Devkinandan Thakur | श्री देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज एक प्रमुख हिंदू कथावाचक, गायक और आध्यात्मिक गुरु हैं जो अपनी श्रीमद्भागवत कथा, श्रीराम कथा, शिव महापुराण कथा और अन्य धार्मिक ग्रँथों के प्रवचन के लिए प्रसिद्ध हैं. श्री देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज आजकल “सनातन धर्म संसद” आयोजन को लेकर सुर्खियों में है क्योंकि यह आयोजन न केवल सनातन धर्म के मूल्यों को उजागर करेगा बल्कि सनातन बोर्ड के निर्माण के लिए समाज के सहयोग को भी सुनिश्चित करेगा.
आपको बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ के पावन पर्व पर पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के पावन स्थान में शांति सेवा शिविर में विशाल भंडारा सेवा निरंतर चल रहा है बड़ी संख्या में साधु संतु एवं श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की. शांति सेवा शिविर में प्रतिदिन विशेष हवन का आयोजन भी किया जा रहा है इसके अलावा श्री देवकीनंदन ठाकुरजी के पावन सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा का भव्य आयोजन महाकुंभ प्रयागराज में 20 जनवरी से 26 जनवरी 2025 को किया गया और इस दिव्य कथा को बहुत ही सहज और सरल शब्दों में ठाकुरजी महाराज ने वाचते हुए भक्तों को बताया कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मानव जीवन का कल्याण होता है इसके श्रवण से न केवल वर्तमान जीवन के बल्कि जन्म जन्मांतर के पाप भी मिट जाते हैं यह व्यक्ति को आध्यात्मिक शांति और मुक्ति का मार्ग प्रदान करता है.
जानते हैं पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज की आगामी कथा के बारे में :
पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज के पावन सानिध्य और विश्व शान्ति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा श्रीराम कथा का भव्य आयोजन 28 जनवरी से 05 फरवरी 2025 को रोजाना दोपहर 1: 30 बजे से शांति सेवा शिविर, सेक्टर 17, संगम लोअर मार्ग, नागवासुकी चौराहा (पश्चिमी पटरी), महाकुंभ मेला, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में किया जाएगा इसके साथ ही प्रयागराज महाकुंभ में 27 जनवरी 2025 को सनातन धर्म संसद का भी आयोजन किया जाएगा जिसका उद्देश्य न केवल सनातन धर्म की रक्षा करना बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ी की सुरक्षा भी सुरक्षित करना है और सनातन बोर्ड का निर्माण करना जिससे कि मंदिर सरकारों से मुक्त हो सके.
जानते हैं आप प्रयागराज कथास्थल कैसे पहुंचे :
आप कथा स्थल अपनी सुविधानुसार पहुंच सकते हैं वैसे आप प्रयागराज सड़क मार्ग, रेल मार्ग और वायु मार्ग द्वारा पहुंच सकते हैं क्योंकि प्रयागराज इन मार्गों से जुड़कर सभी राज्यों से जुड़ा हुआ है यहां आपको बता दें कि प्रयागराज जंक्शन से कथा स्थल की दूरी मात्र 12 किलोमीटर की दूरी है तो वहीं प्रयागराज एयरपोर्ट से कथासार की दूरी 22 किलोमीटर है. महाकुंभ के कारण अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के प्रयागराज में पहुंचने से हो सकता है कि आपको कथा स्थल तक पहुंचाने के लिए ऑटो या ई रिक्शा उतनी जल्दी उपलब्ध न हो सके परंतु आपको कथा स्थल पर पहुंचने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी क्योंकि महाकुंभ को लेकर प्रशासन में बहुत अच्छी व्यवस्थाएं प्रयागराज में कर रखी है.
आप देश के किसी भी राज्य में रहते हैं तो इस कथा में शामिल अवश्य होए क्योंकि यह कथा महाकुंभ के समय हो रही है और इस कथा के साथ महाकुंभ में शामिल होकर दिव्य और भव्य महाकुंभ के आलौकिक अनुभव का साक्षी बनिए.
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