Vastu Dosh ke Upay | वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का वास्तु सही होने पर वहां हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहता है लेकिन अगर घर में वास्तु दोष उत्पन्न हो जाएं तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ने के साथ ही घर में रहने वाले सदस्यों के जीवन में संघर्ष, रोग और मानसिक अशांति में वृद्धि होने लगती हैं. वास्तु शास्त्र में इन दोषों से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की पूजा – आराधना को बहुत ही लाभकारी माना गया है क्योंकि शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव न केवल संहार के देवता कहलाते हैं बल्कि पुनर्निर्माण और ऊर्जा के संयोजन के स्वामी भी कहलाते हैं इसी कारण है कि भगवान शिव से जुड़ें कुछ उपायों को अपनाकर घर में मौजूद वास्तु दोषों को दूर करके घर में सुख – समृद्धि को बढ़ा सकते हैं.
जानते हैं किस तरह भगवान शिव के माध्यम से घर के वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है :
1) महामृत्युंजय मंत्रों का जाप करना :
वास्तु दोष को दूर करने के लिए महामृत्युंजय मंत्र के जाप को बहुत ही प्रभावशाली माना गया है क्योंकि जब महामृत्युंजय मंत्रों का जाप किया जाता है तो समस्त कष्टों और दुखों का नाश होता हैं. मान्यता है कि “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे” से शुरू होने वाला यह मंत्र भगवान शिव की कृपा को आकर्षित करने के साथ सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने और नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने का कार्य करता है इसलिए रोजाना इस मन्त्र का जाप सुबह और शाम को करना उत्तम माना गया है क्योंकि इस समय इसका जाप करने से मानसिक शांति और आत्मिक स्थिरता मिलती हैं.
2) घर में शिवलिंग की स्थापना करना :
घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए घर में शिवलिंग को स्थापित करना प्रमुख उपाय है. वास्तु के अनुसार शिवलिंग को घर के उत्तर – पूर्व दिशा में स्थापित करना शुभ होता है क्योंकि यह दिशा भगवान शिव की दिशा मानी जाती हैं और यहां शिवलिंग को स्थापित करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है लेकिन ध्यान रखें कि शिवलिंग पर प्रतिदिन जल अर्पित करके पूजन करना आवश्यक है जिससे कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहें.
3) रुद्राभिषेक करना :
हिंदू धर्म में रुद्राभिषेक एक विशेष पूजा विधि होती है जिसमें शिवलिंग पर जल, दूध, शहद, घी और गंगाजल को चढ़ाया जाता हैं. मान्यता है कि इस पूजा विधि से घर के तनाव और वास्तु दोषों से मुक्ति मिलने के साथ यह घर में सुख – समृद्धि भी लाती हैं. सोमवार के दिन रुद्राभिषेक को करना बहुत ही विशेष फलदायक माना जाता हैं क्योंकि सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता हैं.
4) बेलपत्र को चढ़ाएं :
भगवान शिव को बेलपत्र अतिप्रिय है. कहा जाता है कि शिवलिंग पर रोजाना बेलपत्र को चढ़ाने से घर में मौजूद वास्तु दोषों से मुक्ति मिलती हैं विशेषकर सोमवार के दिन बेलपत्र पर “ॐ नमः शिवाय” लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए जिससे कि अधिक लाभ की प्राप्ति हो सकें.
5) शिवपुराण का पाठ करना :
शिवपुराण में शिव तत्व का छिपा हुआ ज्ञान का उल्लेख मिलता हैं. मान्यता है कि घर में नियमित रूप से शिवपुराण का पाठ होने से यह घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के साथ ही यह घर के वास्तु दोषों को दूर करने में भी समाप्त करता है इसलिए हो सकें तो सोमवार या फिर प्रदोष व्रत के दिन इसका पाठ अवश्य करें माना जाता है इस दिन पाठ करना विशेष फलदायक होता है.
6) शिव चालीसा का पाठ करना :
शिव चालीसा का पाठ घर में सुख – शांति और समृद्धि लाने का कार्य करता है इसके अलावा यह पाठ भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का ही माध्यम नहीं होता बल्कि घर के वास्तु दोष को भी दूर करता है इसलिए नियमित रूप से सुबह और शाम को शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए जिससे कि अत्यधिक लाभ की प्राप्ति हो सकें.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) घर में शिवलिंग को किस दिशा में स्थापित करना चाहिए ?
उत्तर – पूर्व दिशा.
2) वास्तु दोष से मुक्ति पाने के लिए किस मंत्र को अधिक प्रभावशाली बताया गया है ?
महामृत्युंजय मंत्र.
3) बेलपत्र पर क्या लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए ?
ॐ नमः शिवाय.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.