Vastu Tips for the Kitchen | घर में सुख समृद्धि और खुशहाली लाने के लिए रसोई घर (किचन) में अपनाये वास्तु शास्त्र की कुछ वास्तु टिप्स को.

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Vastu Tips for the Kitchen | वास्तु शास्त्र से इस बात का पता चलता है कि वस्तु को किस दिशा में रखना शुभ होता है और कहां रखना अशुभ होता हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पृथ्वी आकाश वायु अग्नि और जल के तत्व का उचित संतुलन होना चाहिए. घर के सभी हिस्सों में वास्तु का महत्व होता हैं लेकिन वास्तु का महत्व सबसे ज्यादा होता हैं किचन यानी कि रसोई घर में क्योंकि शास्त्रों के अनुसार माता अन्नपूर्णा की कृपा से ही व्यक्ति को अन्न की प्राप्ति होती हैं और अन्नपूर्णा माता का संबंध रसोई घर से होता हैं. वास्तु के अनुसार यदि रसोईघर सही जगह पर ना हो और उसमें कोई दोष हो तो उसका प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ता है.

वास्तु के अनुसार यदि रसोईघर सही जगह पर ना हो और उसमें कोई दोष हो तो उसका प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ता है. गलत दिशा में बनी रसोईघर, घर के सदस्यों के बीच लड़ाई झगड़े का कारण बन जाता है और साथ ही परिवार की सुख शांति कम अथवा खत्म कर देता है. इसके अलावा रसोई घर में गैस स्टोव का सही दिशा में होना भी जरूरी है कि हम किस दिशा की ओर देख कर खाना बना रहे हैं. इसलिए वास्तु शास्त्र में रसोई घर से जुड़े कुछ उपायों को बताया गया है किंतु कभी कभी जानकारी नहीं होने पर कई प्रकार की वास्तु दोष उत्पन्न हो जाती हैं. आइए जानते हैं उन उपायों को जिन से दूर होंगी रसोई घर की सभी प्रकार के वास्तु दोष.

Vastu Tips for the Kitchen | घर में सुख-समृद्धि लाने के लिए वास्तु टिप्स :

1) रसोई निर्माण की दिशा (direction of kitchen construction) –

रसोई घर का निर्माण वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण पूर्व दिशा यानी कि आग्नेय कोण में होना चाहिए. रसोई घर के लिए यह दिशा महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि इस दिशा का स्वामी शुक्र ग्रह है लेकिन रसोई घर दक्षिण पश्चिम दिशा में बनाना नहीं चाहिए क्योंकि इससे घर में अनावश्यक खर्च होते हैं.

2) शीशा (दर्पण/Mirror ) –

रसोई घर में शीशा रखने से समस्याएं पैदा हो सकती हैं. किचन में शीशा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है वास्तु शास्त्र के अनुसार  रसोई में शीशा लगे रहने से आग का प्रतिबिंब शीशा में बनेगा जिससे ज़रूरत से ज्यादा ऊर्जा उत्पन्न होगी जिससे स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है इसलिए रसोई घर से शीशे (Mirror) को निकाल दें.

3) झाड़ू (Broom) –

झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता हैं लेकिन झाडू को भूलकर भी रसोई घर में कभी भी रखना नहीं चाहिए क्योंकि रसोई में झाड़ू रखना अशुभ माना जाता हैं और इससे वास्तु दोष उत्पन्न होने के अलावा माँ अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं इससे अन्न का अभाव का खतरा बढ़ सकता है इसके साथ घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ता हैं.

4) खिड़की की दिशा (window direction)-

अगर रसोई घर में खिड़की बनानी है तो खिड़की के मुख को पूर्व या फिर उत्तर दिशा की ओर रखन चाहिए लेकिन अगर किसी कारण वश इस दिशा में खिड़की नहीं बना पाए तो वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा में बल्ब लगा देना चाहिए क्योंकि रसोई घर में हमेशा पूरी रोशनी होनी चाहिए.

5) सिंक की दिशा (Sink direction) –

वास्तु शास्त्र के अनुसार सिंक यानी कि बर्तन धोने का स्थान उत्तर पूर्व दिशा में बनाना चाहिए जिससे की जब बर्तन धोया जाय तो धोने वाले का मुंह उत्तर दिशा की तरह हो और साथ ही सिंक ऐसी जगह होनी चाहिए जहां से कोई भी लिविंग रूम नजर न आए.

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6) टूटे बर्तन (Broken Dishes) –

वास्तु शास्त्र के अनुसार बर्तन टूट जाने पर उसे किचन से बाहर निकल देना चाहिए. रसोई घर में टूटे बर्तन या फिर किसी भी प्रकार का कबाड़ नहीं रखना चाहिए क्योंकि ऐसा करना अशुभ माना जाता हैं इससे माँ अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं और घर में धन -धान्य की कमी होने लगती हैं.

7) खाद्य पदार्थ रखने की दिशा (Food storage direction) –

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई के मुख्य खाद्य पदार्थ जैसे कि आटा, चावल दालें इत्यादि सामग्री को पश्चिम या फिर दक्षिण दिशा में रखना चाहिए.

8) इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेज की दिशा (direction of electronic appliances) –

अगर रसोई घर में यदि माइक्रोवेव या फिर ओवन हो तो वास्तु शास्त्र के अनुसार उसे हमेशा दक्षिण पूर्व दिशा की तरफ रखना चाहिए लेकिन पानी का स्थान जैसे कि वाटर प्यूरीफायर और फ्रिज जैसे चीजों को उत्तर पश्चिम दिशा में रखना चाहिए.

9) दवाई (Medicine) –

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में दवाइयों को कभी भी नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता हैं और क्लेश, बीमारी और आर्थिक परेशानी जैसी समस्याएं का सामना करना पड़ता है.

10) रसोई घर में मंदिर की स्थापना (Setting up a temple in the kitchen) –

वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर की स्थापना कभी भी रसोई घर में नहीं करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से देवी देवता नाराज हो जाते हैं और घर में कई तरह की परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं.

इस बात का खास ध्यान रखें कि रसोई घर और बाथरूम अगल बगल न हो और न हीं इन दोनों के दरवाजे आमने सामने ही रहना चाहिए. घर बनाते समय वास्तु विशेषज्ञ की राय जरूर लेकर ही घर का निर्माण करें ताकि आने वाले वक्त में आपको किसी भी प्रकार के वास्तु दोष का निवारण ना करना परे. यदि आपका घर या ऑफिस किसी किराए के मकान में हैं तो भी आप वास्तु विशेषज्ञ की राय ले तथा वास्तु दोष को दूर करें.


FAQ – सामान्य प्रश्न

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर किस दिशा में होनी चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर दक्षिण पूर्व दिशा यानी कि आग्नेय कोण में होना चाहिए.

क्या रसोईघर में टूटे बर्तन रख सकते हैं?

वास्तु शास्त्र के अनुसार बर्तन टूट जाने पर उसे किचन से बाहर निकल देना चाहिए.

क्या रसोई घर में मंदिर स्थापित करना चाहिए?

नहीं. वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर की स्थापना कभी भी रसोई घर में नहीं करनी चाहिए

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