Vastu Tips for main Door | वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुख्य दरवाजे को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि घर का दरवाजा ही परिवार की सुख- शांति और समृद्धि के द्वार को खोलता है इसलिए वास्तु के कुछ नियमों को ध्यान में रखकर घर में दरवाजे लगाने चाहिए. माना जाता है कि घर में लगे दरवाजे से ही सकारात्मक ऊर्जा और नकारात्मक ऊर्जा घर के भीतर आती है और इन ऊर्जाओं का असर घर में रहने वाले सदस्यों के जीवन पर भी बढ़ता है और अगर मुख्य दरवाजे का निर्माण करते समय वास्तु के नियमों का पालन नहीं किया जाए तो इसका बहुत बुरा प्रभाव भी पड़ता है इसलिए घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास बना रहे तो वास्तु से जुड़े नियमों का पालन भी जरूर करना चाहिए.
Vastu Tips for Main Door | जानते हैं घर के मुख्य दरवाजे से जुड़े वास्तु नियम को :
1) खिड़कियों वाला दरवाजा : –
कई दरवाजे ऐसे होते हैं जिनमें खिड़कियों के समान दिखने वाले दो छोटे दरवाजे होते है लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में ऐसे दरवाजे लगने पर नकारात्मक असर पड़ता है जिससे कि वास्तुदोष हो सकता है इसलिए खिड़कियों वाले मुख्य दरवाजे लगाने से बचना चाहिए.
2) घर के मुख्य दरवाजे का छोटा होना : –
घर का मुख्य दरवाजा छोटा होने से यह वास्तुदोष का कारण बन सकता है माना जाता है इससे घर में आर्थिक परेशानियां उत्पन्न होती है इसलिए कोशिश करें कि घर का मुख्य दरवाजा घर के बाकी दरवाजे से बड़ा होना चाहिए.
3) बाहर की ओर खुलने वाला दरवाजा : –
घर का मुख्य दरवाजा बाहर की ओर खुलने वाला नहीं होना चाहिए जबकि मुख्य दरवाजा अंदर की ओर खुलना चाहिए क्योंकि बाहर की ओर खुलने वाला दरवाजा कई तरह के वास्तु दोष का कारण बन जाता है इससे घर की सकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है और जिसके कारण से घर के सदस्यों की तरक्की नहीं हो पाती है इसलिए घर में सुख समृद्धि और शांति बनाए रखने के लिए घर के दरवाजे ऐसा लगे जो अंदर की तरफ खुलता हो.
4) टूटा हुआ या फिर आवाज वाला दरवाज़ा : –
घर का मुख्य दरवाजा को कभी भी खोलते समय या बंद करते समय आवाज नहीं होनी चाहिए बार-बार होने वाली आवाज से नकारात्मकता बढ़ने के साथ ही यह वास्तु दोष लेकर आते हैं इसलिए घर के दरवाजे में आवाज नहीं आनी चाहिए या फिर दरवाजा टूटा हुआ भी नहीं होना चाहिए.
5) घर का मुख्य दरवाजा दो पल्ले वाला : –
घर का मुख्य दरवाजा कभी भी एक पल्ले वाला नहीं होना चाहिए. माना जाता है कि दो पल्ले वाले दरवाजे शुभ माने जाते हैं और वास्तु के अनुसार दो पल्ले वाले दरवाजे घर के सदस्यों के बीच अच्छे सम्बंध बनाए रखता है जिससे कि घर से तनाव दूर होता है.
6) दरवाजे और जमीन के बीच जगह का होना : –
घर के मुख्य दरवाजे और जमीन के निचले हिस्से में थोड़ा सा जगह होना चाहिए माना जाता है कि दरवाजा खोलते समय रगड़ लगने से वास्तु दोष उत्पन्न हो जाते हैं और इससे धन कमाने में बहुत संघर्ष करना पड़ता है.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) घर का मुख्य दरवाजा कितने पल्ले का होना चाहिए ?
दो पल्ले वाले.
2) घर का मुख्य दरवाज़ा छोटा होना से क्या उत्पन्न होता हैं ?
वास्तु दोष.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.