Pandit Pradeep Mishra | अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी सीहोर वाले आज के समय में मशहूर कथा वाचक गायक और आध्यात्मिक गुरु हैं जिन्होंने अपनी वाणी के माध्यम से अपने भक्तों के जीवन में परिवर्तन लाए हैं और उन्हें सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा भी देते हैं. पंडित प्रदीप मिश्रा जी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह अपने प्रवचन में शिव महापुराण की कथा सबसे ज्यादा करते हैं और उनके उपाय भी बताते हैं जिसके कारण वह बहुत लोकप्रिय भी हुए हैं. देश के किसी भी प्रांत राज्य या शहर में उनकी कथा का आयोजन हो रहा हो तो उनकी कथा स्थल और पंडालों में शिव भक्तों की लाखों की संख्या भीड़ उमड़ती हैं यहां तक कथा शुरू होने से एक दिन पहले से ही भक्त कथा स्थल पर आकर अपने स्थान को सुरक्षित कर लेते हैं जिससे कि पूरे उत्साह से कथा का रसपान कर सकें लेकिन जिन भक्तों को पंडाल में जगह नही मिलती उनका उत्साह भी कम नही होता वह भी अपनी सुविधा अनुसार पंडाल के बाहर जमीन पर बैठकर या फिर सड़क पर खड़े होकर कथा का रसपान करके अपने जीवन को आनंदित और सार्थक बनाते हैं.
आपके यहां बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्रा जी के श्रीमुख से 9 जून 2024 से 15 जून 2024 सात दिवसीय शिव महापुराण की कथा तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर मां नर्मदा के तट पर चल रही शिव महापुराण उमा महेश कथा के नाम से थी लेकिन इस कथा को बदल कर पवित्र शिव महापुराण किया गया है. इस कथा में भी दूर – दूर और आसपास के राज्यों से श्रद्धालुओं का जनसैलाब की भीड़ उमड़ा है चाहे कितनी भी गर्मी हो या फिर भीड़ श्रद्धालुओं का बस यही कामना शिव पुराण की कथा को सुनकर अपने जीवन के कष्टों से मुक्ति पाना. प्रथम दिन की कथा को वाचते हुए बहुत ही सरल शब्दों में पंडित प्रदीप मिश्राजी ने कहा कि जिसने काशी के लिए सोचा, जिसने उज्जैन महाकाल के लिए विचार करा, जिसने ओंकारेश्वर के लिए विचार करा, जिसने केदारेश्वर के लिए विचार करा जिसने शंकर के मंदिरों की सफाई करवाई उसका निर्माण करवाया उसका उत्थान करवाया वह आज तीसरी बार कुर्सी पर बैठ गया जो शंकर के मंदिर को आंनदित करता है यह दुनिया मे कभी नीचे नहीं आ सकता वो सिहांसन पर चढ़ता चले जाता हैं और आगे बढ़ता चलेगा.
Pandit Pradeep Mishra : जानते हैं छत्तीसगढ़ गंडई में होने वाली शिव महापुराण की कथा को विस्तार से :
खैरागढ़- छुईखदान – गंडई जिले छत्तीसगढ़ में 18 जून से 24 जून 2024 रोजाना दोपहर 02 बजे से 05 बजे के गोंडवाना मैदान में पंडित प्रदीप मिश्रा जी के श्रीमुख से शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जाएगा जिसकी तैयारी बहुत जोर शोर से किया जा रहा है इसके लिए गंडई स्थित गोंडवाना मैदान कथा स्थल का कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा जी ने जायज लिया समिति के सदस्य ने बताया की व्यवस्था पहले से ही तैयार कर ली गई है इसके अलावा कथा स्थल पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भी खास ख्याल रखा जा रहा है उनके व्यवस्थित बैठने के अलावा अन्य सुविधाओं का भी ख्याल रखा जा रहा है समिति ने जानकारी दी कि वाहन पार्किंग के लिए कथा स्थल और गंडई नगर से दूर स्थल का चयन कर लिया गया है भोजन बनाने के लिए कथा स्थल के सामने परिसर में तैयारियां कर ली गई इसके अलावा चिकित्सा, ट्रैफिक, बिजली और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था कर ली गई है.
कथा | श्री शिव महापुराण कथा |
कथा वाचक | श्री पंडित प्रदीप मिश्रा |
मुख्य आयोजक | – |
कथा की तिथि | 18 जून से 24 जून 2024 |
कथा का समय | दोपहर 02 बजे से 05 बजे |
कथा का स्थान | गोंडवाना मैदान, गंडई, खैरागढ़- छुईखदान, छत्तीसगढ़ |
How to Reach Gandai, Chhattisgarh | जानते हैं कि कथा स्थल कैसे पहुंचे
आपको बता दें कि गंडई तक आने के लिए आपको दुर्ग, भिलाई, रायपुर, बिलासपुर या फिर बेमेतरा आना पड़ेगा यहां आने पर आपको कथा स्थल आने के लिए बसें या फिर आपको निजी वाहन आसानी से मिल जायेंगे लेकिन अगर आप इन स्थानों के निवासी हैं तो आप खुद के वाहन के द्वारा भी आ सकते हैं.गंडाई रायपुर से 90 km की दूरी ,दुर्ग से 75 km ,भिलाई से 65 km, बेमेतरा से 60 km और बिलासपुर से 155 km की दूरी पर है.
अगर आप इन स्थानों के निवासी हैं तो अवश्य कथा स्थल पहुंचे जिससे कि आप भी शिव महापुराण की कथा का रसपान करके अपने जीवन को सार्थक कर सकें.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) गंडई शिव महापुराण कब से कब तक है ?
18 जून से 24 जून 2024.
2) गंडई शिवमहापुराण किसके श्रीमुख से किया जाएगा ?
पंडित प्रदीप मिश्रा जी.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.