Devkinandan Thakur | देवकीनंदन ठाकुर जी हिंदू पुराण कथा वाचक और आध्यात्मिक गुरु माने जाते हैं जो कि कई सालों से श्रीमद् भागवत गीता, श्री राम कथा, देवी भागवत और शिव पुराण कथा का प्रवचन देते आ रहे हैं. देवकीनंदन ठाकुर जी की कथा सुनने के लिए लाखों भक्तों और श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है उनके भजन और प्रवचन सुनकर आत्मा अंदर से भाव विभोर हो जाया करती है.
आपको बता दें कि पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी केवल श्रीमद्भागवत कथा का ही प्रवचन नहीं देते बल्कि वह देवी भागवत की भी कथा को भी कहते हैं और इस चैत्र नवरात्रि के विशेष अवसर पर उन्होंने मां दुर्गा के नौ रूपों की सुंदर कथा ” कथा मां भगवती की ” ठाकुर श्री प्रियाकांत जू मंदिर वृंदावन में 09 अप्रैल से 17 अप्रैल 2024 के बीच को कहा था और देवकीनंदन जी ने इस कथा के माध्यम से मां दुर्गा के नौ रूपों की महिमा को बहुत ही सहज और सरल शब्दों में बतलाया इस कथा को सुनने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु और भक्त उनके धाम आए थे.
पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी की सबसे खास बात यह है कि वे सनातन धर्म के प्रति सभी को प्रोत्साहन करते हैं. अपनी कथा के माध्यम से ठाकुर जी भक्तों के दिलों में ईश्वर के प्रति विश्वास और भरोसे को भी जागृत करते हैं.
Devkinandan Thakur | तो चलिए जानते हैं कि देवकीनंदन ठाकुर जी की आगामी कथा कहा होने वाली है :
झारखंड में स्थित धनबाद जिसको भारत की “कोयला राजधानी” के नाम से भी जाना जाता है. इसी धनबाद के तिल तोड़िया, निरसा में पूज्य देवकीनंदन ठाकुरजी के पावन सानिध्य में श्रीमद् भागवत कथा का दिव्य आयोजन 22 अप्रैल दिन सोमवार से 28 अप्रैल 2024 दिन रविवार शाम के 05 बजे से रात्रि के 08 बजे के बीच होगा. इस कथा में भी बाकी कथाओं की तरह उम्मीद की जा रही है कि लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की आने के आसार हैं जिसके लिए सारी व्यवस्था की तैयारी अभी से शुरू हो चुकी है.
कथा | श्रीमद् भागवत कथा |
कथा वाचक | देवकीनंदन ठाकुर जी |
कथा की तिथि | 22 अप्रैल से 28 अप्रैल 2024 |
कथा का स्थान | तिल तोड़िया, निरसा, धनबाद झारखंड |
कथा का समय | शाम के 05 बजे से रात्रि के 08 बजे |
इस कथा को लेकर स्वयं देवकीनंदन ठाकुर जी कहते हैं की हर सनातनी को अपने बच्चों के साथ श्रीमद् भागवत कथा का रसपान जरूर करना चाहिए. इस कथा के रसपान से हमारे जन्म जन्मांतर के अनंत जन्मों के पापों का नाश हो जाता हैं. हमें ऐसा सौभाग्य मिलता है परंतु हम उसका लाभ नहीं ले पाते हैं, कारण है हमारा एकाग्र चित्त होकर कथा को ना सुना. लेकिन सभी सनातनी से एक निवेदन है – हम लोगों में जो एक परेशानी है कि हम एक दिन छोड़कर दो दिन कथा सुनते हैं, तीन दिन सुनते हैं, यह नहीं होनी चाहिए. भागवत तभी फल देती हैं जब हम सातों दिन कथा को सुनें और सातों दिन अपने बच्चों के साथ रहकर कथा सुनें इसलिए पहले दिन से लेकर आखिरी दिन तक सातों दिनों की कथा अपने बच्चों के साथ श्रवण करें जिससे बच्चे भी जान सके सनातन का महत्व क्या है, धर्म युक्त जीवन जीने का महत्व क्या है.
Devkinandan Thakur | कथा स्थल – तिल तोड़िया, निरसा धनबाद झारखंड कैसे पहुंचे :
निरसा झारखंड के धनबाद जिले का एक शहर है. निरसा जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर है. निरसा राष्ट्रीय राजमार्ग 19 (पुराना नंबर NH 2) पर है. थापर नगर निरसा, झारखंड से निकटतम रेलवे स्टेशन 2.5 किलोमीटर दूर है. थापर नगर रेलवे स्टेशन का स्टेशन कोड (TNW) है. निरसा, धनबाद में ऑटो रिक्शा, साइकिल रिक्शा आसानी से मिल जाएगी जिससे आप कथा स्थल तक आसानी से पहुंच सकेंगे.
Place to Stay in Dhanbad| धनबाद, झारखंड में रुकने का जगह :
धनबाद, झारखंड में रुकने के लिए बहुत सारे अच्छे होटल व धर्मशालाएं आपको मिल जाएंगे. दूसरे शहर व अन्य राज्यों से आ रहे भक्तजन पंडाल में भी रह सकते हैं अथवा शहर में कई अच्छे होटल है.
अगर आप इस क्षेत्र के आसपास रहते हैं तो कथा स्थल अवश्य पहुंचे और श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करके अपने जीवन को कृतार्थ और सार्थक बनाएं.
FAQ – सामान्य प्रश्न
देवकीनंदन ठाकुर जी की अगली कथा अप्रैल 2024 में कहाँ है ?
तिल तोड़िया, निरसा धनबाद झारखंड
देवकीनंदन ठाकुर जी की कथा धनबाद, झारखंड में कब से है?
22 अप्रैल से 28 अप्रैल 2024
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.