The Temples of Devi Mata| देश के सभी प्रसिद्ध देवी मंदिर ऊंचे ऊंचे स्थान और पहाड़ों पर स्थित है और देश में देवियों के जितने भी प्रमुख स्थान है वह सभी के सभी पहाड़ों पर स्थित है जम्मू में माता वैष्णो देवी का मंदिर ऊंचे पहाड़ों में गुवाहाटी में मां कामाख्या मंदिर (Maa Kamakhya Temple) भी ऊंचे स्थान पर और हरिद्वार में मनसा माता का मंदिर भी ऊंचे पहाड़ों में तो वहीं बनासकांठा में कालिका माता का मंदिर के साथ साथ और भी देवी माता का मंदिर पहाड़ों पर ऊंचाइयों में विराजमान है ऊंचे – ऊंचे स्थान पर विराजित होने के कारण ही देवी माता को पहाड़ों वाली माता भी कहा जाता है. देवी माता का मंदिर पहाड़ों पर होने का आखिर क्या रहस्य है और पहाड़ों पर ऐसा क्या है जो अन्य स्थान पर नही है.
The Temples of Devi Mata | देवी माता का मंदिर ऊंचे पहाड़ों पर होने का पौराणिक कारण को :
पौराणिक मान्यता है की मां भगवती दुर्गा ने ऊंचे पहाड़ों पर ही महिषासुर जैसे राक्षसों से युद्ध किया तो वहीं ऊंचे कैलाश पर्वत पर भगवान शिव की पत्नी मां पार्वती को निवास करने वाली कहा जाता है. ऊंचे पहाड़ ध्यान और साधना का प्रतीक माना जाता है यही कारण है कि प्राचीन काल से ही इन स्थानों पर ऋषि मुनि सालों तक तपस्या करके सिद्धि प्राप्त करते थे क्योंकि साधु संतों को इस बात का अंदेशा था कि मनुष्य नीचे की समतल जमीन को अपने इस्तेमाल को ले जाएंगे और कहीं पर भी एकांत नहीं बचेगा क्योंकि जप, साधना और ध्यान करने के लिए एकांत का होना बहुत ही आवश्यकता है इसके साथ ही ऊंचे पहाड़ों पर वातावरण पवित्र होने के कारण वहां सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र होता है जिससे भक्तों को ऊर्जा और शांति मिलती हैं इसीलिए पहाड़ों पर देवियों का स्थान बनाने के लिए उचित समझा गया.
The Temples of Devi Mata| देवी माता का मंदिर ऊंचे पहाड़ों होने का धार्मिक कारण को :
पुराणों और ग्रन्थों में सृष्टि की प्राथमिक रचनाओं के बारे में वर्णन किया गया है. माना जाता है कि यह धरती पंचतत्व से बनी हुई है और पंच तत्व में ही खत्म हो जाएगी इन पंचतत्व में जल, वायु अग्नि, भूमि और आकाश हैं. पुराणों और वेद ग्रन्थों के अनुसार इन पंचतत्व के अलग अलग पांच देवता हैं जिनमें गणेशजी जल के देवता भगवान विष्णु वायु के देवता भगवान शिव भूमि के देवता हैं तो वहीं अग्नि के देवता अग्निदेव और भगवान सूर्यदेव आकाश के देवता माने गए हैं. मां भगवती दुर्गा जिनको शक्ति का रूप भी कहा जाता हैं मान्यता है कि माता दुर्गा इन सभी देवताओं से सर्वोपरि होती है और पहाड़ों को धरती का सिहांसन और मुकुट कहा जाता हैं और दुर्गा माता का स्थान सबसे ऊंचा होने के कारण से इनका अधिकांश मंदिर पहाड़ों पर है इसके अलावा ऊंचे पहाड़ों पर देवी माता का मंदिर होने के पीछे धार्मिक मान्यता यह भी है कि मां भगवती राक्षसों के नाश के लिए अवतरित हुई थी और माना जाता है की राक्षस नीचे इलाकों से आते थे और इन राक्षसों को देवी माँ ऊंचे पहाड़ों से देखकर उनका वध कर दिया करती हैं.
उम्मीद है कि आपको रहस्यमयी जानकारी से जुड़ा यह लेख पसंद आया होगा तो इसे अधिक से अधिक अपने परिजनों और दोस्तों के बीच शेयर करें और ऐसे ही रहस्यों से भरे जानकारी को पढ़ने के लिए जुड़े रहे madhuramhindi.com के साथ.
FAQ – सामान्य प्रश्न
1) धरती कितने तत्वों से बनी हुई हैं ?
पंचतत्व.
2) पंचतत्व में क्या – क्या शामिल हैं ?
जल, वायु, भूमि, अग्नि और आकाश.
3) भूमि के देवता कौन है ?
भगवान शिव.
4) गणेशजी किनके देवता कहलाते हैं ?
जल के.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.