Diwali | दीवाली के दिन माँ लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश और देवी सरस्वती की पूजा क्यों किया जाता हैं.

Goddess Lakshmi on Diwali

Diwali | कार्तिक मास की अमावस्या को दीवाली मनाया जाता है और दीवाली पर धन की देवी माँ लक्ष्मी की पूजा के साथ ही भगवान गणेश और देवी सरस्वती को भी पूजने का विधान है. माँ लक्ष्मी की कृपा और आशीर्वाद से धन, यश, मान सम्मान की प्राप्ति होती हैं और इस दिन खासकर लक्ष्मी पूजा का महत्व होता हैं. माँ लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश और देवी सरस्वती की पूजा करने के पीछे धार्मिक कारण होते हैं.

Diwali | दीवाली के दिन माँ लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश और देवी सरस्वती की पूजा क्यों किया जाता हैं :

आइए जानते हैं दीवाली पर माँ लक्ष्मी (Why are Lord Ganesha and maa Saraswati worshiped along with maa Lakshmi on Diwali) के साथ भगवान गणेश और देवी सरस्वती की पूजा करने के पीछे धार्मिक कारण को :

माँ लक्ष्मी धन की देवी हैं तो प्रथम पूजनीय श्री गणेश रिद्धि सिद्धि और बुद्धि के देवता कहलाते हैं और देवी सरस्वती ज्ञान और विद्या की देवी होती हैं. माँ लक्ष्मी की कृपा यानि कि धन को तब ही प्राप्त कर सकते हैं जब श्रीगणेश (Lord Ganesha) और देवी सरस्वती की भी कृपा प्राप्त हो और धन कमाने के लिए बुद्धि का होना भी आवश्यक होती हैं माना जाता है कि प्रखर बुद्धि वाले व्यक्ति अधिक धन प्राप्त कर लेते हैं और अच्छी विद्या के लिए माता सरस्वती की आराधना की जाती हैं क्योंकि इनके आशीर्वाद और कृपा से ज्ञान की प्राप्ति होती हैं और इसी ज्ञान से ही हर तरह की सुख समृद्धि और मान सम्मान मिलता है और भगवान श्रीगणेश रिद्धि व सिद्धि और बुद्धि के देवता कहे जाते हैं जिनकी कृपा से ही घर में बरकत यानि कि समृद्धि हमेशा बनी रहती हैं. जीवन में कभी भी धन की कमी न रहें और सारे प्रकार की सुख की प्राप्ति होती रहें और माँ लक्ष्मी हमेशा वहीं निवास करती हैं जहां पर बुद्धि का वास होता हैं और बुद्धि के देवता गणेश जी को माना गया है इसलिए भगवान श्रीगणेश की पूजा करनी चाहिए.

दीवाली के दिन इन तीनों के पूजा घर में करने पर ज्ञान, बुद्धि और धन की प्राप्ति होती हैं इसी कारण से दीवाली में माँ लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश और देवी सरस्वती की पूजा का बहुत महत्व होता हैं लेकिन दीवाली पर पूजा करते समय एक विशेष ध्यान रखना चाहिए कि देवी सरस्वती को माँ लक्ष्मी के दाई ओर और गणेशजी को बाई ओर स्थापित करना चाहिए क्योकि मनुष्य का दाईं ओर का मस्तिष्क ज्ञान के लिए होता हैं वहीं बाई ओर का मस्तिष्क रचनात्मक कार्यों के लिए होता हैं और गणेशजी बुद्धि के देवता कहलाते हैं और बुद्धि रचनात्मक भी होनी चाहिए. दीवाली पर माँ लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश और देवी सरस्वती की पूजा अवश्य से करना चाहिए इससे बहुत लाभ होगा लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि माँ लक्ष्मी की पूजा से पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा करें तभी ही पूजा का पूरा फल मिलेगा और घर की आर्थिक समस्याएं भी दूर रहेगी.

तो दीवाली पर माँ लक्ष्मी से हम सब प्रार्थना करें कि माँ लक्ष्मी आप हमारे घर में विराजें साथ में विद्या और बुद्धि भी लेकर आएं.


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FAQ – सामान्य प्रश्न

दीवाली पर माँ लक्ष्मी के साथ और किन भगवान की पूजा की जाती हैं ?

भगवान गणेश और देवी सरस्वती.

रिद्धि सिद्धि और बुद्धि के देवता कौन कहलाते हैं ?

भगवान गणेश.

देवी सरस्वती क्या कहलाती हैं ?

ज्ञान की देवी.

दीवाली की पूजन में माता लक्ष्मी के दाई ओर किसको स्थापित करना चाहिए?

देवी सरस्वती.

माता लक्ष्मी के बाईं ओर किस भगवान को स्थापित करना चाहिए ?

भगवान श्री गणेश


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