Bargad ke Ped Ke Upay | Religious Significance of Banyan Tree | जानेगे बरगद के पेड़ के चमत्कारी उपायों को जिससे सभी परेशानियों से मुक्ति मिलेगी और होगा धन लाभ.

Banyan Tree / Bargad ka ped

Banyan Tree / Bargad ke Ped Ke Upay | हिंदू धर्म मे बरगद के पेड़ (Banyan Tree) को पूजनीय माना गया है. मान्यता के अनुसार बरगद के पेड़ में दैव्य शक्ति के साथ साथ इसको पवित्र भी माना गया है. बरगद के पेड़ की कई मौकों पर पूजा की जाती हैं खासकर ज्येष्ठ मास की अमावस्या को वट सावित्री के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए बरगद पेड़ की पूजा करती हैं.

Religious Significance of Banyan Tree | बरगद पेड़ का धार्मिक महत्व –

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बरगद के पेड़ की पूजा करने से लंबी उम्र की प्राप्ति होती हैं और इसके साथ ही सभी तरह के कलह व संतापो से मुक्ति  मिलने के साथ ही घर में सुख समृद्धि आती हैं और अखण्ड सौभाग्य की भी प्राप्ति होती हैं. हिन्दू धर्म ग्रँथ में बताया गया है कि बरगद यनि वट वृक्ष की जड़ में ब्रह्मा, तने में भगवान विष्णु (Vishnu) और डालियों में भगवान शंकर निवास करते हैं इसके साथ पेड़ की शाखाएं जो नीचे की ओर लटकी हुई रहती हैं वो माँ सावित्री कहलाती हैं इसलिए बरगद के पेड़ की पूजा करने से त्रिदेवों का आशीर्वाद मिलता है और देवी सावित्री की कृपा बनी रहती हैं. संतान की प्राप्ति के लिए भी बरगद के पेड़ की पूजा करना लाभदायक माना गया है.

पौराणिक कथा के अनुसार ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को ही यमराज ने सावित्री देवी की निष्ठा और पति परायणता को देखकर उसके पति को वट वृक्ष के नीचे पुनः जीवित करके मृत पति को जीवनदान दिया था तभी से ये मान्यता चली आ रही हैं कि जो भी स्त्री पति की लंबी आयु के लिए बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं तो उसे भी सावित्री देवी के तरह अखण्ड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलेगा. वट यानी बरगद वृक्ष को अपनी विशेषताओं और लंबे जीवन के कारण इसको अनश्वर माना जाता हैं.

Bargad ke Ped Ke Upay | जानते हैं बरगद पेड़ के चमत्कारी उपायों को :

1) कारोबार में बढ़ोतरी के लिए –

कार्यक्षेत्र में विवाद या फिर बिजनेस में किसी ना किसी कारण से नुकसान हो रहा है तो बरगद के पेड़ (Banyan Tree) के नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए इससे कारोबार में बढ़ोतरी तो होती ही है साथ ही अटका हुआ धन भी मिलने की सम्भावना होती हैं.

2) भय से मुक्ति –

अगर घर में कोई न कोई बीमार रहता हो या फिर मानसिक तनाव में रहता हो तो बरगद के पेड़ के नीचे हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए और बीमार व्यक्ति के तकिए के नीचे बरगद के पेड़ की जड़ रख देना चाहिए इस उपाय को करने से रोग से छुटकारा मिलेगी और सभी प्रकार के भय और मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलेगी.

3) नौकरी के लिए –

बहुत प्रयास करने के बाद भी अच्छी नौकरी नहीं मिल रही हैं तो बरगद के पेड़ के पत्ते पर अपनी समस्याएं लिखकर रविवार के दिन पानी में प्रवाहित कर दें और शनिवार के दिन बरगद के पेड़ की जड़ में हल्दी केसर मिलाकर अर्पित करना चाहिए  इस उपायों को करने से नौकरी की समस्याओं से निजात मिलने के साथ धीरे धीरे हर समस्याओं खत्म हो जाया करती हैं.

4) धन लाभ के लिए –

आर्थिक परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए शुक्रवार को बरगद के पेड़ का एक पत्ता लेकर उसे गंगाजल से धोकर उस पर हल्दी से स्वस्तिक बनाकर उस पत्ता को माता लक्ष्मी के पास रखकर माँ लक्ष्मी के साथ विधि विधान से पूजा करने के बाद उस पत्ते को अलमारी या फिर तिजोरी में रख दें और इस उपाय को 21 शुक्रवार करें ऐसा करने से धन सम्बंधित समस्या दूर हो जाएगी और धन लाभ के योग बनेंगे.

5) कलह क्लेश दूर करने के लिए –

अगर घर में अक्सर कलह क्लेश हो रहे है जिनसे परेशानी बढ़ रही हैं तो बरगद के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाकर भगवान विष्णु का ध्यान करें इस उपाय को करने से घर की कलह क्लेश से मुक्ति मिलेगी.


FAQ – सामान्य प्रश्न

बरगद के पेड़ को किस प्रकार का पेड़ माना गया है ?

दैव्य शक्ति और पवित्र

हिंदू ग्रंथ के अनुसार बरगद के पेड़ में कौन कौन से देवता का वास होता है ?

बरगद के पेड़ की जड़ में ब्रह्माजी, पेड़ के तने में भगवान विष्णु और पेड़ की डालियों में भगवान शंकर का वास होता हैं

बरगद के पेड़ में माँ सावित्री किस भाग को कहा जाता हैं ?

बरगद के पेड़ की शाखाएं जो नीचे की ओर लटकी रहती हैं

भय से मुक्ति के लिए बरगद के पेड़ के नीचे किसका पाठ करना चाहिए ?

हनुमान चालीसा

कारोबार में बढ़ोतरी के लिए बरगद के पेड़ के नीचे किसका दीपक जलाना चाहिए ?

घी का दीपक 


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