना पितरों की कृपा से होने से बच गया है या फिर यह संकेत देता है कि किसी अनहोनी से रक्षा भी हो चुकी हैं इसके अलावा घर में कोई शुभ समाचार भी आने का संकेत दिया करती हैं लेकिन वहीं घर के आसपास या फिर घर की छत से मरा हुआ कौवा गिर जो यह अशुभ संकेत की ओर इशारा करता है.
4) मरी हुई गिलहरी को देखना :
गिलहरी को बुद्धिमान और संपन्न जानवरों में से एक माना जाता है क्योंकि इसमें खतरे को आसानी से समझने का गुण होता है इसके साथ ही इसका स्वभाव डिफेंसिव और चुनौती को अपनाने वाला भी होता हैं और ऐसे भी रास्ते में मरी हुई गिलहरी को देखना इस ओर इशारा करता है कि बदलावों के लिए खुद को तैयार रखने के साथ अपने लक्ष्यों पर फिर से ध्यान देना आवश्यक है.
5) मरी हुई गाय और बंदर को देखना :
हिंदू धर्म में गाय को समस्त देवी – देवताओं का निवास स्थान माना जाता है लेकिन अगर रास्ते में मरी हुई गाय दिखाओ दें तो थोड़ा समय इंतजार करने के बाद भगवान से क्षमा मांगना चाहिए क्योंकि धार्मिक मान्यता है कि मरी हुई गाय ईश्वरीय नाराजगी की ओर इशारा करता है तो वही बंदर को संकटमोचक हनुमानजी से जुड़े होने का प्रतीक माना जाता है और अगर रास्ते में मरा हुआ बंदर दिखाई दे तो इस ओर इशारा करता है कि जीवन में कोई आने वाला संकट टल गया है.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) सफेद रंग किसका प्रतीक होता हैं ?
शांति और पवित्रता.
2) पितरों का दूत किसे कहा जाता हैं ?
कौवा.
3) मरी हुई गाय को देखना क्या संकेत देती हैं ?
अशुभ संकेत.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.