Diwali | दीवाली का पावन पर्व सुख – समृद्धि का पर्व होता है और इस दिन माँ लक्ष्मी – गणेश और धन के देवता कुबेर की पूजन करने का विधान है. इस पर्व पर हर कोई अपने घर और मंदिर को फूलों, दीयों और लाइट्स आदि से सजाकर धन की देवी माँ लक्ष्मी के स्वागत की तैयारियां किया करती हैं. धार्मिक मान्यता है कि यह सब सजावट केवल पर्व – त्यौहार के लिए ही नही किया जाता बल्कि घर की नकारात्मकता को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा लाने के साथ घर में धन और सुख – समृद्धि के लिए भी शुभ होता है लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार इस सभी के अलावा कुछ मूर्तियों को वास्तु के नियमों के साथ घर में रखा जाए तो सुख – समृद्धि बनी रहने के साथ ही घर में कभी भी धन – धान्य की कमी नहीं होती हैं.
Diwali Vastu | दीवाली पर किन मूर्तियों को घर लाकर वास्तु के अनुसार सजाने चाहिए :
1) हाथी की मूर्ति :
वास्तु शास्त्र में हाथी को धन और वैभव का प्रतीक माना गया है तो वही ज्योतिष और धार्मिक मान्यतानुसार हाथी की मूर्ति को रखना बहुत ही शुभ माना जाता हैं क्योंकि प्रथम पूजनीय गणेशजी को जीवनदान देने के लिए उनके सिर पर हाथी का ही सिर लगाया गया था यही कारण है कि हाथी को गणेशजी के रूप में भी पूजन किया जाता हैं. घर में ठोस चांदी या पीतल की हाथी की मूर्ति को रखना शुभ होता हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होती हैं जिससे कि दरिद्रता जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है और घर में सुख – समृद्धि सदैव बनी रहती हैं लेकिन वास्तु के अनुसार बेडरुम में चांदी के हाथी की मूर्ति को रखने से राहु से जुड़ी सभी दोषों से छुटकारा मिलता हैं.
2) कामधेनु गाय की मूर्ति :
हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय माना जाता है. वास्तु के अनुसार घर में पीतल की कामधेनु गाय की मूर्ति को रखना बहुत शुभ माना जाता है मान्यता है कि इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होने के साथ ही घर में सुख – समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार कामधेनु गाय सभी मनोकामनाएं को पूर्ण करने वाली होती हैं इसके अलावा इससे संतान सुख प्राप्ति की कामना पूरी होती हैं.वास्तु के अनुसार कामधेनु गाय की मूर्ति को घर में रखने से पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ती है.
3) कछुआ की मूर्ति :
धार्मिक मान्यता है कि भगवान विष्णु ने कछुआ के रूप में अपना दूसरा अवतार लिया यही कारण है कि कछुए का विशेष महत्व होता हैं क्योंकि माना जाता है कि कछुआ भगवान विष्णु का रूप माना जाता है और जहां कछुआ रहता है वहीं माता लक्ष्मी का वास होता है. वास्तु के अनुसार घर के ड्राइंग रूम की उत्तर या फिर पूर्व दिशा में रखना बहुत शुभ होता है माना जाता है कि इससे धन में वृद्धि होने के साथ ही सफलता की राह में आने वाली रुकावट दूर होती हैं. कछुआ पानी में रहने वाला जीव है इसलिए ध्यान रखें कि इसको घर में बिना पानी के नहीं रखना चाहिए.
4) मछली की मूर्ति :
वास्तु के अनुसार मछली को धन और ऊर्जा का प्रतीक होता हैं.घर में पीतल या फिर चांदी की मछली को रखने से सुख – शांति बने रहने के साथ ही धन में वृद्धि होती हैं और धातु की मछली को घर में उत्तर – पूर्व या फिर पूर्व दिशा में रखना चाहिए.
5) ऊंट की मूर्ति :
वास्तु के अनुसार घर में ऊंट की मूर्ति को रखना शुभ होता हैं मान्यता है कि ऊंट की मूर्ति को घर में रखने से सुख – सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होने के साथ ही करियर और कारोबार में सफलता मिलती हैं. ऊंट की मूर्ति को वास्तु के अनुसार घर के ड्राइंग रूम या लिविंग रूम में उत्तर पश्चिम दिशा में रखना चाहिए जिससे कि नौकरी और कारोबार से जुड़ी समस्याओं का निवारण होता है.
6) क्रिस्टल या धातु का पिरामिड :
वास्तु के अनुसार घर में क्रिस्टल या धातु का पिरामिड रखना चाहिए क्योंकि इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होने के साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. धार्मिक मान्यता है कि क्रिस्टल या धातु का पिरामिड घर में रखने से धन की देवी माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती हैं.
7) उल्लू की मूर्ति :
उल्लू को माता लक्ष्मी का वाहन माना जाता हैं इसीलिए घर में उल्लू की मूर्ति को रखना बहुत शुभ होता है ऐसी धार्मिक मान्यता है कि जिस घर में उल्लू की मूर्ति होती हैं उस घर में धन दौलत और वैभव की कभी भी कमी नहीं होती हैं.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) ऊंट की मूर्ति को घर की किस दिशा में रखनी चाहिए ?
ड्राइंग रूम या लिविंग रूम की उत्तर पश्चिम दिशा में.
2) कछुआ की मूर्ति को घर की किस दिशा में रखना चाहिए ?
ड्राइंग रूम की उत्तर या पूर्व दिशा.
3) मछली की धातु की मूर्ति को घर की किस दिशा में रखना चाहिए ?
उत्तर – पूर्व या पूर्व दिशा में.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.